प्री-प्राइमरी हेतु जनपद स्तरीय नोडल समिति को नामित करने के संबंध में। District level nodal committee for pre-primary
Month: December 2021
प्रदेश में बीआरसी पर एक क्वालिटी कॉर्डिनेटर की नियुक्ति का आदेश जारी, देखें | Appointment of Quality Coordinator in BRC, BO Office
उन्नाव :- 13 दिसम्बर को स्कूल में गायब रहे सभी शिक्षक/ शिक्षामित्र/अनुदेशको /अनुचरों का कटेगा, आदेश जारी
69000 भर्ती में आरक्षण घोटाले का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पहुंचे अभ्यर्थी, जानिए आखिर क्या है मामला
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण गड़बड़ी का आरोप लगाकर छात्र लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार को इस भर्ती के ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
इन अभ्यर्थियों का कहना है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने आरक्षण घोटाले की रिपोर्ट 29 अप्रैल 2021 को बेसिक शिक्षा विभाग को भेज चुका है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के आयोग के कार्यालय पर प्रदर्शन करते छात्र। अधिकारी इस रिपोर्ट पर अमल नहीं कर रहे तथा शिक्षा मंत्री विधानसभा में झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें आयोग की कोई भी रिपोर्ट नहीं मिली है। मंगलवार को आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भगवान सिंह साहनी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। साहनी ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि जल्द न्याय किया जाएगा।
क्या है मामला: 2019 में बेसिक शिक्षा परिषद ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था। इसमें ओबीसी वर्ग की 18598 सीट थी, जिनमें से ओबीसी वर्ग को मात्र 2637 सीट ही दी गई है तथा ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत की जगह मात्र 3.86 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसी तरह एससी वर्ग को इस भर्ती में 21 प्रतिशत की जगह 16.6 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
69000 भर्ती में शिक्षकों की नियुक्ति के पांच महीने बाद भी वेतन का इंतजार
परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के तृतीय चरण में चयनित जिले के 70 शिक्षक नियुक्ति के पांच महीने बाद भी वेतन नहीं पा सके हैं। तृतीय सूची के चयनित 6696 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग जून के अंतिम सप्ताह में कराई गई थी। प्रयागराज में 23 जुलाई को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया और नवंबर के मध्य में 70 शिक्षकों का विद्यालयों में पदस्थापन आदेश जारी हो गया।
उसके बाद से ये शिक्षक अपने- अपने विद्यालयों में सेवा दे रहे हैं। इन शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन नहीं होने के कारण अब तक वेतन नहीं मिल सका है। चयनित शिक्षकों का कहना है कि इससे पहले 69000 भर्ती के पिछले दो चरणों की भर्ती में लगभग 62000 शिक्षकों को शैक्षिक प्रमाणपत्रों के सत्यापन बगैर वेतन जारी कर दिया गया था।
प्रयागराज | वरिष्ठ संवाददाता शासन के 19 मई के आदेश पर इन शिक्षकों से शपथपत्र लेकर वेतन जारी हो गया था। उसी शासनादेश के आधार पर तृतीय चरण में नियुक्त लगभग 20 से 25 जिलों में दीपावली से ही वेतन जारी हो चुका है। लेकिन अब भी प्रयागराज समेत कई अन्य जिलों में नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। इनमें से तमाम शिक्षक ऐसे हैं जो दूरदराज के जिलों के रहने वाले हैं।
कई शिक्षक प्रयागराज में किराए पर कमरा लेकर तथा प्रतिदिन 40-50 किलोमीटर सफर करके पढ़ाने जाते हैं। वेतन न मिलने से इन्हें कमरे का किराया, प्रतिदिन का बस का किराया तथा खाने-पीने आदि की भी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
ढ़ाई लाख नौनिहालों में महज 95 हजार को मिला स्वेटर, जूता मोजा, सत्यापन कराने में परेशान हैं गुरुजी
प्रतापगढ़।ठंड का असर तेज होने के बाद परिषदीय विद्यालयों में नौनिहाल ठिठुर रहे हैं और बेसिक शिक्षा विभाग उन्हें स्वेटर और जूता-मोजा के लिए धनराशि नहीं उपलब्ध करा सका है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के बैंक अकाउंट में डीबीटी प्रणाली से जूता, मोजा व स्वेटर के लिए 11 सौ रुपये की धनराशि भेजने का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी जिले के ढाई लाख बच्चों में मात्र 95 हजार छात्र-छात्राओं को ही लाभ मिल सका है।
