उन्नाव :- 13 दिसम्बर को स्कूल में गायब रहे सभी शिक्षक/ शिक्षामित्र/अनुदेशको /अनुचरों का कटेगा, आदेश जारी

उन्नाव जिले में दिनांक 13.12. 2021 आकस्मिक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने वाले शिक्षक/ शिक्षामित्र/अनुदेशको /सहचर का निरीक्षण तिथि वेतन /मानदेय अग्रिम आदेश तक अवरुद्ध किए जाने का आदेश जारी

PRAYAGRAJ :- आज बंद रहेंगे जिले के परिषदीय स्कूल |Council schools of the district will remain closed today

आज बंद रहेंगे जिले के परिषदीय स्कूल

21 साल से एसी कास्ट सर्टिफिकेट से नौकरी कर रही मुस्लिम महिला शिक्षिका बर्खास्त | SC Caste Certificate Misuse

हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 21 साल से अधिक समय से अनुसूचित जाति का बनकर नौकरी कर रही व प्रधानाचार्या के पद पर प्रोन्नति पा चुकी एक मुस्लिम महिला के बर्खास्तगी को सही करार दिया है। न्यायालय ने कहा कि उसके द्वारा की गई धोखाधड़ी से उसकी नियुक्ति ही निरस्त हो जाती है। यह आदेश न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह की एकल पीठ ने मुन्नी रानी की याचिका को खारिज करते हुए पारित किया। याचिका में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, हरदोई के 2 जुलाई 2021 के उस आदेश को चुनौती दी गई थी जिसके द्वारा याची की सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति को निरस्त करते हुए, उसकी सेवाओं को समाप्त कर दिया गया था।





मामले की सुनवाई करते हुए, 30 नवम्बर को न्यायालय ने याची के सर्विस रिकॉर्ड को तलब किया। न्यायालय ने पाया कि याची को 30 नवम्बर 1999 को सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति मिली थी। याची ने खुद को अनुसूचित जाति से सम्बंधित बताते हुए, एक जाति प्रमाण पत्र भी लगाया था। वर्ष 2004 में उसे प्रधानाचार्या के पद पर प्रोन्नति भी मिल गई। राजीव खरे नाम के एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी, हरदोई को शिकायत भेज कर बताया कि याची वास्तव में मुस्लिम समुदाय से है व उसके सर्विस बुक में भी उसका मजहब इस्लाम लिखा हुआ है।

मामले की जांच शुरू हुई, जिसमें पाया गया कि जाति प्रमाण पत्र 5 नवम्बर 1995 को तहसीलदार, सदर, लखनऊ द्वारा जारी किया गया है। वहीं याची के आवेदन पत्र में उसकी जाति ‘अंसारी’ लिखी हुई पाई गई। बावजूद इसके कूटरचित जाति प्रमाण पत्र के आधार पर याची ने नौकरी प्राप्त कर ली। न्यायालय ने कहा कि याची ने धोखाधड़ी व कूटरचना करते हुए, उक्त नियुक्ति हासिल की थी। लिहाजा उसकी नियुक्ति ही अवैध थी।

शिक्षकों ने अनुदेशक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षकों के निलंबन की मांग

कन्नौज मंडल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में जिले के अनुदेशक को कबड्डी खेल के मानकों का विरोध करना महंगा पड़ गया। कानपुर नगर के बर्रा से दौड़ा कर पीटा। बीच बचाव कर रहे तीन शिक्षक भी चोटिल हुए हैं। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने एडी बेसिक को पत्र लिखकर शिक्षकों को निलंबित करने की मांग की।

मंडलीय स्तर पर बेसिक शिक्षा विभाग का 15, 16 और 17 को कानपुर नगर के स्व. रतनलाल शर्मा स्मारक क्रीड़ा स्थल पर प्रतियोगिता चल रही है। इसमें जिला स्तर पर लगभग 150 चयनित छात्र शामिल हुए हैं। गुरुवार को कबड्डी के मैदान के मानकों को लेकर अनुदेशक ने विरोध जताया। अनुदेशक को वहां विरोध करना महंगा पड़ गया कानपुर नगर के 12 से अधिक शिक्षकों ने अनुदेशक को दौड़ा कर पीटा। अनुदेशक बार-बार उन शिक्षकों के सामने हाथ जोड़कर माफी मांग रहा है। उसके बावजूद अनुदेशक को जमकर पीटा। इससे अनुदेशक गंभीर रूप से चोटे आईं। बीच बचाव में पहुंचे शिक्षक भी मार खा गए। इसका वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए संगीता सिंह ने संज्ञान लेकर बीएसए कानपुर नगर से इन शिक्षकों को चिह्नित करने की मांग की। कानपुर नगर के तीन शिक्षक राजेश यादव एसआरजी, अंकित गौड़, अमित और अन्य साथी शिक्षक चिह्नित किए गए।



