प्रयागराज। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से बुधवार शाम को डीएलएड(बीटीसी) प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों के सेमेस्टर परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी है।
सत्र 2013,2014,2015, 2017 और 2019 के द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं 09 फरवरी से 28 फरवरी के बीच संपन्न होगी। उधर बुधवार सुबह बड़ी संख्या में विभिन्न सत्रों के द्वितीय सेमेस्टर बैक पेपर में पास प्रशिक्षुओं ने तृतीय सेमेस्टर में प्रमोट किए जाने की मांग को लेकर परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का कहना था कि प्रमोट करना हमारा अधिकार है। हम इसे लेकर रहेंगे।
पिछले पांच वर्ष में प्रदेश में 90.30 लाख मतदाता बढ़ गए हैं। वर्ष 2017 में 14,12,53,172 मतदाता थे जो बढ़कर 15,02,84,005 हो गई है। इनमें 8,04,52,736 पुरुष व 6,98,22,416 महिलाएं व 8853 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। वर्ष 2022 में प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या 24.03 करोड़ की तुलना में मतदाताओं का अनुपात 62.52 प्रतिशत है। प्रदेश में युवा मतदाताओं (18 से 30 वर्ष) की कुल संख्या भी 3.89 करोड़ पहुंच गई है। 80 वर्ष से ज्यादा उम्र के 24,03,296 मतदाता हैं।
एक जनवरी 2022 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को मतदाता बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने एक नवंबर से पांच दिसंबर तक मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चलाया था। बुधवार को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि अभियान के दौरान 52,80,882 मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। इनमें 23,92,258 पुरुष, 28,86,988 महिला व 1636 थर्ड जेंडर शामिल हैं। 18-19 वर्ष के कुल मतदाताओं की संख्या 19,89,902 है। इनमें 10,62,410 पुरुष व 9,26,945 महिला व 547 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं।
अभियान के दौरान 21,40,278 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। इसमें 10,00,050 मतदाताओं के नाम मृत्यु के कारण, 3,32,905 के नाम दूसरे स्थानों में चले जाने के कारण व 7,94,029 नाम मतदाता सूची में दो बार दर्ज होने के कारण काट दिए गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एक नवंबर को अनंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के समय 14,71,43,298 मतदाता थे जो अब बढ़कर 15,02,84,005 हो गए हैं। प्रदेश में कुल दिव्यांग मतदाताओं की संख्या भी 10,64,266 हो गई है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची सभी पोङ्क्षलग बूथों पर एक सप्ताह तक प्रदर्शित की जाएगी। इसके अलावा जिला निर्वाचन अधिकारी व मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में भी मौजूद रहेगी। मतदाता टोल फ्री नंबर 1950 पर फोन करके भी मतदाता सूची में अपने नाम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यदि छूट गया है नाम तो तत्काल बनें मतदाता : मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि यदि किसी का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से छूट गया है तो वे अपना नाम आनलाइन या आफलाइन किसी भी माध्यम से फार्म-6 भरकर जुड़वा सकते हैं। इसके अलावा बूथ लेवल अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालय, मतदाता पंजीकरण केंद्र एवं वेबसाइट के माध्यम से छूटे हुए मतदाता अपना नाम जुड़वा सकते हैं। मतदाता सूची में नाम न होने पर मतदान के दिन वोट नहीं डाल पाएंगे।
उत्तर प्रदेश में मतदाता – एक नजर कुल मतदाता-15,02,84,005 पुरुष मतदाता-8,04,52,736 महिला मतदाता-6,98,22,416 थर्ड जेंडर-8853 मतदाता-आबादी अनुपात-62.52 प्रतिशत महिला-पुरुष अनुपात-868 80 वर्ष से अधिक के मतदाता-24,03,296 100 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता-39589 दिव्यांग मतदाता-10,64,266 पोङ्क्षलग स्टेशन की संख्या-92,821 पोङ्क्षलग बूथों की संख्या-1,74,351
कोरोना संक्रमण के चलते 16 जनवरी तक 10वीं तक के सभी विद्यालय बंद, 11 व 12वीं में चलेगी ऑनलाइन क्लास, सभी बोर्डों के स्कूलों पर लागू होगा आदेश, टीकाकरण रहेगा जारी, देखें आदेश
दसवीं तक स्कूल 16 जनवरी तक पूर्णतः बंद, 11 और 12वीं चलेंगे ऑनलाइन
