UPTET Answer Key:- अनंतिम उत्तरमाला हुई जारी यहां से करें डाउनलोड

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UPTET 2021:- 23 January को आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में सम्मिलित होने वाले समस्त प्रतिभागियों को निशुल्क यात्रा सुविधा प्रदान किए जाने के संबंध में

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UPTET-21:- केंद्र का गेट आधा घंटे पहले हो जाएगा बंद, तभी खोला जाएगा प्रश्नपत्र का बंडल

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UPTET EXAM:- सहायक अध्यापक समेत इन आरोपियों को इन जनपदों से किया गया गिरफ्तार, आगे और भी होगी कार्यवाही

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निरस्त होने के पश्चात देखें मुख्यमंत्री जी का बयान

UPTET पिछले कुछ वर्षों में किस टॉपिक से कितने क्वेश्चन पूछे गए है । उनका विवरण दिया गया है जो आपको एग्जाम में काफी लाभदायक सिद्ध होगा।How many questions from which topic in UPTET last few years?

UPTET पिछले कुछ वर्षों में किस टॉपिक से कितने क्वेश्चन पूछे गए है । उनका विवरण दिया गया है जो आपको एग्जाम में काफी लाभदायक सिद्ध होगा।

UPTET: यूपी टीईटी का नवीनतम पाठ्यक्रम पेपर-II (उच्च प्राथमिक स्तर, 6-8 )

UPTET_ यूपी टीईटी का नवीनतम पाठ्यक्रम पेपर-II (उच्च प्राथमिक स्तर, 6-8 ).pdf

UPTET_ यूपी टीईटी का नवीनतम पाठ्यक्रम पेपर-I (प्राथमिक स्तर, 1-5 ).pdf

विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर यूपीटीईटी(UPTET) यह नई तिथि की गई प्रस्तावित

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (यूपीटीईटी) 28 नवंबर को कराने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने भेजा है। पहले 19 दिसंबर को परीक्षा कराने का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने यह कहकर लौटा दिया था कि इसे और पहले कराया जाए। ऐसे में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर यह नई तिथि प्रस्तावित की गई है। इस पर मुहर लग जाने पर परीक्षा कराने की तैयारी परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय शुरू कर देगा।

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए टीईटी करना अनिवार्य है। ऐसे में परिषद के विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए प्रतियोगी इस परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण की रफ्तार ज्यादा होने के कारण यह परीक्षा नहीं कराई गई थी, ऐसे में प्रतियोगी जल्दी परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे। परीक्षा कराने वाली संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से पहले 19 दिसंबर की तिथि परीक्षा के लिए प्रस्तावित की गई थी, लेकिन इसे विभागीय मंत्री ने मंजूरी न देकर कहा था कि जब 2020 में परीक्षा नहीं हुई तो इस बार इतना विलंब क्यों किया जा रहा है। हालांकि इसके पहले भी परीक्षा कराने के प्रयास किए गए थे। शासन ने 15 मार्च को परीक्षा कराने की समय सारणी जारी कर दी थी। 18 मई से एक जून तक आनलाइन आवेदन लिए जाने थे। परीक्षा 25 जुलाई को होनी थी। उसी दौरान कोरोना की दूसरी लहर आने के कारण आवेदन प्रकिया रोक दी गई। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय ने नई तिथि प्रस्तावित की है।

UPTET: यूपीटीईटी नवंबर में कराने की तैयारी

PNP की अभी नवंबर में यूपीटीईटी कराने की तैयारी चल रही है. शिक्षक  भर्ती की तैयारियों के तहत यूपीटीईटी नवंबर में कराने की तैयारी है। शासन ने परीक्षा संस्था से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा है। 

ज्ञात हो कि यह भर्ती की अर्हता परीक्षा है। इसे उत्तीर्ण करने वाले ही आगामी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। पहले यूपीटीईटी दिसंबर में प्रस्तावित थी। अब भर्ती परीक्षा दिसंबर में हो सकती है।