शासन की ओर से जनपद के कुल 2376 प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले कुल ढाई लाख छात्र-छात्राओं को जूता, मोजा व ठंड से राहत के लिए दो जोड़ी स्वेटर की धनराशि 11 सौ रुपये डीबीटी प्रणाली (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) से अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही है। पहले चरण में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अभिभावकों के बैंक अकाउंट व छात्र-छात्राओं के आधारकार्ड का सत्यापन कर 95 हजार बच्चों के लिए रकम भेज दी।इससे करीब 40 प्रतिशत बच्चों को ठंड के समय में जूता, मोजा व स्वेटर मिल गया है। सत्यापन न होने से एक लाख 55 हजार बच्चों के अभिभावकों के खाते में अभी धनराशि नहीं भेजी जा सकी है। इससे अभिभावक बच्चों के लिए जूता-मोजा और स्वटेर नहीं खरीद सके हैं। बच्चे रोजाना ठंड में सुबह ठिठुरते हुए स्कूल आ रहे हैं।
सत्यापन कराने में परेशान हैं गुरुजी
प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को स्वेटर, जूता व मोजा की धनराशि देने के लिए गुरुजी उनके घर के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। बीएसए कार्यालय के कर्मचारियों का दबाव देख नौनिहालों के अभिभावकों के बैंक अकाउंट नंबर के साथ सूची तैयार कर गुरुजी बीएसए कार्यालय पहुंचा रहे हैं। अधिकांश बच्चों को जल्दी स्वेटर सहित जूता व मोजा मिल जाए, इसके लिए प्रत्येक विद्यालय के शिक्षकों को सत्यापन की जिम्मेदारी मिली है। स्कूल में शिक्षकों की मनमानी के चलते अब तक अधिकांश बच्चों को स्वेटर, जूता व मोजा नहीं मिला है।
बैंक अकाउंट नंबर आधार से लिंक नहीं होने से परेशानी
प्राथमिक विद्यालयों के अधिकांश बच्चों के अभिभावकों ने जनधन अकाउंट का नंबर बेसिक शिक्षा विभाग को दिया है। समय पर इस अकाउंट को आधारकार्ड से लिंक नहीं कराया गया है। ऐसे में डीबीटी प्रणाली से भेजी गई धनराशि अकाउंट में फंसी हैं। ऐसे छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को बैंक अकाउंट के दस्तावेज बैंक में जमा कराने की जानकारी शिक्षक ही दे रहे हैं। बच्चों के अभिभावक भी बैंक अकाउंट का सत्यापन कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इससे नौनिहालों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।अब तक लगभग 95 हजार छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के बैंक अकाउंट में डीबीटी प्रणाली से धनराशि भेजी गई है। अधिकांश अभिभावकों के बैंक अकाउंट में त्रुटि है। खाते आधारकार्ड से लिंक नहीं हैं। सत्यापन कार्य में शिक्षकों को लगाया गया है। सुधीर सिंह, प्रभारी बीएसए
ठंड और शीतलहरी के प्रकोप को देखते हुए इन जिलों में 23 और 24 दिसंबर को सभी सरकारी व गैरसरकारी स्कूल रहेग बन्द , आदेश जारी
ठंड और शीतलहरी के प्रकोप को देखते हुए इस जिले में 23 और 24 दिसंबर को सभी सरकारी व गैरसरकारी स्कूल रहेग बन्द , आदेश जारी
वाराणसी। ठंड और शीतलहरी के प्रकोप को देखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने 23 और 24 दिसंबर को सभी सरकारी, गैरसरकारी स्कूलों में छुट्टी का आदेश दिया है। 25 दिसंबर को क्रिसमस और 26 को रविवार होने से विद्यालय अब सोमवार को खुलेंगे।
शीतलहरी के कारण बनारस में दो दिन स्कूल बंद
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भीषण शीतलहर के मद्देनजर सभी सरकारी व गैरसरकारी स्कूलों को 23 व 24 दिसम्बर को बंद करने का आदेश मंगलवार को जारी किया है। उन्होंने इस सम्बंध में विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मौसम विभाग ने आगामी तीन से चार दिन तक ठंड के और बढ़ने की चेतावनी दी है। इसके मद्देनजर आपदा प्रबंधन अधिनियम -2005 के प्रावधानों के तहत यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई के अंतर्गत संचालित सभी विद्यालयों को बंद किया जाता है। डीएम के आदेश के बाद 23 से 26 दिसम्बर तक स्कूल बंद रहेगा। 25 दिसम्बर को क्रिसमस डे और 26 दिसम्बर को रविवार का अवकाश रहेगा। स्कूल 27 दिसम्बर को खुलेगा
चंदौसी में भी हुआ है आदेश
सोनभद्र में भी घोषित हुआ avkash
Fatehpur जिलाधिकारी द्वारा घोषित किया गया अवकाश
🚩शीत लहर के चलते हमीरपुर में भी हुआ अवकाश घोषित