रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 जनवरी 2019 को तमिलनाडु में देश के दूसरे रक्षा औद्योगिक गलियारे (Defence Industrial Corridor) का उद्घाटन किया. इसे तमिलनाडु रक्षा औद्योगिक गलियारा नाम दिया गया है. इसमें तमिलनाडु के पांच शहर शामिल किए जाएंगे.
रक्षा औद्योगिक गलियारे के उद्घाटन के अवसर पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन रक्षा गलियारों के विकास से एक सुनियोजित एवं सक्षम औद्योगिक आधार तैयार होगा, जिससे देश में रक्षा उपकरणों के उत्पादन में तेजी आएगी.
तमिलनाडु रक्षा औद्योगिक गलियारा (Defence Industrial Corridor)
• इस रक्षा गलियारे में कुल 3,038 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा जिसमें सरकारी कंपनियों द्वारा सबसे अधिक निवेश किया जाएगा.
• ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और भारत डॉयनामिक्स लिमिटेड द्वारा क्रमशः 2,305 करोड़, 140.5 करोड़ और 150 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.
• निजी क्षेत्र की टीवीएस, डाटा पैटर्न और अल्फा डिजाइन क्रमशः 50 करोड़, 75 करोड़ और 100 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी.
• रक्षा उपकरणों का उत्पादन करने वाली दुनिया की बड़ी कंपनियों में शामिल लॉकहीड मार्टिन ने भी इसमें निवेश करने की इच्छा जताई है.
• इसका उद्देश्य रक्षा क्षेत्र को निजी भागीदारों के लिए खोलना है और भारत में उपकरण बनाना तथा उसका विदेश में निर्यात करना है.
भौगोलिक दृष्टिकोण
तमिलनाडु रक्षा औद्योगिक गलियारा जिसे तमिलनाडु रक्षा उत्पादन परिसर के नाम से भी जाना जाता है, एक नोडल साइट है. यह चतुष्कोणीय क्षेत्र है, जिसके केंद्र में तिरुचिरापल्ली है और उसके चारों ओर चेन्नई, होसूर, सालेम और कोयंबटूर शहर हैं. रक्षा गलियारों के विकास से एक सुनियोजित एवं सक्षम औद्योगिक आधार तैयार होगा, जिससे देश में रक्षा उपकरणों के उत्पादन में तेजी आएगी.