BEd Vs DELEd BTC : बीएड डीएलएड विवाद पर NCTE ने राज्यों को भेजा पत्र

BEd Vs DELEd BTC : बीएड डीएलएड विवाद पर NCTE ने राज्यों को भेजा पत्र

NCTE ने सभी राज्यों सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि वे बीएड डीएलएड बीटीसी विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानें। SC ने कहा था कि बीएड डिग्रीधारक लेवल-1 में आवेदन करने के योग्य नहीं हैं।

BEd Vs DElEd BTC : राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् (एनसीटीई) ने सभी राज्यों सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि वे बीएड डीएलएड बीटीसी विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानें। कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थी लेवल-1 (कक्षा 1 से 5 ) प्राइमरी शिक्षक भर्ती में आवेदन करने के योग्य नहीं हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक एनसीटीई ने पत्र में लिखा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कहा गया है कि लेवल-1 में सिर्फ बीटीसी (बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट)/ डीएलएड/ बीएसटीसी किए अभ्यर्थी ही शिक्षक बनने के पात्र हैं एनसीटीई ने कहा कि सभी राज्य व उनके शिक्षा विभागों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना होगा। अगस्त माह में शीर्ष अदालत ने एनसीटीई ( राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद ) के उस गजट नोटिफिकेशन को भी खारिज कर दिया था जिसमें बीएड डिग्रीधारकों को लेवल-1 शिक्षक भर्ती के लिए योग्य करार दिया गया था। एनसीटीई की इस अधिसूचना में कहा गया था कि अगर बीएड डिग्रीधारी लेवल-1 में पास होते हैं, तो उन्हें नियुक्ति के बाद छह महीने का ब्रिज कोर्स करना होगा।

केंद्रीय विद्यालय प्राइमरी शिक्षक भर्ती में BEd वाले बाहर* सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय विद्यालय ने प्राथमिक शिक्षक की नियुक्ति में बीएड डिग्री वाले अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया है।

बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर ली गई परीक्षा में बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थियों के रिजल्ट जारी करने पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले और एनसीटीई के निर्देश के बाद यहां भी बीएड वालों का लेवल-1 शिक्षक भर्ती से बाहर होना तय है। बीएड वालों को राहत देने के लिए बिहार में 70 हजार नई भर्ती शुरू होने वाली है। इसमें प्राइमरी शिक्षकों के पद नहीं होंगे।

प्रयागराज समेत कई जिलों में नहीं हो सका स्कूल आवंटन, पोर्टल पर अपलोड स्कूलों की सूची में गड़बड़ी के कारण आवंटन की प्रक्रिया रोकनी पड़ी

प्रयागराज समेत कई जिलों में नहीं हो सका स्कूल आवंटन, पोर्टल पर अपलोड स्कूलों की सूची में गड़बड़ी के कारण आवंटन की प्रक्रिया रोकनी पड़ी

अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के बाद एक से दूसरे जिले में पहुंचे परिषदीय शिक्षकों का विद्यालय आवंटन प्रयागराज समेत कई जिलों में बुधवार को नहीं हो सका। एनआईसी के सॉफ्टवेयर के माध्यम से बुधवार से ऑनलाइन विद्यालय आवंटन होना था। लेकिन पोर्टल पर अपलोड स्कूलों की सूची में गड़बड़ी के कारण कई जिलों में विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया रोकनी पड़ी।

प्रयागराज में ट्रांसफर से आए 262 शिक्षकों का आवंटन नहीं हो सका। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि नगर क्षेत्र के विद्यालय ग्रामीण में प्रदर्शित होने के कारण स्कूल आवंटन नहीं हुआ। सूची दुरुस्त होने के बाद एक-दो दिन में नए सिरे से आवंटन किया जाएगा। बुधवार सुबह 10 बजे से सर्व शिक्षा अभियान (समग्र शिक्षा) कार्यालय मम्फोर्डगज में पहुंचे शिक्षकों को निराश होकर लौटना पड़ा।

बाराबंकी, अयोध्या, सहारनपुर और सीतापुर में भी विद्यालय आवंटन नहीं हो सका। सीतापुर के बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह के अनुसार सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय की वरीयता सूची पोर्टल पर त्रुटिपूर्ण प्रदर्शित होने के कारण काउंसिलिंग स्थगित की गई है।

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अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया के अन्तर्गत स्थानान्तरित शिक्षक एवं शिक्षिका के विद्यालय आवंटन के सम्बन्ध में।

*अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया के अन्तर्गत स्थानान्तरित शिक्षक एवं शिक्षिका के विद्यालय आवंटन के सम्बन्ध में।*

➡️1- अध्यापकों की सूची निम्नवत तैयार की जायेगी-
अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया के अन्तर्गत स्थानान्तरित शिक्षकों के सम्बन्ध में ऑनलाइन 1. स्थानान्तरण पोर्टल पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र उ०प्र० लखनऊ द्वारा उपलब्ध करायी जा रही सुविधा के अनुसार कार्यवाही करते हुए शिक्षक एवं शिक्षिका जिनको विद्यालय आवंटित किया जाना है की पदवार व
संवर्गवार सूची तैयार कर पोर्टल पर प्रदर्शित की जायेगी।

➡️2.अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर दिव्यांग महिला की सूची अवरोही क्रम में तैयार की जाएगी।

➡️3.अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर दिव्यांग पुरुष की सूची अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी।

➡️4. अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रकिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर महिला अध्यापिकाओं की सूची अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी।

➡️5.अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर पुरुष अध्यापकों की अवरोही क्रम में सूची तैयार की जायेगी।

➡️6.अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक समान होने पर सेवा संवर्ग में प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर ज्येष्ठता तथा नियुक्ति तिथि समान होने पर अधिक आयु वाले अध्यापक को वरीयता दी जायेगी। यदि आयु भी समान है तो ऐसी स्थिति में नाम के अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार वरीयता दी जायेगी।

↔️ *विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया*

2- अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर सूचीबद्ध किया जायेगा जिसमें दिव्यांग महिला दिव्यांग पुरुष, महिला एवं पुरुष शिक्षक की सूची पृथक पृथक मेरिट के आधार पर अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी।

3-विद्यालय आवंटन प्रक्रिया में विकल्प प्राप्त किये जाने हेतु दिव्यांग महिला, दिव्यांग पुरुष, महिला शिक्षिका एवं पुरुष शिक्षक को गुणांक के आधार पर अवरोही क्रम में अवसर प्रदान किया जायेगा गुणांक समान होने पर सेवा संवर्ग में प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर ज्येष्ठता तथा नियुक्ति तिथि समान होने पर अधिक आयु वाले अध्यापक को वरीयता दी जायेगी। यदि आयु भी समान है तो ऐसी स्थिति में नाम के अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार वरीयता दी जायेगी।

4- *अध्यापकों की संख्या जिनको विद्यालय आवंटित किया जाना है, में 05 अतिरिक्त रिक्तियां जोड़ते हुए रिक्तियों की गणना करने हेतु शून्य शिक्षक, एकल शिक्षक तथा 02 शिक्षक एवं 03 शिक्षक व उससे अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों में उपलब्ध रिक्तियों को सम्मिलित करते हुए एन०आई०सी० द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से अवरोही कम में एक साथ प्रदर्शित किया जायेगा।*

