7th Pay Commission: वेतन बढ़ोतरी के लिए Acroyd formula पर विचार, सैलरी कैलकुलेशन जानें

जानकारी के अनुसार, 7th Pay Commission के बाद अब 8th Pay Commission नहीं आने वाला है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी नहीं होगी, केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में अवश्य वृद्धि होगी। जानकारी के अनुसार, केन्द्र सरकार 7th Pay Commission के बाद नए तरीके से कर्मचारियों को salary देने की तैयारी कर रही है।

फिलहाल अभी केन्द्रीय कर्मचारियों को 1 अप्रैल 2022 से 7th Pay Commission के तहत ही salary का लाभ मिल रहा है। हालांकि इस बारे में अभी तक Central government की तरफ से कोई भी official notice जारी नहीं किया गया है। Central government अब 8वें वेतन आयोग की जगह new formula तैयार करने के लिए विचार विमर्श कर रही है। इसके साथ ही वेतनमान को समाप्त करके new formula वर्ष 2024 से लागू किया जा सकता है। New formula लागू होने से अलग-अलग level के हिसाब से केंद्रीय कर्मचारियों की salary में बढ़ोतरी होगी।

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। मीडिया सूत्रों के अनुसार अगला वेतन आयोग (8th Pay Commission) आएगा या नहीं, लेकिन वेतन बढ़ाने का नया फॉर्मूला (Acroyd formula) तैयार किया जाएगा। अब फिटमेंट फैक्टर ( fitment factor) से सैलरी बढ़ाने के बजाय नए फॉर्मूले से बेसिक सैलरी बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है. इसके अलावा हर साल बेसिक सैलरी (basic salary ) बढ़ाने की भी योजना है। हालांकि, नया फॉर्मूला 2024 के बाद लागू हो सकता है।

7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के समय ही जस्टिस माथुर ने यह कहा था कि वेतन ढांचे को नए फॉर्मूले पर ले जाने की जरूरत है। इसमें ज्यादातर रोजमर्रा के सामान की कीमत को ध्यान में रखकर मुआवजा तय किया जाता है। बहुत महत्व की आवश्यकता यह है कि कर्मचारियों को विस्तार के साथ तुलना करने पर वेतन दिया जाए।



किस नए फॉर्मूले पर चर्चा हो रही है?

केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी के लिए Acroyd formula पर विचार किया जा सकता है। इस नए फॉर्मूले की चर्चा काफी समय से हो रही है। दरअसल, मौजूदा समय में सरकारी कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन (minimum basic pay) फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) के आधार पर तय होता है. इस पर हर छह महीने में महंगाई भत्ते की समीक्षा की जाती है। लेकिन मूल वेतन में कोई वृद्धि नहीं की गई है। जानकारों के मुताबिक नए फॉर्मूले से कर्मचारियों के वेतन को महंगाई दर, रहन-सहन की लागत और कर्मचारी के प्रदर्शन से जोड़ा जाएगा.

जैसे कि हम जानते हैं कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के DA में साल दो बार बदलाव किया जाता है। जनवरी 2022 में DA में संशोधन किया गया था और अब जुलाई 2022 में फिर से DA में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। Central government के सभी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है कि केंद्र सरकार एक बार फिर केंद्रीय कर्मचारियों के हित में घोषणा करने पर विचार कर रही है और साथ ही, केंद्र सरकार के कर्मचारियों के मूल वेतन में भी वृद्धि हो सकती है।जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा नया फॉर्मूला लागू करने का मुख्य उदेश्य यह है कि कर्मचारियों के वेतन में उनकी performance के हिसाब से ही बढ़ोतरी की जाये और इसी के चलते इसे Automatic Pay Revision नाम भी दिया जा सकता है।

Basic salary में यह वृद्धि fitment factor को बढ़ाकर की जा सकती है, इसलिए केंद्रीय कर्मचारियों के fitment factor में एक बार फिर से बढ़ोतरी की जा सकती है। वर्तमान में देश में केंद्रीय कर्मचारियों का fitment factor 2.57% है और कर्मचारी लंबे समय से इसे वृद्धि करके इसे 3.68% करने की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय कर्मचारियों द्वारा केंद्र सरकार पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है, ऐसे में हो सकता है जल्द ही केंद्र सरकार fitment factor बढ़ाने पर विचार कर सकती है।

क्यों बनाया जा सकता है नया फॉर्मूला?


सरकार का फोकस है कि सभी कैटेगरी के कर्मचारियों को समान लाभ मिले। अभी सभी के वेतन में ग्रेड-पे (grade-pay) के हिसाब से बड़ा अंतर है। लेकिन, नए फॉर्मूले (new formula) के आने से इस अंतर को पाटने का भी प्रयास किया जा सकता है। फिलहाल सरकारी विभागों में 14 पे ग्रेड हैं। प्रत्येक पे-ग्रेड में कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक शामिल है। लेकिन उनके वेतन में काफी अंतर है। वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने media को बताया कि सरकार का लक्ष्य केंद्रीय कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार करना है। नए फॉर्मूले का सुझाव तो अच्छा है, लेकिन अभी तक ऐसे किसी फॉर्मूले पर चर्चा नहीं हुई है और क्या होगा यह कहना जल्दबाजी होगी।

वेतन संरचना के लिए नया फॉर्मूला


न्यायमूर्ति माथुर ने 7th Pay Commission की सिफारिशों के समय संकेत दिया था कि हम वेतन ढांचे को एक नए फॉर्मूले में ले जाना चाहते हैं। इसमें रहने के खर्च को ध्यान में रखकर सैलरी तय की जाती है। महंगाई के मुकाबले कर्मचारियों को वेतन देना वक्त की मांग है। आपको बता दें, अयक्रायोड फॉर्मूला (Aykryod Formula ) लेखक वालेस रुडेल एक्रोयड (Wallace Rudell Aykroyd) द्वारा दिया गया था। उनका मानना था कि आम आदमी के लिए खाना और कपड़ा सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर इन सब चीजों के दाम बढ़ते हैं तो कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जानी चाहिए।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.