बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पांच खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ), एक लिपिक और एक शिक्षक व इनके परिवार के सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव निकलने से हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव निकले किदवई नगर, सदर और तीन दिन पहले तक मुख्यालय का भी कार्यभार संभालने वाले बीईओ सुरेश कुमार ने रविवार को उन्नाव में को आत्महत्या कर ली। वह शुक्रवार कार्यालय आए थे और कई कर्मचारियों से मिले थे बीई ओ सदर कार्यालय के एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद नारायणा के आईसीयू में भर्ती हैं। बीएसए कार्यालय में जिन 20 की पांच दिन पहले जांच हुई थी, उनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आ सकी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय और खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में कोरोना को लेकर हुई लापरवाही अब सामने आने लगी है।
शिक्षक और कर्मचारियों ने जताई नाराजगी
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी एसोसिएशन और उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने खंड शिक्षा अधिकारियों, कर्मचारियों व शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव निकलने और एक बीईओ की मौत पर शोक जताया है। चेताया कि यदि कार्य शैली में अपेक्षित बदलाव न लाया गया तो स्थितियां और गंभीर हो सकती हैं। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष तापस कुमार मिश्रा, महामंत्री शहाब सरताज, मंडलीय अध्यक्ष मोहम्मद परवेज आलम, मंत्री अश्विनी कुमार दीक्षित ने कहा कि वे इस मामले में महानिदेशक स्कूली शिक्षा और शिक्षा अधिकारी से भी मिलेंगे। महानिदेशक को दो दिन पहले पत्र भेजा गया लेकिन इसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया। शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि स्कूलों को सेनेटाइज नहीं किया गया।
बीएसए ने माना, स्थिति को गंभीर हैंबेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. पवन कुमार तिवारी ने कहा कि स्थितियां ठीक नहीं हैं। हमारे 50 फीसदी खंड शिक्षा अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। कर्मचारी भी संक्रमित हैं। उन्होंने बताया कि काम अधिक है। अभी चार-पांच दिन पहले बीईओ सुरेश कुमार से उनके आग्रह पर बीईओ मुख्यालय का काम हटाया था। किदवई नगर और तहसील का काम उनके पास था। उन्होंने कहा कि स्थितियों को देखते हुए जो भी सुरक्षा को लेकर कदम उठाए जा सकते हैं, वह उठाएंगे।