5- विद्यालय आवंटन प्रक्रिया में शिक्षक विहीन विद्यालय में दो शिक्षक, एक शिक्षक वाले विद्यालय में एक शिक्षक या उससे अधिक शिक्षक वाले विद्यालय में एक शिक्षक पदस्थापित किया जायेगा।

6- विद्यालय आवंटन प्रक्रिया में ऐसे विद्यालय जहाँ शिक्षक एवं शिक्षामित्र की संख्या तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में अनुदेशक की संख्या सम्मिलित करते हुए शून्य, एकल तथा दो है में वरीयता के आधार पर शिक्षक पदस्थापित किया जायेगा।

*7- ऑनलाइन विद्यालय आवंटन की कार्यवाही ग्रामीण क्षेत्र के अवस्थित विद्यालयों में की जायेगी। ऐसे राजस्व ग्राम जो नगर विकास विभाग उ0प्र0 सरकार की अधिसूचना द्वारा नगरीय विस्तारित सीमा में सम्मिलित है में अवस्थिति परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन विद्यालय आवंटन की कार्यवाही नहीं की जायेगी। यदि ऐसा कोई विद्यालय प्रदर्शित हो रहा है तो उसे सूची से पृथक करने की कार्यवाही की जायेगी।*

↔️ *विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया का क्रम*-

1. विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया में सर्वप्रथम दिव्यांग महिला को उनके विकल्प के आधार पर आवंटन किया जायेगा।

2. विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया में दिव्यांग पुरूष को उनके विकल्प के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जायेगा।

3. विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया में महिला अध्यापिका को उनके विकल्प के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जायेगा।

4. *विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया में पुरुष अध्यापक को उनके विकल्प के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जायेगा।*

5. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दिव्यांग एवं महिला अध्यापिकाओं एवं पुरुष अध्यापकों से विकल्प प्राप्त करने हेतु समय सारिणी (Time slot) दिव्यांग महिला, दिव्यांग पुरुष एवं महिला अध्यापिकाओं के लिए तैयार की जायेगी।

6. निर्धारित तिथि एवं निर्धारित समय पर दिव्यांग / महिला अध्यापिकाओं / पुरूष अध्यापकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्धारित स्थान पर स्वयं उपस्थित होना होगा। किसी भी दशा में कोई प्रतिस्थानी अनुमन्य नहीं होगा।

7. *जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिक्षक एवं शिक्षिका को अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया में प्राप्त गुणांक के आधार पर पंजिका में अवरोही कम में पूर्व में तैयार करके रखेंगे। यह पंजिका दिव्यांग महिला, दिव्यांग पुरुष, महिला शिक्षिकाओं एवं पुरूष शिक्षकों की तैयार की जायेगी जिसमें अभ्यर्थी का नाम, पिता का नाम, रजिस्ट्रेशन कमांक जन्मतिथि एवं उपस्थित होने का समय अंकित किया जायेगा तथा सम्बन्धित शिक्षक एवं शिक्षिका के हस्ताक्षर, दिनांक व समय अंकित कराते हुए कराया जायेगा।*

✍️निर्भय सिंह

मानव सम्पदा पोर्टल पर मृतक आश्रित नियुक्ति के सम्बन्ध में

मानव सम्पदा पोर्टल पर मृतक आश्रित नियुक्ति के सम्बन्ध में

CTET 2023- ANSWER KEY सीटेट का उत्तर कुंजी जारी

CTET 2023- ANSWER KEY सीटेट का उत्तर कुंजी जारी, Download Link 👇

CTET 2023- ANSWER KEY सीटेट का उत्तर कुंजी जारी👇👇👇CTET 2023- ANSWER KEY सीटेट का उत्तर कुंजी

CTET Answer Key 2023 Download Link: सीटीईटी आंसर-की जारी, आपत्ति के लिए देने होंगे 1000 रुपये

CTET Answer Key 2023 Download Pdf : सीबीएसई ने सीटीईटी आंसर-की जारी कर दी है। परीक्षार्थी आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in जाकर सीटीईटी पेपर-1 और पेपर-2 की आंसर-की चेक व डाउनलोड कर सकते हैं।

CTET Answer Key 2023 Download Pdf : सीबीएसई ने सीटीईटी आंसर-की जारी कर दी है। परीक्षार्थी आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in जाकर सीटीईटी पेपर-1 और पेपर-2 की आंसर-की चेक व डाउनलोड कर सकते हैं। सीबीएसई ने कहा कि अगर किसी भी अभ्यर्थी को किसी प्रश्न के उत्तर को लेकर कोई आपत्ति है तो वह उसे ऑनलाइन मोड से 18 सितंबर 2023 तक दर्ज करा सकता है। इसके लिए प्रति प्रश्न 1000 रुपये का भुगतान करना होगा। अगर आपत्ति सही पाई जाती है तो 1000 रुपये की राशि वापस लौटा दी जाएगी। बोर्ड ने कहा है कि जिस अकाउंट से ऑब्जेक्शन फीस का भुगतान किया गया होगा, उसी में रिफंड आएगा।

सीटीईटी 2023 परीक्षा 20 अगस्त 2023 को हुई थी। सीटीईटी 2023 में करीब 25 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। इस प्रकार परीक्षा में कुल 80 फीसदी अभ्यर्थियों की उपस्थिति दर्ज की गई। सीटीईटी 2023 परीक्षा के लिए देशभर से करीब 29 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। कुल अभ्यर्थियों में 15,01,719 अभ्यर्थी पेपर-1 (कक्षा 1 से 5 तक) के लिए और 14,02,184 अभ्यर्थी पेपर-2 (कक्षा 6 से 8 तक के लिए) पंजीकरण कराया था।

सीटीईटी 2023 आंसर-की यूं करें चेक
1- ctet.nic.in पर जाएं।
2- होम पेज पर दिख रहे लिंक CTET Answer Key 2023 के लिंक पर क्लिक करें।
3- अब जरूरी हो तो लॉगइन डिटेल्स भरकर सब्मिट करें और अपनी आंसर की चेक करें।
4- भविष्य की जरूरत के लिए आंसर की हार्डकॉपी भी सेव करके रख लें।

सीटेट के पेपर -1 में भाग लेने वाले सफल उम्मीदवार कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे। जबकि पेपर -2 में बैठने वाले सफल अभ्यर्थी कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे। सीबीएसई द्वारा सीटीईटी की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को पास करने वाले परीक्षार्थी देशभर के केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और आर्मी स्कूलों में शिक्षकों के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं।

PFMS पोर्टल में आईडी और पासवर्ड बदलने का प्रोसेस स्टेप बाई स्टेप के लिए क्लिक करें

पीएफएमएस अकाउंट में अपना ईमेल आईडी और पासवर्ड अवश्य चेंज कर लें समय बहुत कम बचा है और इस अपडेशन का कार्य सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक ही होता है और Sunday को बंद रहता है यदि समय रहते यह अपडेट नहीं हो सका तो पीएफएमएस अकाउंट को लॉगिन करने में समस्या आएगी ।

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सुप्रभात- आज के शिक्षा विभाग से संबंधित जानकारी व समाचार , रोजगार न्यूज़, करेंट अफेयर्स व अन्य महत्वपूर्ण खबर के लिए क्लिक करें👆

मन की भाषा, प्रेम की भाषा
हिंदी है भारत जन की भाषा।
हर भाषा से जोड़ो रिश्ता
पर हिंदी से न तोड़ो रिश्ता।
क्या है हिंदी की परिभाषा
हिंदी तो है प्रेम की भाषा।
हिन्दी देश की एकता की कड़ी है,
देखो ये आज मजबूत खड़ी है।
एक ही दिल है एक ही जान
हिंदी से है हिंदुस्तान।