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के कक्षा 10 तक के स्कूल अब 16 जनवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं कक्षा 11-12 की कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि 11-12वीं के विद्यार्थियों को केवल टीकाकरण के लिए स्कूल बुलाया जाए। टीकाकरण के अगले दिन इन विद्यार्थियों को अवकाश दिया जाए और शेष अवधि में 11-12 की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जाएं। बुधवार को कुछ जिलों में यह भ्रम फैल गया कि स्कूलों में छुट्टियां तभी की जाएंगी जब जिलों में कोरोना संक्रमण के 1000 से ज्यादा केस होंगे। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ने के साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है। महज पांच दिनों में साढ़े चार हजार से ज्यादा नए कोरोना केस मिल चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में 10वीं तक के सभी स्कूल बंद किए गए, आगामी 16 जनवरी तक के लिए बंद किए गए स्कूल, सभी बोर्डों के स्कूलों पर लागू होगा आदेश, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने दिए निर्देश
यूपी के प्राथमिक स्कूलों की 69000 शिक्षक भर्ती की गड़बडिय़ां दूर, 6800 नवचयनितों की सूची जारी
69,000 शिक्षक भर्ती : आरक्षित श्रेणी के 6800 अभ्यर्थियों को मिलेगी नियुक्ति, ओबीसी के 5660 और एससी के 1041 अभ्यर्थियों को मिला नियुक्ति पाने का मौका
69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण निर्धारण में विसंगति के कारण चयन से वंचित रहे आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की बहुतप्रतीक्षित चयन सूची आखिरकार बुधवार को जारी हो गई। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई है। काउंसलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम बृहस्पतिवार को जारी किया जाएगा।
परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि पिछड़ा वर्ग के 5660, अनुसूचित जाति वर्ग के 1041 और विशेष आरक्षण दिव्यांग वर्ग के 99 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि काउंसलिंग और नियुक्ति पत्र वितरित का कार्यक्रम बृहस्पतिवार को जारी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि भर्ती में आरक्षण विसंगति का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने करीब डेड़ वर्ष तक संघर्ष किया।
बीते महीने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद मामले पर सरकार गंभीर हुई। सरकार ने 24 दिसंबर को आरक्षित वर्ग के वंचित 6000 अभ्यर्थियों को चयनित करने की घोषणा की थी। सूत्रों के मुताबिक विभाग इस बार कोई भी जोखिम उठाना नहीं चाहता था इसलिए पूर्व निर्धारित संख्या से भी आठ सौ अधिक अभ्यर्थियों को चयनित किया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों की 69000 शिक्षक भर्ती की गड़बडिय़ां दूर कर दी गई हैं। लंबे इंतजार के बाद 6800 नव चयनितों की सूची बुधवार शाम परिषद की वेबसाइट पर जारी कर दी गई। चयन सूची में ओबीसी व एससी वर्ग के अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक है, इनमें सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी भी शामिल हैं। परिषद जिला आवंटन की सूची अलग से जारी करेगा।
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों की सहायक अध्यापक भर्ती में अधिकारियों व कार्मिकों की अनदेखी से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का अपेक्षित चयन नहीं हो सका था। इसे लेकर अभ्यर्थी छह माह से आंदोलित थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संज्ञान लिया, बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने 24 दिसंबर को विसंगति की वजह से बाहर होने वाले अभ्यर्थियों को चयनित करने की समय सारणी जारी किया था, लेकिन परिषद के अधिकारी उसका भी तय समय में अनुपालन नहीं कर सके। वेबसाइट पर 30 दिसंबर को जारी होने वाली सूची की तारीख बढ़ाकर तीन जनवरी की गई थी। आखिरकार बुधवार शाम को सूची घोषित की गई है।
इसमें लिखा है कि शासनादेश के अनुसार 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र यानि एनआइसी की ओर से 6800 अभ्यर्थियों की चयन सूची तैयार की गई है। नये चयनितों में आरक्षित व विशेष आरक्षण के अभ्यर्थी शामिल हैं। अनंतिम औपबंधिक चयन सूची हाईकोर्ट में दाखिल याचिका महेंद्र पाल व अन्य बनाम उप्र राज्य व अन्य, राबिन सिंह व अन्य बनाम उप्र राज्य व अन्य सहित अन्य याचिकाओं में पारित होने वाले आदेश के अधीन होगी। नव चयनितों की जिला आवंटन सूची अलग से जारी की जाएगी।