UPTET: दो साल से टल रही यूपीटीईटी अक्तूबर में कराने की तैयारी

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का आयोजन अक्तूबर में कराए जाने की तैयारी है। हालांकि, सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने इस परीक्षा के लिए 19 दिसंबर की तिथि प्रस्तावित की थी, लेकिन बेसिक शिक्षा मंत्री से निर्देश मिले हैं कि परीक्षा अक्तूबर में ही करा ली जाए। टीईटी को अब आजीवन मान्य कर दिया गया है। ऐसे में पहली बार नई व्यवस्था में टीईटी का आयोजन किया जाएगा।









कोविड के कारण 2020 में टीईटी का आयोजन नहीं किया जा सका था। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने परीक्षा की नई तिथि 25 जुलाई 2021 प्रस्तावित की थी और 18 मई से आवेदन लिए जाने थे, लेकिन कोविड की दूसरी लहर के कारण परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को आवेदन की प्रक्रिया स्थगित करनी पड़ी और परीक्षा भी स्थगित कर दी गई।


इसके बाद नई तिथि 19 दिसंबर प्रस्तावित की गई, लेकिन बेसिक शिक्षा मंत्री चाहते हैं कि परीक्षा अक्तूबर में ही करा ली जाए। सूत्रों का कहना है कि अब अक्तूबर में परीक्षा कराने की तैयारी है। टीईटी को अब आजीवन मान्य कर दिया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार रिकार्ड संख्या आवेदन आएंगे और परीक्षा का आयोजन कराना ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा।

UPTET : यूपीटेट 2020 का प्रमाणपत्र फिलहाल आजीवन मान्य नहीं

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2020 के लिए आवेदन लेने की तैयारी है। परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों को जो प्रमाणपत्र मिलेगा, वह फिलहाल आजीवन मान्य नहीं होगा। वजह, परीक्षा संस्था ने इसका प्रस्ताव 2020 में तब भेजा था, जब एनसीटीई ने इसका प्रविधान ही नहीं किया था। उसके बाद से कई बार प्रस्ताव भेजा गया लेकिन, परीक्षा व प्रमाणपत्र की शर्तो में बदलाव नहीं हुआ है। यह जरूर है कि अब शासन चाहे तो एनसीईआरटी से प्रस्ताव लेकर यह प्रविधान कर सकता है, क्योंकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने इसके अनुपालन का जिम्मा राज्यों पर छोड़ दिया है।




प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए दावेदारों को राज्य या फिर केंद्र सरकार की ओर से कराई जाने वाली पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। प्रदेश सरकार यह इम्तिहान वर्ष में एक बार, जबकि केंद्र सरकार दो बार कराती आ रही है। प्रदेश सरकार शिक्षक पात्रता कराने को मंजूरी दे चुकी है। पहले 11 मई को विज्ञापन जारी करके 18 मई से आवेदन लिए जाने थे लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर के कारण उसे स्थगित कर दिया। अब परीक्षा संस्था ने फिर शासन को प्रस्ताव भेजा है, अनुमति मिलने पर प्रक्रिया शुरू होगी।


इस परीक्षा के नियम राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) तय करता रहा है। 29 सिंतबर 2020 को एनसीटीई ने 50वीं आमसभा में टीईटी का प्रमाणपत्र आजीवन वैध करने का प्रस्ताव पारित किया। एनसीटीई की ओर से 13 अक्टूबर को जारी मिनट्स में कहा गया है कि आगे से होने वाली सीटीईटी की वैधता आजीवन रहेगी। ज्ञात हो कि पहले सीटीईटी प्रमाणपत्र सात वर्ष के लिए मान्य करता था। अब वर्ष 2011 से अब तक के सभी प्रमाणपत्रों को आजीवन मान्य किया जा रहा है।


इससे प्रदेश के बेरोजगार युवा भी इस नियम को लागू करने की उम्मीद संजोए हैं, क्योंकि इस निर्णय का उन्हें सबसे अधिक लाभ होगा। इसके लिए अब परीक्षा संस्था को प्रस्ताव भेजने की जरूरत नहीं है, बल्कि शासन की पहल पर एनसीईआरटी भी इस संबंध में आदेश जारी कर सकता है। ज्ञात हो कि यूपीटीईटी का प्रमाणपत्र अभी पांच वर्ष के लिए ही मान्य है।