आप सभी को हिंदी दिवस की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं।

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*🌹📚दिनेश चन्द्र स•अ•📚🌹*

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विदेशी छात्रों को रास आ रही हिन्दी की पढ़ाई

चीन, रूस, श्रीलंका समेत कई देशों के छात्रों ने एलयू के हिन्दी विभाग में लिया प्रवेश

बीते पांच वर्षों में 30 से अधिक विदेशी विद्यार्थियों ने पढ़ाई पूरी की, इस सत्र में पांच

लखनऊ। संवाददाता:एलयू के हिन्दी विभाग में विदेशी छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्नातक, परास्नातक व पीएचडी में चीन, श्रीलंका सहित कई देशों के छात्र प्रवेश ले रहे हैं। कई विद्यार्थियों ने पढ़ाई पूरी भी कर ली है।लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी तथा आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में बीते पांच वर्षों में 30 से अधिक विदेशी छात्रों ने पढ़ाई पूरी की है। सत्र 2023-24 में पांच विदेशी छात्रों ने दाखिला लिया है। इसमें रूस की एक छात्रा ने स्नातक, श्रीलंका की दो छात्राओं ने परास्नातक और एक छात्र व एक छात्रा ने पीएचडी में प्रवेश लिया है। जबकि चीन की एक छात्रा शोध कार्य कर रही हैं। वहीं अफगानिस्तान और मॉरीशस के विद्यार्थियों को पीएचडी अवार्ड हो चुकी है।विभागाध्यक्ष प्रो. रश्मि कुमार ने बताया कि अब तक थाईलैंड, जॉर्जिया, अफगानिस्तान, मॉरीशस, श्रीलंका, चीन, रूस सहित कई देशों के छात्रों ने अलग-अलग पाठ्यक्रमों में दाखिला लेकर पढ़ाई पूरी की है। प्रो. रश्मि के मुताबिक, पीएचडी सत्र 2021-22 के 122 शोधार्थियों का कोर्स वर्क पूरा हो गया है। जबकि सत्र 2022-23 में प्रवेश पाने वाले 104 शोधार्थी अभी कोर्स वर्क कर रहे हैं।

विद्यार्थियों से बातचीत

हिन्दी फिल्में देखते-देखते करने आ गए शोध

श्रीलंका की यूनिवर्सिटी ऑफ केलानिया में हिन्दी के शिक्षक आनंद अबेसुंदर ने एलयू में पीएचडी करने के लिए एडमिशन लिया है। उन्होंने बताया कि मुझे बचपन से ही हिन्दी पसंद थी। हिन्दी गाने-फिल्में अच्छी लगती हैं। अभी कोर्स वर्क चल रहा है। जल्द ही विषय पर निर्णय हो जाएगा।

प्रेमचंद की कहानियां पढ़ हिन्दी अपनाने आई मारिया

हिन्दी विभाग में स्नातक में प्रवेश लेने वाली रूस की मारिया ने बताया कि मुझे मुंशी प्रेमचंद की कहानियां एलयू खींच लाई। मैंने रूस में उनके द्वारा लिखित कफन और ठाकुर का कुआं पढ़ी। इसके बाद मैंने एलयू में दाखिला ले लिया। मेरी ख्वाहिश है कि मैं आने वाले एक वर्ष में हिंदी बोलने लगूं। मुझे हिन्दी बहुत पसंद है और हिंदी साहित्य से परिचित होने की इच्छा भी है।

हिन्दी की लेक्चरर बनने की चाहत

श्रीलंका से बीए करने के बाद एलयू के हिन्दी विभाग में श्रीलंका की कलणि पनागॉड ने परास्नातक में प्रवेश लिया है। उन्होंने बताया कि जापानी, चाइनीच, फ्रेंच पढ़ने वाले बहुत हैं लेकिन मैंने हिन्दी सीखने व पढ़ने की ठानी। मेरी मातृ भाषा सिंहली है जो कि संस्कृत से ही निकली है। इसलिए हिन्दी सीखने में मुझे ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। मुझे बचपन से ही हिंदी गाने व फिल्में पसंद है। भविष्य में मुझे हिन्दी के लेक्चरर के तौर पर कार्य करना है।

भारतीय संस्कृति से प्यार की वजह सीखी हिंदी

कांचना दि अल्विस ने श्रीलंका से बीए करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से एमए किया है। एलयू में पीएचडी में प्रवेश लिया है। उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय संस्कृति से बहुत प्यार है। बचपन में किताबें पढ़ती थीं जिसमें भारत के त्योहारों का जिक्र होता था। मुझे वह पढ़कर ही भारत आकर हिन्दी पढ़ने की इच्छा जागी। भविष्य में हिन्दी की शिक्षक बनना चाहूंगी।

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गोरखपुर-अलीगढ़ में खुलेंगे होटल मैनेजमेंट स्टेट इंस्टीट्यूट: जयवीर

पर्यटन मंत्री बोले 17 प्रकार के कोर्सों में दिया प्रशिक्षण

लखनऊ। विशेष संवाददाता:गोरखपुर एवं अलीगढ़ में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की स्थापना का प्रस्ताव है। इन दोनों जनपदों में संस्थान के निर्माण हो जाने से आतिथ्य एवं ट्रैªवल एंड टूरिज्म क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। इन संस्थाओं से निकले हुए विद्यार्थी रोजगारपरक डिप्लोमा या सर्टिफिकेट एवं पीजी डिप्लोमा प्राप्त कर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के रूप में इन संस्थानों का स्थापित किया जाना प्रस्तावित है।यह जानकारी बुधवार को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं से प्रतिवर्ष लगभग 1700 से अधिक युवक-युवतियों को परास्नातक डिग्री, डिप्लोमा, स्नातक डिग्री डिप्लोमा सर्टिफिकेट एवं कौशल विकास पाठ्यक्रमों को मिलाकर 17 प्रकार के कोर्सों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित लघु अवधि के ‘कौशल विकास व हुनर से रोजगार तक के कार्यक्रम के तहत अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण देकर कुशलता प्रदान की जाएगी। इससे देश-विदेश के छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। यहां से उत्तीर्ण होकर निकलने वाले छात्र देश व विदेश की विभिन्न हॉस्पिटेलिटी एवं ट्रैवल एंड टूरिज्म क्षेत्र के स्टार होटल, रेस्टोरेंट, एयरलाइन्स, क्रूज, जहाज, रेलवे मार्ग एवं आतिथ्य से जुड़े सरकारी एवं गैर सरकारी क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।

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शिक्षकों व प्राचार्यों को अवकाश देने में आनाकानी पड़ेगी भारी

शासन के साथ विभिन्न संगठनों की बैठक में उठा था यह मामला

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता:प्रदेश के सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में कार्यरत प्राचार्यों और शिक्षकों को दूसरी जगह कार्यभार ग्रहण करने के लिए असाधारण अवकाश देने में आनाकानी अब प्रबंधतंत्र को भारी पड़ेगी। शासन ने इस बारे में मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय की अध्यक्षता में पिछले दिनों विधान भवन में विभिन्न शिक्षक व कर्मचारी संगठनों के साथ हुई बैठक में यह मुद्दा भी उठा था। प्राचार्य परिषद का कहना था कि राज्य विश्वविद्यालयों की परिनियमावली में स्पष्ट व्यवस्था होने के बावजूद सहायता प्राप्त महाविद्यालयों की प्रबंध समिति उसका पालन नहीं कर रही है। महाविद्यालयों के प्रबंधक असाधारण अवकाश मंजूर नहीं कर रहे हैं। इससे महाविद्यालयों में कार्यरत प्राचार्यों व शिक्षकों को किसी नए संस्थान में चयनित होने पर वहां कार्यभार ग्रहण करने के बाद अपनी मातृ संस्था में वापस आने की स्थिति बन जा रही है। नए संस्थान में चयन होने पर अपनी मातृ संस्था से असाधारण अवकाश लेकर नए कार्यस्थल पर कार्यभार ग्रहण करने की व्यवस्था है।