काउंसिलिंग व नियुक्तिपत्र वितरण की नई तारीखें होंगी घोषित : चयनितों की सूची घोषित होने में देरी से अब नियुक्तिपत्र देने का शेड्यूल भी गड़बड़ा गया है। परिषद ने नव चयनितों को अभी जिला आवंटन नहीं किया है, ऐसे में अब काउंसिलिंग व नियुक्तिपत्र वितरण की नई तारीखें घोषित होंगी। ज्ञात हो कि पहले 30 दिसंबर को जिला आवंटन सूची और तीन से पांच तक काउंसिलिंग और छह जनवरी को नियुक्तिपत्र दिया जाना था। बाद में तीन जनवरी को सूची और चार व पांच को काउंसिलिंग कराकर नियुक्तिपत्र दिए जाने का प्रस्ताव था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राजस्व लेखपाल की भर्ती में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित, भूतपूर्व सैनिक व महिला अभ्यर्थियों को अपनी मूल श्रेणी के अनुसार शुल्क देना होगा। आरक्षण का लाभ सिर्फ उप्र के मूल निवासियों को ही मिलेगा, बाकी को अनारक्षित अभ्यर्थी माना जाएगा।
शार्टलिस्ट अभ्यर्थियों को ही देना होगा परीक्षा शुल्क : मुख्य परीक्षा के लिए परीक्षा शुल्क का भुगतान केवल शार्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों को ही करना होगा। सभी को आवेदनपत्र का ¨पट्र आउट डाउनलोड करना होगा, ताकि अभिलेखों के परीक्षण के समय वे फार्म की प्रति प्रस्तुत कर सकें। अभ्यर्थी शुल्क जमा करने के बाद चार फरवरी तक आवेदनपत्र में संशोधन कर सकेंगे। लेखपाल का संवर्ग मंडलवार होगा : लेखपाल पद का संवर्ग मंडलस्तर का होगा और सरकार मंडलवार संख्या का आवंटन करेगी। रिक्तियों की कुल व श्रेणीवार संख्या घट या बढ़ सकती है। आयोग ने क्षैतिज आरक्षण के पद भी घोषित कर दिए हैं। महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण पिता की ओर से दिए गए प्रमाणपत्र के आधार पर दिया जाएगा। पहली जुलाई को 18 साल की पूरी हो आयु : आयोग की भर्ती में 18 से 40 वर्ष आयुसीमा रखी गई है। भर्ती के विज्ञापन वाले कैलेंडर वर्ष की पहली जुलाई को 18 वर्ष पूरी हो चुका हो और 40 वर्ष से अधिक न हो। एससी व एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को आयुसीमा में अनुमन्य छूट मिलेगी। कुशल खिलाड़ियों को पांच वर्ष, भूतपूर्व सैनिक को तीन वर्ष और दिव्यांगों को अधिकतम आयु सीमा में 15 वर्ष की छूट रहेगी। दो घंटे की परीक्षा में पूछे जाएंगे 100 सवाल अभ्यर्थियों का चयन लिखित परीक्षा से होगा। सामान्य हंिदूी, गणित, सामान्य ज्ञान व ग्राम्य समाज व विकास के 25-25 सहित कुल 100 सवाल पूछे जाएंगे। हर प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित है और उसे 120 मिनट यानी दो घंटे में करना होगा। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होगी, यानी गलत एक उत्तर देने पर सही जवाब में मिलने वाले एक अंक का 25 प्रतिशत कटौती होगी। चारों विषयों का पाठ्यक्रम भी जारी कर दिया गया है।
लागू हो सकते हैं ये नियम राज्य में कई सालों के बाद आयोजित होने जा रही लेखपाल भर्ती में कौन से नियम लागू किए जाएंगे, इसे लेकर अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। राज्य में लेखपाल भर्ती में लागू होने वाले नियमों के बारे में पूरी जानकारी तो नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही सामने आ पाएगी। लेकिन, UPSSSC द्वारा अभी तक जारी किए गए नोटिसों और लेखपाल की पिछली भर्तियों के आधार पर कुछ ऐसे नियमों की जानकारी नीचे दी गई है, जो इस परीक्षा में लागू किए जा सकते हैं।
पूछे जा सकते हैं किस लेवल के प्रश्न पिछली लेखपाल भर्ती में अभ्यर्थियों से बारहवीं के स्तर के प्रश्न पूछे गए थे और साथ ही इसमें शामिल होने के लिए बारहवीं पास होने की योग्यता मांगी जाती है। इसलिए यह संभव है कि वर्तमान लेखपाल भर्ती में भी अभ्यर्थियों से बारहवीं के स्तर के ही प्रश्न पूछे जाए। ऑफलाइन मोड में हो सकती है परीक्षा UPSSSC राज्य में लेखपाल के पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा ऑफलाइन मोड में ही आयोजित कर सकती है। पिछली लेखपाल भर्तियों का आयोजन ऑफलाइन मोड में ही हुआ था और साथ ही UPSSSC द्वारा PET का आयोजन भी ऑफलाइन मोड में ही किया गया था। इसलिए इस परीक्षा को भी ऑफलाइन मोड में ही आयोजित किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। क्या लागू होगी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लेखपाल भर्ती में नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था का लागू होना पूरी तरह से इस चीज पर निर्भर करेगा, की इसकी परीक्षा कितने शिफ्ट्स में आयोजित होती है। UPSSSC पिछले कुछ वर्षों से एक से अधिक पालियों में आयोजित की जा रही परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन की व्यस्था लागू करती है। इसलिए अगर यह परीक्षा एक से अधिक शिफ्ट में होती है, तो इसमें भी नॉर्मलाइजेशन की व्यवस्था लागू की जाएगी। ये है अपडेटेड लेखपाल सिलेबस
लेखपाल भर्ती परीक्षा में 4 विषय से प्रश्न पूछे जाते हैं हिंदी सामान्य, गणित, जनरल अवेयरनेस ग्रामीण समाज और विकास। चारों विषयों से कुल 25 25 प्रश्न पूछे जाते हैं यानी की परीक्षा में कुल 100 प्रश्न होते हैं।
हिंदी पाठ्यक्रम
रस, अलंकार, समास, पर्यायवाची,विलोम, तत्सम एवं तदभव, वाक्यांशों के लिए शब्द निर्माण, लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे, वर्तनी, वाक्य संशोधन, सन्धियां, लिंग, वचन, कारक, त्रुटि से सम्बंधित अनेकार्थी शब्द
गणित पाठ्यक्रम
संख्या पद्धति, प्रतिशतता, लाभ हानि, सांख्यिकी आंकड़ों का वर्गीकरण, बारम्बारता, बारम्बारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारम्बारता के बारे में, आंकड़ों का निरूपण, दंड चार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र,बारम्बारता बहुभुज, केंद्रीय माप, समांतर माध्य, माध्यिका एवं बहुलक के बारे में, बीजगणित में लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्त्य और उसमें संबंध, युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण, गुणन खंड, वृत्त की परिधि एवं क्षेत्रफल के बारे में।
ग्राम विकास के लिए केंद्र सरकार की योजना आदर्श ग्राम योजना, सहकारी विकास योजना, मसौदा विकास कार्यक्रम, एमजीएनआरईजीए, जवाहर ग्राम समृद्धि योजना, अन्नपूर्णा योजना ,अंत्योदय अन्न योजना ,स्वजल धारा योजना ,राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण योजना ,कस्तूरबा गांधी शिक्षा योजना,मध्याह्न भोजन कार्यक्रम, एनआरएलएम ,इंदिरा आवास योजना ,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,एनडीए सरकार द्वारा चलाई जा रही नवीनतम योजनाओं जैसे सांसद आदर्श ग्राम योजना, आईडब्ल्यूएमपी आदि पर भी ध्यान दें।
ग्राम विकास के लिए राज्य सरकार की योजनाएं: किसान पेंशन योजना, किसान रथ योजना, अम्बेडकर ऊर्जा किरशी सुधार योजना, आम आदमी बीमा योजना, संजीवनी परिवहन योजना, आदर्श नगर योजना, वंदे मातरम योजना, प्रियदर्शिनी योजना, शुद्ध पेयजल योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित),पेंशन योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित), प्रधानमंत्री आवास योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित), कन्या विद्या धन योजना (वर्तमान यूपी सरकार द्वारा संचालित)।
राजधानी लखनऊ समेत आसपास के जिलों में बुधवार को बूंदाबादी से लेकर हल्की बारिश के संकेत हैं। ऐसे में ठंड और बढ़ सकती है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। प्रदेश के पश्चिमोत्तर हिस्से के ऊपर तेजी से दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसका असर व्यापक होगा। बदली-बारिश का सिलसिला दो से तीन दिन तक जारी रह सकता है।
अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार सुबह आसमान साफ रहेगा लेकिन बाद में बादल छा जाएंगे। इसके बाद हवाओं के साथ कहीं बूंदाबांदी तो कहीं पर वर्षा हो सकती है। वहीं, मंगलवार को दिन में आसमान साफ रहने से धूप ने लोगों को ठंड से राहत दिलाई। सूरज ढलने के बाद से ही ठंड ने फिर असर दिखाना शुरू कर दिया। अधिकतम तापमान 24.1 रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री रहा। यह भी सामान्य से दो डिग्री अधिक था। हवा में आद्रता 90 फीसदी तक रही। बुधवार को अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम 9.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।
दिन और रात के तापमान में बड़ा फर्क दिन और रात के तापमान में औसतन 12 से 15 डिग्री का अंतर है। धूप असर दिखा रही है लेकिन छायादार स्थानों पर ठंडी हवा ठिठुरा रही हैं। मंगलवार को दिन-रात के तापमान में 14.7 डिग्री का अंतर रहा।