यूपी बोर्ड में इसबार स्क्रूटनी नहीं, अंक कम होने पर पर देनी होगी परीक्षा

यूपी बोर्ड की ओर से हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 का परिणाम जारी करने की तैयारी अंतिम दौर में है। कोरोना के कारण इस बार हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षा नहीं हुई, इससे परीक्षार्थियों के पास स्क्रूटनी का विकल्प नहीं होगा। बोर्ड द्वारा घोषित किए जाने वाले परिणाम से यदि परीक्षार्थी असंतुष्ट होते हैं तो उन्हें वैकल्पिक विषयों की परीक्षा देनी होगी। इसके लिए परीक्षार्थियों को परिणाम के बाद स्कूल के माध्यम से आवेदन करना होगा।

यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के 56 लाख परीक्षार्थियों का परिणाम 15 अथवा 16 जुलाई तक जारी कर सकता है। इस बार बोर्ड की ओर से परीक्षा परिणाम के साथ मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी। परिणाम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.up.nic.in पर जारी किया जाएगा। बोर्ड द्वारा इंटरमीडिएट का परिणाम 10वीं, 11 वीं के वार्षिक परीक्षा का परिणाम एवं 12वीं के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किया जा रहा है।


हाईस्कूल का रिजल्ट नौवीं की वार्षिक परीक्षा के परिणाम के आधार पर तैयार किया जा रहा है। हाईस्कूल व इंटर का परिणाम जारी करने के बाद यदि अंकों को लेकर परीक्षार्थी संतुष्ट नहीं होते हैं तो स्क्रूटनी का विकल्प नहीं होने से उन्हें वैकल्पिक विषय की परीक्षा में शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा।

इससे पहले यूपी बोर्ड की ओर से छात्रों के पास परिणाम से असंतुष्ट होने की दशा में स्क्रूटनी का मौका रहता था। लेकिन इस वर्ष बोर्ड द्वारा परीक्षा नहीं कराए जाने के कारण परीक्षार्थियों के पास स्क्रूटनी का विकल्प नहीं होगा। ऐसे में परीक्षार्थी स्कूल में आवेदन देकर कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार होने पर बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा में शामिल होकर अंक सुधार कर सकते हैं। इस परीक्षा में मिलने वाले अंक अंतिम होंगे। ऐसे में संशोधित अंक ही अंतिम अंक माने जाएंगे।

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