शासन के निर्देश पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों को असाधारण अवकाश मंजूर कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। कहा गया है कि सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग द्वारा चयनित प्राचार्य अथवा एक सेवा से दूसरी सेवा में गए असिस्टेंट प्रोफेसरों द्वारा असाधारण अवकाश की मांग किए जाने पर विश्वविद्यालय नियमावली-यूजीसी रेगुलेशन में दी गई व्यवस्था के अनुसार उसे मंजूरी दिलाई जाए।

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नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में अब मात्र 29 घंटे होगी पढ़ाई

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता:नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में मात्र 29 घंटे ही पढ़ाई होगी। सोमवार से शुक्रवार तक 5 से 5:30 घंटे एवं महीने के दो शनिवार को दो से ढाई घंटे ही क्लास लगेंगे। दो शनिवार को अवकाश रहेगा। इसी प्रकार से आम विषयों की कक्षाओं की अधिकतम समय सीमा 45 से घटकर 35 मिनट किया जाएगा जबकि प्रमुख विषयों की कक्षा 50 मिनट तक लगेंगी। इससे स्कूली बच्चों पर परीक्षा के साथ ही पढ़ाई का दबाव भी कम रहेगा।राज्य सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अक्षरश: लागू करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग को नई शिक्षा नीति के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के तहत ही स्कूलों में भी पढ़ाई के लिए नई नियमावली तैयार करने के निर्देश दिए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बनने वाली नियमावली के लागू होने के बाद प्रदेश में स्कूली कक्षाओं का सामान्य समय अधिकतम 35 मिनट हो जाएगा। केवल प्रमुख विषयों मसलन गणित, हिन्दी व हिन्दी व्याकरण, अंग्रेजी व अंग्रेजी ग्रामर, विज्ञान आदि विषयों से जुड़ी कक्षाओं का समय 40 से 50 मिनट निर्धारित किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में कुल 29 घंटे कक्षाएं लगाने की संस्तुति की गई है।

*साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र*

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों को पढ़ाई के बोझ से राहत देने के उद्देश्य से साल में अलग-अलग तिथियों में कुल 10 दिनों तक बिना बस्ते के आने की छूट रहेगी। बिना बस्ते वाले दिनों में बच्चों को मौखिक और प्रयोगों के जरिए पढ़ाया जाएगा।

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बिना शुल्क के 14 दिसम्बर तक ऑनलाइन अपडेट करें आधार

लखनऊ। संवाददाता:आधार कार्ड में पहचान और पते के प्रमाण के दस्तावेज को अब खुद ही ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए 14 दिसम्बर तक कोई शुल्क नहीं देना होगा। अपडेट करने के लिए myaadhaar.uidai.gov.in पर लॉगिन करना होगा। ऑनलाइन अपडेट करते समय अगर आधार में किसी प्रकार का डेमोग्राफिक परिवर्तन चाहते हैं तो 50 रुपये का शुल्क देना होगा।भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) क्षेत्रीय कार्यालय के उपमहानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि जिन लोगों का आधार बने 10 वर्ष से अधिक का समय हो गया है वे अपनी पहचान और पते का प्रमाण अपडेट कर सकते हैं। पहचान के लिए पासपोर्ट, वोटर आईडी, पैन, डीएल आदि लगा सकते हैं। वहीं पते के लिए इन दस्तावेजों के अलावा राशनकार्ड, बिजली का बिल आदि भी लगा सकते हैं। अगर आधार में किसी प्रकार डेमोग्राफिक परिवर्तन या बॉयोमिट्रिक परिवर्तन (फोटो, मोबाइल नम्बर, उंगलियों के निशान) चाहते हैं तो आधार सेवा केन्द्र जाना होगा। उन्होंने बताया कि आधार अपडेट करने से राज्य सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी

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यूपी में फिर बदला मौसम, कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, वज्रपात को लेकर भी अलर्ट

लाइव हिंदुस्तान,लखनऊ:यूपी में पिछले दिनों लगातार तीन-चार दिन तक हुई बारिश से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कुछ शहरों में मंगलवार सुबह से बारिश बंद हो चुकी है। हालांकि कुछ जगहों पर अभी बारिश का सिलसिला थमा नहीं है। मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। साथ ही वज्रपात को लेकर भी अलर्ट जारी किया है। बतादें कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश से लखनऊ, बाराबंकी, मुरादाबाद समेत कई शहरों में सड़क से लेकर गलियों तक में पानी भर गया गया था। लोगों को काफी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ा है। राजधानी लखनऊ के 100 से ज्यादा मोहल्लों और कॉलोनियों से 36 घंटे बाद भी बारिश का पानी पूरी तरह नहीं निकल पाया। इस बीच मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 13 सितम्‍बर को बारिश हो सकती है। बारिश का ये सिलसिला 18 सितम्‍बर तक जारी रहने की संभावना है।

इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश

मौसम विभाग के अनुसार हरदोई, कन्नौज, कानपुर देहात, उन्नाव, आगरा, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर,फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर में वज्रपात हो सकता है। वहीं बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर के आसपास भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

*कुछ स्थानों पड़ सकती हैं बौछारें*

मंगलवार को मानसून की सक्रियता ने पूर्वी उत्‍तर प्रदेश में कई जगहों पर अच्‍छी बारिश कराई। वहीं वेस्‍ट यूपी में मौसम सामान्‍य बना रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक बारिश धीरे-धीरे कम होती जाएगी। 16 सितंबर तक कही भी मूसलाधार बारिश की आशंका नहीं है। लेकिन 17 और 18 सितंबर को वेस्‍ट यूपी में एक या दो स्थानों पर और पूर्व उत्‍तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर तेज बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

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कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर 27 सितम्बर को ईको गार्डेन में रैली

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ:भारतीय मजदूर संघ 27 सितंबर को ‘जागो सरकार-मजदूर आपके द्वार के नारे के साथ ईको गार्डेन में एक बड़ी रैली करेगा। असंगठित व संगठित क्षेत्र के श्रमिकों व कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति उदासीन सरकार को जगाने के लिए इसका आयोजन हो रहा है। बुधवार को कैसरबाग स्थित भारतीय मजदूर संघ के कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में यह जानकारी संघ के प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय ने दी।उन्होंने सरकार से न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की समीक्षा करने और पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किए जाने की मांग की। आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को निश्चित मानदेय के साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग भी रखी। उन्होंने कहा कि एनएचएम के संविदा कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी की जाए। विभागों में बड़ी संख्या में तैनात संविदा व आउटसोर्संग कर्मचारियों की नियमावली बनाने, उन्हें पूरा वेतन और सामाजिक सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने दावा किया कि रैली में आशा, आंगनबाड़ी, एनएचएम, रोडवेज, विद्युत, 108,102 एंबुलेंस समेत विभिन्न विभागों के करीब एक लाख कर्मचारी शामिल होंगे।संघ के प्रदेश अध्यक्ष विश्वेश्वर राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में मृतक आश्रितों की नियुक्ति, सभी संविदा कर्मियों का नियमितीकरण व राज्य कर्मियों के अनुरूप महंगाई भत्ता दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण करके बर्खास्त संविदा कर्मियों को बहाल किया जाए। साथ ही 108 व 102 एंबुलेंस के बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल कर एस्मा और झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं। इस मौके पर संगठन मंत्री रामनिवास सिंह, पूर्व प्रदेश महामंत्री श्रीकांत अवस्थी, प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता कुसुम मिश्रा, प्रदेश मंत्री सुरेश यादव, जिलाध्यक्ष मिथिलेश शुक्ला, जिलामंत्री कीर्तिवर्धन सिंह आदि मौजूद रहे।

