लखनऊ : परिषदीय विद्यालयों में 69000 शिक्षक भर्ती में चयनितों की तस्वीर साफ हो गई है। इसमें तय आरक्षण से अधिक ओबीसी व एससी अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। पिछड़ा वर्ग के 12630 अभ्यर्थी अनारक्षित श्रेणी में अपनी मेधा के दम पर जगह पाने में सफल रहे। वहीं, विशेष आरक्षण व आरक्षित अभ्यर्थियों को उनके गुणांक, जिला वरीयता विकल्प के आधार पर जिले का आवंटन किया गया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों की उनके गुणांक, श्रेणी, जिला वरीयता विकल्प के आधार पर सबसे पहले अनारक्षित श्रेणी के रिक्त पदों के सापेक्ष उपलब्धता देखी गई।
यदि वरीयता वाले जिले में अनारक्षित पद खाली नहीं था तो उन्हें आरक्षित वर्ग में रिक्त पद के सापेक्ष जिला आवंटन किया गया। महानिदेशक ने बताया कि असफल अभ्यर्थी भ्रम फैला रहे हैं कि अनारक्षित अभ्यर्थी अंतिम कटआफ अंक के बाद भी जिलों की आवंटन सूची में शामिल हैं, ऐसे अभ्यर्थी विशेष आरक्षण का लाभ पाने वाले हैं जो अपनी श्रेणी में चयनित हुए हैं। उनका कटआफ अंक अनारक्षित से कम है।