बीएसए ने कहा कि इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो निदेशालय और शासन में शिकायत करेंगी। उन्होंने वहां मौजूद बीईओ तालग्राम को इन शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। अनुदेशक को उचित इलाज के लिए दो बीईओ के साथ कानपुर रवाना हो गई हैं। इधर, कानपुर के बीएसए पवन तिवारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। किसी ने पुलिस में तहरीर नहीं दी है।

औचक निरीक्षण में CDO ने बीएसए ,प्रधानाध्यापक समेत चार शिक्षकों का वेतन रोका

सोनभद्र। नगर के कंपोजिट विद्यालय मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का सीडीओ डॉ. अमित पाल शर्मा ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। विद्यालय में पंजीकृत 474 के सापेक्ष 187 बच्चे ही मौजूद मिले। अन्य खामियों पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की। अन्य शिक्षकों का भी वेतन रोकने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान विद्यालय में प्रेरणा तालिका नहीं भरी गई थी। पंजीयन से बच्चों की संख्या आधे से भी कम होने पर प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को जिम्मेदार बताया।

प्रधानाध्यापिका सुुमन तिवारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की संस्तुति करते हुए अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने का निर्देश दिया। विद्यालय की शिक्षिका कुमकुम लता, गायत्री त्रिपाठी, उर्मिला कुमारी का भी वेतन रोकते हुए बिना उनकी अनुमति के वेतन आहरित न करने देने की बीएसए को हिदायत दी। विद्यालय में सफाई व्यवस्था संतोषजनक थी लेकिन बर्तन धोने के बाद पानी निकासी के लिए सोख्ता गड्ढा न होने पर बीएसए को इसके लिए समुचित कार्रवाई करने को कहा।

फतेहपुर : जनपद स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता/जिला स्पोर्ट्स रैली 3 से 5 दिसंबर को, जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम फतेहपुर में होगी रैली | District Level Children’s Sports Competition 2021

फतेहपुर : जनपद स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता/जिला स्पोर्ट्स रैली 3 से 5 दिसंबर को, जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम फतेहपुर में होगी रैली | District Level Children’s Sports Competition 2021

कोविड-19 प्रोटोकॉल के अंतर्गत सुबह 6:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक मास्क की अनिवार्यता

ब्रेकिंग-फतेहपुर अपर जिला मजिस्ट्रेट विनय कुमार पाठक ने 24 बिंदुओं का आदेश जारी करते हुए बताया की कोविड-19 प्रोटोकॉल के अंतर्गत सुबह 6:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक मास्क की अनिवार्यता की जा रही है। साथ ही 2 गज की दूरी व सेनेटाइजर का इस्तेमाल भी करना अनिवार्य किया गया है। इसके साथी साप्ताहिक बंदी यथावत रहेगी। यह आदेश 23 नवंबर से 28 जनवरी 2022 तक के लिए पारित किया गया है।

परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों हेतु “योगाभ्यास प्रतियोगिता” वर्ष 2021-22 के आयोजन के सम्बन्ध में।

परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों हेतु “योगाभ्यास प्रतियोगिता” वर्ष 2021-22 के आयोजन के सम्बन्ध में।

रिश्वत लेते गिरफ्तार खंड शिक्षा अधिकारी को भेजा जेल

आगरा। विजिलेंस ने आठ हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए शमसाबाद ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ब्रजराज सिंह को बृहस्पतिवार को मेरठ स्थित भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

आरोप है कि ब्रजराज सिंह ने प्राथमिक विद्यालय लहर पट्टी ब्लॉक शमसाबाद में कार्यरत प्रधानाध्यापक भैरोनाथ सिंह से आठ हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। भैरोनाथ सिंह अपने जीपीएफ से ऋण लेना चाहते थे, जिसके लिए ब्रजराज रिश्वत मांग रहे थे। पीड़ित ने विजिलेंस में शिकायत की। विजिलेंस ने कई स्तर पर जांच की। आरोप की पुष्टि हुई। इसके बाद टीम ने जाल बिछाया। ऐसे स्थान पर खंड शिक्षा अधिकारी को बुलाया। भगवान टाकीज स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर से उनको रंगेहाथ पकड़ लिया गया। एसपी विजिलेंस रवि शंकर निम ने बताया कि आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी को मेरठ कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। आरोपी के खिलाफ पूर्व में मौखिक शिकायत रिश्वत मांगने की गई थीं।

कई लोगों ने की थी मौखिक शिकायत

विजिलेंस के मुताबिक आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी ब्रजराज सिंह के खिलाफ तीन से चार और कर्मचारियों ने शिकायत की थी। यही बताया था उन्हें भी परेशान कर चुके हैं। लेकिन किसी ने लिखित में शिकायत दर्ज नहीं कराई। शिकायत करने सिर्फ भैरोनाथ सिंह आए। इस पर कार्रवाई हुई।