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प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों को मिलेंगे 45 दंत विशेषज्ञ

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों को 45 दंत रोग विशेषज्ञ मिलेंगे। बांड के तहत इनकी तैनाती दो साल के लिए होगी। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है।सरकारी संस्थानों से विशेषज्ञ डिग्री हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए दो साल मेडिकल संस्थानों में सेवा देना अनिवार्य है। इसके तहत नीट एमडीएस 2020 बैच के अभ्यर्थियों को मेडिकल संस्थानों में तैनाती दी जाएगी। इनमें केजीएमयू के 43 व सैफई मेडिकल संस्थान के दो छात्र हैं। तैनाती प्रक्रिया शुरू होने से केजीएमयू एमडीएस छात्र-छात्राओं में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि सरकारी अस्पतालों में दंत रोग विशेषज्ञों की कमी है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में। डॉक्टरों की कमी पूरी होने से मरीजों को समय पर इलाज मिलना आसान होगा। मुंह के कैंसर की रोकथाम में मदद मिलेगी। केजीएमयू दंत संकाय के डीन डॉ. रंजीत पाटिल का कहना है कि बांड के तहत तैनाती से छात्रों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। छात्रों को सीखने का मौका मिलेगा और मरीजों को राहत।

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पीएम श्री योजना में 925 स्कूलों को दी जाएगी बेहतर सुविधा

ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित करें: मुख्य सचिव

कार्यकारी समिति की बैठक में हुआ फैसला

लखनऊ- विशेष संवाददाता राज्य सरकार पीएम श्री योजना में पहले चरण में प्रदेश के 925 स्कूलों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। इन स्कूलों को बड़ी कक्षाओं के योग्य बनाया जाएगा। इस योजना में दूसरे चरण में 800 स्कूलों को शामिल किया जाएगा। पहले चरण में प्रत्येक स्कूल 43.64 लाख रुपये के हिसाब से 404.98 करोड़ रुपये बजट आवंटित किया गया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा है कि इन स्कूलों को ‘ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाए।मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को समग्र शिक्षा के अंतर्गत पीएम श्री (प्रधानमंत्री स्कूल फार राइजिंग इंडिया) योजना 2023-24 कार्यकारी समिति की बैठक में यह फैसला हुआ। समय के अनुसार इन्हें अपग्रेड करते हुए नया स्वरूप दिया जाए, जिससे बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ा जा सके। विकास कार्यों में सोलर पैनल, एलईडी लाइटिंग, ऊर्जा कुशल संसाधन, पोषण वाटिका, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण आदि को भी शामिल किया जाए।उन्होंने कहा कि फर्नीचर, उपकरण आदि की आपूर्ति के लिए डीएम की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाए और पीएबी से मंजूर कामों को विद्यालय प्रबंध समिति व फर्नीचर के साथ अन्य उपकरणों की आपूर्ति जेम पोर्टल के माध्यम से कराई जाए। उपाध्यक्ष सभी के लिए शिक्षा परियोजना परिषद की कार्यकारिणी समिति देखरेख के लिए अफसरों को अधिकृत करेगी। बच्चों को विज्ञान प्रयोगशाला व एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) व अन्य जगहों का भ्रमण कराया जाए, जिससे उनको अच्छी जानकारी मिल सके। बैठक में अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद आदि अधिकारी उपस्थित थे।

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*शीर्ष दो फीसदी वैज्ञानिकों में लखनऊ के पांच शिक्षक*

लखनऊ। संवाददाता:लखनऊ के पांच शिक्षकों ने शहर का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। इन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा जारी दुनिया के शीर्ष दो फीसदी वैज्ञानिकों की सूची में जगह बनाई है। इसमें एलयू के तीन, आईईटी व आईआईएम के एक-एक शिक्षक शामिल हैं।स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी साइंस और इंजीनियरिंग की शाखाओं में दुनिया के शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची प्रकाशित करते हैं। इस वर्ष की सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय के तीन पूर्व शिक्षकों को जगह मिली है। इसमें डॉ. एके श्रीवास्तव को एप्लाइड फिजिक्स के क्षेत्र में शामिल किया गया है। इनके सी-स्कोर 3.8155759 के संग 496 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इसी तरह डॉ. विष्णुजी राम के सी-स्कोर 3.529052 के साथ 214 शोध पत्र पब्लिश हुए हैं। इन्हें ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के क्षेत्र में रखा गया है। वहीं डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव को बायोकेमिस्ट्री एंड मॉलीक्यूलर बायोलो के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए जगह मिली है। डॉ. श्रीवास्तव के सी-स्कोर 3.77375129 से 208 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा आईईटी के प्रोफेसर राजीव सिंह को एप्लाइड फिजिक्स के क्षेत्र में जगह मिली है। इनके सी-स्कोर 3.69948675 के साथ 424 शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं। आईआईएम लखनऊ के समीर के. श्रीवास्तव के 25 रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं। इन्हें सी-स्कोर 3.4484604 के साथ बिजनेस एंड मैनेजमेंट क्षेत्र में स्थान प्राप्त हुआ है।

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यूपी के स्कूलों में संडे के साथ दो शनिवार भी रहेगी छुट्टी, पढ़ाई के घंटे घटेंगे, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तैयारी में योगी सरकार

हिन्दुस्तान,लखनऊ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी के स्कूलों में सप्ताह में मात्र 29 घंटे ही पढ़ाई होगी। सोमवार से शुक्रवार तक 5 से 5:30 घंटे एवं महीने के दो शनिवार को दो से ढाई घंटे ही क्लास लगेंगे। दो शनिवार को छुट्टी रहेगी। इसी प्रकार से आम विषयों की कक्षाओं की अधिकतम समय सीमा 45 से घटकर 35 मिनट किया जाएगा। प्रमुख विषयों की कक्षा 50 मिनट तक लगेंगी। इससे स्कूली बच्चों पर परीक्षा के साथ ही पढ़ाई का दबाव भी कम रहेगा। राज्य की योगी सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अक्षरश: लागू करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग को नई शिक्षा नीति के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के तहत ही स्कूलों में भी पढ़ाई के लिए नई नियमावली तैयार करने के निर्देश दिए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बनने वाली नियमावली के लागू होने के बाद प्रदेश में स्कूली कक्षाओं का सामान्य समय अधिकतम 35 मिनट हो जाएगा। अब केवल प्रमुख विषयों मसलन गणित, हिन्दी व हिन्दी व्याकरण, अंग्रेजी व अंग्रेजी ग्रामर, विज्ञान आदि विषयों से जुड़ी कक्षाओं का समय 40 से 50 मिनट निर्धारित किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में कुल 29 घंटे कक्षाएं लगाने की संस्तुति की गई है।

*साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र*

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों को पढ़ाई के बोझ से राहत देने के उद्देश्य से साल में अलग-अलग तिथियों में कुल 10 दिनों तक बिना बस्ते के आने की छूट रहेगी। बिना बस्ते वाले दिनों में बच्चों को मौखिक और प्रयोगों के जरिए पढ़ाया जाएगा।

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पुनर्वास विवि: सर्वोच्च कुलाध्यक्ष पदक इंजीनियरिंग छात्रों को

दीक्षांत समारोह में 23 सितंबर को दिए जाएंगे 142 पदक

पुनर्वास विश्वविद्यालय ने जारी दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले पदक विजेताओं की सूची

लखनऊ। कार्यालय संवाददाता:डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में 142 मेधावियों को पदक मिलेंगे। 23 सितम्बर को आयोजित समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। बुधवार को विश्वविद्यालय ने पदों की सूची वेबसाइट पर जारी कर दी है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अमित कुमार राय ने कहा है कि यदि सूची पर किसी को आपत्ति है तो 15 सितम्बर को दोपहर 12 बजे तक लिखित शिकायत कर सकता है।सभी संकायों में सर्वाधिक अंक पाने वाले को विश्वविद्यालय का सर्वोच्च कुलाध्यक्ष स्वर्ण पदक बीटेक कम्प्यूटर साइंस के छात्र अभिनय तिवारी, रजत पदक बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की छात्रा दिव्यांशी दत्ता और कांस्य पदक बीटेक कम्प्यूटर साइंस की प्रीति को दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पदक प्रत्येक संकाय के प्रथम, द्वितीय और स्थान स्थान प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को दिया जा रहा है। कला संकाय में स्पर्ण पदक रूपल, रजत पदक कविता और कांस्य पदक कविता रावत को मिलेगा। वाणिजय संकाय में स्वर्ण रिया सिंह, रजत पदक सुषमा सिंह, कांस्य पदक नूतन सिंह, विशेष शिक्षा संकाय में स्वर्ण पदक दिव्यांशी श्रीवास्तव, रजत पदक कृतिका सिंह और कांस्य पदक प्राची वर्मा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय में स्वर्ण पदक आस्था तिवार, रजत पदक सौम्या यादव, कांस्य पदक सौरभ गुप्ता, कम्प्यूटर साइंस एवं सूचना प्राद्योगिकी संकाय में स्वर्ण पदक इशिता सिन्हा, रजत पदक आकांक्षा शुक्ला और कांस्य पदक कुलदीप सिंह, विधि संकाय में स्वर्ण पदक जैनित कुमार पाण्डेय, रजत पदक पीहू, कांस्य पदक क्षितिज कटियार, अभियांत्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान में स्वर्ण पदक अभिनव तिवारी, रजत पदक दिव्यांगी दत्ता ओर कांस्य पदक प्रीति को मिलेगा। इसके साथ ही 37 पाठ्यक्रमों में प्रथम, द्वितीय और द्वितीय स्थान प्राप्त वाले अभ्यर्थियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक दिए जा रहे हैं। इनकी सूची भी जारी कर दी गई है।

ये पदक इन छात्रों को मिलेंगे

मुलायम सिंह यादव स्वर्ण पदक- भावना मिश्रा

आलोक तोमर स्मृति स्वर्ण पदक- रुपल यादव

डा. शकुंतला मिश्रा स्मृति स्वर्ण पदक- रानू तिवारी

डा. शकुंतला मिश्रा स्मृति स्वर्ण पदक- शिवम शर्मा

अमित मित्तल स्मृति स्वर्ण पदक- सचिन कुमार मिश्रा

रोहित मित्तल स्मृति स्वर्ण पदक- अर्पित चौरसिया

स्ंस्कृति स्वर्ण पदक- कृतिका सिंह, विशेष शिक्षा बीएड (बौद्धिक अक्षमता, दृष्टिबाधित) में सर्वाधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी

पदकों की संख्या

– दीक्षांत समारोह में कुलाध्यक्ष, मुख्यमंत्री, कुलपति और स्मृति पदक मिलाकर कुल 142 पदक दिए जाएंगे

– इसमें 52 स्वर्ण पदक, 45 रजत पदक, 45 कांस्य पदक शामिल हैं। समारोह में 7 स्मृति स्वर्ण पदक दिए जाते हैं।

समारोह में 112 मेधावियों को 142 पदक दिए जाएंगे। जिसमें 68 छात्राएं, 44 छात्र और आठ द

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*एकेटीयू में कैरीओवर परीक्षा के परिणाम जारी*

लखनऊ। एकेटीयू के सत्र 2022-23 के विषम सेमेस्टर की लिखित परीक्षाओं में प्रतिभाग करने वाले अलग-अलग पाठ्यक्रमों और सेमेस्टर के कैरीओवर छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है। यह परीक्षाएं तीन चरणों में आयोजित की गई थीं। प्राविधिक विवि की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर छात्र-छात्राएं अपना रिजल्ट देख सकते हैं।

एलयू में एलएलएम, एलएलबी की कक्षाएं शुरू

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलएम व एलएलबी प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं बुधवार से शुरू हो गई हैं। विद्यार्थियों के लिए विभाग के सूचना पट पर समय सारिणी लगा दी गई है। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. बीडी सिंह के मुताबिक, सभी नए छात्र-छात्राएं समयसारिणी के अनुसार अपनी कक्षाओं में उपस्थित रहें।

ओरिएंटेशन में छात्रों ने टैक्सीडर्मीड जन्तु व कंकाल देखा

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के जन्तु विज्ञान विभाग में बुधवार को बीएससी व एमएससी प्रथम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की ओरिएंटेशन कक्षा आयोजित हुई। विभागाध्यक्षा प्रो. संगीता रानी ने छात्र-छात्राओं का परिचय शिक्षकों से कराया। प्रो. ओमकार ने पढ़ाने के तरीकों और प्रो. निरूपमा अग्रवाल ने पूर्व विभागाध्यक्षों, शिक्षकों के योगदान के बारे में बताया। एसोसिएट प्रोफेसर आशीष कुमार ने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को संग्रहालय का दौरा कराया। जहां छात्रों ने परिरक्षित जन्तु, टैक्सीडर्मीड जन्तु और कंकाल देखे। इसके बाद उन्हें पुस्तकालय, कक्षाओं, केन्द्रीय प्रयोगशाला सहित अन्य स्थानों का भ्रमण कराया गया।

एलयू में बीटेक, बीफार्मा व एमसीए की कट ऑफ जारी

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को बीटेक, बीफार्मा और एमसीए पाठ्यक्रम की कट ऑफ जारी कर दी गई है। साथ ही प्रतीक्षा सूची भी घोषित हुई है। अभ्यर्थी एलयू की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्रोविजनल मेरिट लिस्ट के हिसाब से कट ऑफ देख सकते हैं। इसी के आधार पर 16 व 17 सितंबर को नवीन परिसर में काउंसलिंग का आयोजन किया जाएगा।

पुरात्तव के छात्रों ने जाना करियर विकल्प

लखनऊ। एलयू के प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभाग में परास्नातक प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यहां विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पीयूष भार्गव ने छात्रों को विभाग के पूर्व अध्यक्षों के बारे में बताया। विभाग 1952 से शुरू हुआ इसका उल्लेख उन्होंने किया। इसके बाद सभी शिक्षकों ने बताया कि वह कौन-कौन सा पेपर उनको पढ़ाएंगे। प्रो. भार्गव ने बताया कि इस विषय से परास्नातक के पश्चात भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, विभिन्न राज्यों के पुरातत्व विभाग, राष्ट्रीय और राज्य संग्रहालय में नियुक्ति हो सकती है।

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यूपी के ओबीसी प्रमाणपत्र बिना नहीं मिलेगा आयुष कॉलेज में प्रवेश

तमाम अभ्यर्थियों ने ओबीसी व भूतपूर्व सैनिक कोटे के सही प्रमाणपत्र नहीं लगाए

लखनऊ। विशेष संवाददाता यूपी की आयुष यूजी काउंसिलिंग-2023 में कुछ अभ्यर्थियों ने ओबीसी आरक्षण का लाभ लेने के लिए ‘भारत सरकार के सेवायोजन के लिए जारी प्रमाण-पत्र‘ आवेदन करते समय वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं। मगर यह जाति प्रमाणपत्र यूपी की काउंसलिंग में मान्य नहीं है। दरअसल, कई जातियां ऐसी हैं, जो दूसरी जगहों पर ओबीसी में शामिल हैं लेकिन यूपी में नहीं हैं। ऐसे में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जारी ओबीसी प्रमाणपत्र का लाभ यहां नहीं मिल सकेगा।इसी तरह कुछ मामलों में भूतपूर्व सैनिकों के आश्रित अभ्यर्थियों द्वारा भी वेबसाइट पर अपलोड किया गया प्रमाणपत्र जिलाधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित नहीं है। निदेशक होम्योपैथी और यूपी आयुष यूजी काउंसलिंग बोर्ड के सदस्य सचिव प्रोफेसर अरविंद कुमार वर्मा ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि ब्रोशर में स्पष्ट लिखा है कि ‘संबंधित प्रमाणपत्र सक्षम प्राधिकारी अर्थात जिलाधिकारी द्वारा निर्गत होने पर ही मान्य होगा।उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को अंतिम अवसर देते हुये निर्देशित किया गया है कि प्रथम चक्र की काउंसिलिंग में अभिलेखों के भौतिक सत्यापन के समय राजकीय सीट पर ओबीसी आरक्षण के लाभ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 01 अप्रैल, 2023 या उसके बाद निर्गत प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से सत्यापन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। अन्यथा अभ्यर्थी को इसका लाभ नहीं मिलेगा।

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एलयू से अब घर बैठे कर सकेंगे पीजी कोर्स

एकेडमिक काउंसिल ने आठ कोर्सों को ऑनलाइन शुरू करने की दी मंजूरी

ललित कला संकाय में टेक्सटाइल डिजाइन कोर्स शुरू होगा

लखनऊ। संवाददाता:लखनऊ विश्वविद्यालय से अब घर बैठे पीजी के कई पाठ्यक्रमों की डिग्री हासिल कर सकेंगे। एकेडमिक काउंसिल ने पीजी के आठ पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन माध्यम से शुरू करने की मंजूरी दी गई है।एलयू में प्रथम चरण में परास्नातक पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन माध्यम से शुरू किया जाएगा। एकेडमिक काउंसिल ने कला संकाय में एआईएच, राजनीति विज्ञान, संस्कृत, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र व समाज कार्य विषय में एमए कोर्स शुरू करने पर मुहर लगाई। इसी तरह वाणिज्य संकाय में एमकॉम कॉमर्स और प्रबंधन में एमबीए पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति प्रदान की।

टेक्सटाइल डिजाइन में पीजी कोर्स

ललित कला संकाय में पीजी स्तर पर टेक्सटाइल डिजाइन का कोर्स शुरू किया जाएगा। इसमें पांच सीटें होंगी। पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए एकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दे दी है। बता दें, एकेडमिक काउंसिल की बैठक में बैचलर ऑफ डिजाइन कोर्स शुरू करने के लिए भी भेजा गया था। लेकिन एआईसीटीई के नियमों के तहत उसे ललित कला संकाय में नहीं शुरू किया जा सकता था इसलिए उस पर सहमति नहीं बनी।

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आधा सत्र बीता, व्यावसायिक शिक्षा के ट्रेनर्स का पता नहीं

संजोग मिश्र प्रयागराज। व्यावसायिक शिक्षा के नाम पर माध्यमिक स्कूलों में खानापूरी की जा रही है। केंद्र पुरोनिधानित संशोधित व्यावसायिक शिक्षा योजना के तहत शैक्षणिक सत्र 2023-24 में प्रदेश के 356 राजकीय विद्यालयों में एक अप्रैल से व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन आधा सत्र बीतने के बावजूद अब तक स्कूलों को ट्रेनर तक नहीं मिल सके हैं। माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय लखनऊ से ट्रेनर का आवंटन न होने के कारण चयनित स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण शुरू नहीं हो सका है।केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में हुई प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में यूपी के 356 राजकीय विद्यालयों में सिक्योरिटी गार्ड, सिलाई मशीन ऑपरेटर, फूड एंड बिवरेज सर्विस असिस्टेंट, असिस्टेंट ब्यूटी थेरेपिस्ट, मीटर टेक्नीशियन, स्टोर ऑपरेशन असिस्टेंट, फिजिकल एजुकेशन असिस्टेंट आदि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के प्रशिक्षण की मंजूरी दी थी। बैठक के मिनट 25 मई को जारी हुए थे। उसके बाद 26 जुलाई को माध्यमिक शिक्षा अभियान के अपर राज्य परियोजना निदेशक विष्णुकांत पांडेय ने प्रशिक्षण शुरू करने और प्रत्येक स्कूल में कम से कम 25 बच्चों के दाखिले की रिपोर्ट मांगी थी।सभी स्कूलों में निर्धारित पाठ्यक्रम में बच्चों ने दाखिला भी ले लिया है। हालांकि इन पाठ्यक्रमों के प्रशिक्षण के लिए अब तक प्रत्येक स्कूल को दो-दो ट्रेनर आवंटित नहीं हो सके हैं। शैक्षणिक सत्र 2015-16 व 2016-17 में 200 राजकीय स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। हालांकि प्रदेश सरकार ने 2018-19 में अचानक से प्रशिक्षण रोक दिया था। इन 200 स्कूलों और 89 नए कुल 289 राजकीय स्कूलों में पिछले साल व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण शुरू हुआ था।

प्रयागराज के नौ राजकीय स्कूलों में संचालन

जिले के नौ स्कूलों में दो-दो व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का प्रशिक्षण शुरू होना है। राजकीय इंटर कॉलेज व अभिनव विद्यालय दांदूपुर में असिस्टेंट प्लंबर व डेयरी वर्कर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मुंगारी करछना में सिलाई मशीन ऑपरेटर व असिस्टेंट ब्यूटी थेरेपिस्ट, पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल स्कूल समहन में कन्ज्यूमर एनर्जी मीटर टेक्नीशियन व असिस्टेंट ब्यूटी वेलनेस कंसल्टेंट, जीजीआईसी सिविल लाइंस, जीजीआईसी शंकरगढ़, जीजीआईसी हंडिया व जीजीआईसी नारीबारी में सिलाई मशीन ऑपरेटर व असिस्टेंट ब्यूटी थेरेपिस्ट व पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल स्कूल में डेयरी वर्कर व असिस्टेंट मैसन (राजगीर) का प्रशिक्षण शुरू होना है।

जिले के नौ विद्यालयों में इस सत्र से व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू करने के लिए बच्चों का दाखिला हुआ है। माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय से ट्रेनर्स मिलने के साथ ही प्रशिक्षण प्रक्रिया शुरू होगी। -पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक

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लेखा परीक्षक परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम जारी

लखनऊ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने लेखा परीक्षक एवं सहायक लेखाकार के 530 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए योजना और पाठ्यक्रम बुधवार को जारी कर दिया है। इसे http//upsssc.gov.in पर देखा जा सकता है। आयोग के परीक्षा नियंत्रकके मुताबिक दो घंटे की परीक्षा में 100 प्रश्न इतने ही अंकों के पूछे जाएंगे।

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ग्राम पंचायत अधिकारी भर्ती में कंप्यूटर के सवाल

लखनऊ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने ग्राम पंचायत अधिकारी के 1468 पदों पर भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा योजना व पाठ्यक्रम बुधवार को जारी कर दिया है। इसमें पहली बार कंप्यूटर से जुड़े सवाल भी पूछे जाएंगे।परीक्षा नियंत्रक विधान जायसवाल के मुताबिक दो घंटे की परीक्षा में 100 सवाल पूछे जाएंगे। पंचायती राज व्यवस्था का इतिहास और उसके संबंध में संवैधानिक उपबंध, पंचायतों का वर्तमान स्वरूप राज्य के परिप्रेक्ष्य में, पंचायतों के वित्तीय स्रोत से जुड़े 10-10 अंक के कुल 30 सवा पूछे जाएंगे

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कनिष्ठ सहायक उत्तरकुंजी पर 18 तक आपत्तियां

लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने कनिष्ठ सहायक मुख्य परीक्षा की जारी उत्तरकुंजी पर अब 18 सितंबर तक आपत्तियां लेने का फैसला किया है। इसकी बुधवार को अंतिम तिथि थी। परीक्षा नियंत्रक विधान जायसवाल ने यह जानकारी दी है।

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पढ़ाने से पहले गुरुजी खुद पढ़ रहे वैदिक गणित

प्रयागराज। प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को वैदिक गणित पढ़ाने से पहले गुरुजी खुद इसका प्रशिक्षण ले रहे हैं। राज्य शिक्षा संस्थान एलनगंज में 11 सितंबर को शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ जो एक अक्टूबर को समाप्त होगा। संस्थान की सहायक उप शिक्षा निदेशिका डॉ. दीप्ति मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक स्तरीय कक्षा तीन, चार व पांच में वैदिक गणित सिखाने के लिए मॉड्यूल के अनुसार प्रदेश के 75 जनपदों से एक डायट प्रवक्ता, दो प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों का मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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कक्षा 11 व 12 के शिक्षकों का प्रशिक्षण 20 से

प्रयागराज। इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज इन एजुकेशन में कक्षा 11 व 12 में पढ़ाए जाने वाले अंग्रेजी, गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान एवं जीव विज्ञान का मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण 20 सितंबर से 19 अक्टूबर तक चलेगा। संस्थान के प्राचार्य संत राम सोनी ने बताया कि प्रत्येक जिले के डायट एवं राजकीय इंटर कॉलेज से एक-एक प्रवक्ता को शिक्षक संदर्शिका आधारित तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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आकांक्षी निकायों में 100 प्रोफेशनल्स मुख्यमंत्री फेलो के रूप में होंगे नियुक्त

कॉर्पोरेट घरानों और विकास एजेंसियों के माध्यम से होगा इन शहरों का विकास

लखनऊ- विशेष संवाददाता:राज्य सरकार आकांक्षी नगर योजना में 10 प्रोफेशनल्स भी मुख्यमंत्री फेलो के रूप में रखे जाएंगे। आकांक्षी नगर योजना में मौजूदा समय चल रही सरकारी योजनाओं के साथ ही केंद्र व राज्य सरकार, सांसद व विधायक निधि समेत अन्य संस्थाओं से सहयोग प्राप्त कर कन्वर्जन के माध्यम से परियोजनाएं चलाई जाएंगी। आकांक्षात्मक से प्रेरणादायक तक की यात्रा नागरिकों को ध्यान में रखते हुए प्रक्रिया में शामिल प्रत्येक हितधारक के सहयोगात्मक प्रयासों से तय की जाएगी। खासकर इसके केंद्र में महिलाएं होंगी।इस योजना में 100 प्रोफेशनल्स को भी मुख्यमंत्री फेलो के रूप में नियुक्त किया जाएगा। ये प्रोफेशनल्स स्थानीय नगरीय निकायों के साथ साक्ष्य आधारित रणनीतिक योजना विकास के लिए गहन अनुसंधान और डेटा कलेक्शन का काम करेंगे। ये फेलो योजना के पथप्रदर्शक होंगे और आगे बढ़कर कार्यान्वयन का नेतृत्व करेंगे। राज्य स्तर पर योजना का सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी एवं पर्यवेक्षण किया जाएगा। प्रदेश की महिला उद्यमियों पर विशेष ध्यान देने के साथ आर्थिक अवसर पैदा कर करेगी।

*नोट:*

*समाचार स्रोत: उपरोक्त समाचार राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक अमर उजाला,हिन्दुस्तान,दैनिक जागरण से लिए गए हैं।*

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में अब मात्र 29 घंटे होगी पढ़ाई, साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र

यूपी के स्कूलों में पढ़ाई के घंटे घटेंगे

सोमवार से शुक्रवार तक पांच से 5.30 घंटे पढ़ाई

चार में से दो शनिवार दो घंटे पढ़ाई, दो में अवकाश

साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में अब मात्र 29 घंटे होगी पढ़ाई, साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में मात्र 29 घंटे ही पढ़ाई होगी। सोमवार से शुक्रवार तक 5 से 5:30 घंटे एवं महीने के दो शनिवार को दो से ढाई घंटे ही क्लास लगेंगे। दो शनिवार को अवकाश रहेगा। इसी प्रकार से आम विषयों की कक्षाओं की अधिकतम समय सीमा 45 से घटकर 35 मिनट किया जाएगा जबकि प्रमुख विषयों की कक्षा 50 मिनट तक लगेंगी। इससे स्कूली बच्चों पर परीक्षा के साथ ही पढ़ाई का दबाव भी कम रहेगा।

राज्य सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अक्षरश: लागू करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग को नई शिक्षा नीति के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के तहत ही स्कूलों में भी पढ़ाई के लिए नई नियमावली तैयार करने के निर्देश दिए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बनने वाली नियमावली के लागू होने के बाद प्रदेश में स्कूली कक्षाओं का सामान्य समय अधिकतम 35 मिनट हो जाएगा। केवल प्रमुख विषयों मसलन गणित, हिन्दी व हिन्दी व्याकरण, अंग्रेजी व अंग्रेजी ग्रामर, विज्ञान आदि विषयों से जुड़ी कक्षाओं का समय 40 से 50 मिनट निर्धारित किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सप्ताह में कुल 29 घंटे कक्षाएं लगाने की संस्तुति की गई है।

साल में दस दिन बिना बैग स्कूल आएंगे छात्र

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों को पढ़ाई के बोझ से राहत देने के उद्देश्य से साल में अलग-अलग तिथियों में कुल 10 दिनों तक बिना बस्ते के आने की छूट रहेगी। बिना बस्ते वाले दिनों में बच्चों को मौखिक और प्रयोगों के जरिए पढ़ाया जाएगा।