आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के संबंध में ,देखें आदेश

आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के संबंध में

आंगनबाड़ी केंद्रों को फर्नीचर हेतु 15500₹ एवं सहयोग हेतु 4060₹ देने का प्रस्ताव

आंगनबाड़ी केंद्रों को फर्नीचर हेतु 15500₹ एवं सहयोग हेतु 4060₹ देने का प्रस्ताव

16 सितंबर से खुल सकते है आंगनबाड़ी केंद्र, प्री-प्राइमरी स्कूल के रूप में किए जाएंगे संचालित

बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा 1 से 5 तक के स्कूलों का संचालन शुरू होने के बाद अब आंगनबाड़ी केंद्र भी 16 सितंबर से खुल सकते है। बेसिक शिक्षा विभाग ने 15 सितंबर से आंगनबाड़ी केंद्रों का प्री-प्राइमरी स्कूल के रूप में संचालन कराने की तैयारी की है।

प्रदेश में कोरोना की पहली लहर की आहट के साथ ही मार्च 2017 के दूसरे सप्ताह से करीब 1.89 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन बंद कर दिया गया था। कोरोना की पहली लहर के दौरान ही उसी दौरान नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 जारी की गई। शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-प्राइमरी स्कूलों के रूप में संचालित करने का प्रावधान किया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने बीते वर्ष से ही आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-प्राइमरी स्कूल के रूप में संचालित करने की तैयारी शुरू कर दी थी।


आंगनबाड़ी केंद्रों में अवस्थापना सुविधाएं मुहैया कराने के साथ वहां के लिए पाठ्यक्रम भी निर्धारित किया गया। प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन भी 15 सितंबर तक बंद किया गया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने 16 सितंबर से आंगनबाड़ी केंद्रों का कोविड प्रोटोकॉल के तहत संचालन शुरू करने का संकेत मिलने के बाद प्री-प्राइमरी स्कूलों के संचालन की तैयारी शुरू की है।

स्मार्ट होंगे आंगनबाड़ी केंद्र, बढ़ेंगी सुविधाएं: बच्चों के लिए खास व्यवस्था का प्रविधान

प्रयागराज : आंगनबाड़ी केंद्र जल्द नए स्वरूप में नजर आएंगे। यहां टाइल्स लगाने के अलावा अन्य सुविधाएं बढ़ाने की कवायद चल रही है। साथ ही सफाई व्यवस्था का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो अगले माह से काम भी शुरू कर दिया जाएगा।

जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय की ओर से जर्जर और बदहाल सभी 23 ब्लाक के 100 आंगनबाड़ी केंद्र के कायाकल्प के लिए चिह्न्ति किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि ने इन आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची को जिला पंचायत राज अधिकारी को दिया है। 14वें वित्त आयोग की धनराशि से 100 आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प कराया जाएगा। मरम्मत के अलावा ढांचे की मरम्मत, रंगाई, पुताई कराई जाएगी। सफाई व्यवस्था का भी ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए हैंडवाशिंग यूनिट समेत स्वच्छ पेयजल की समुचित व्यवस्था कराई जाएगी। फोम मैट व सहायिकाओं के लिए फर्नीचर भी उपलब्ध कराया जाएगा। हालत सुधारने के बाद आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले बच्चों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को सहूलियत मिलेगी। डीपीआरओ आलोक कुमार सिन्हा ने बताया कि बदहाल केंद्रों को चिह्न्ति कर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके बाद काम भी शुरू कराया जाएगा।

सभी 23 ब्लाक के 100 आंगनबाड़ी केंद्र कायाकल्प के लिए चिह्न्ति पंचायतीराज विभाग की ओर से कराई जाएगी मरम्मत

23 ब्लाक में 100 आंगनबाड़ी केंद्र के कायाकल्प के लिए चिह्न्ति किया गया है। इनकी मरम्मत के बाद सुविधाएं भी बढ़ाई जानी है।

मनोज कुमार राव, जिला कार्यक्रम अधिकारी

बच्चों के लिए खास व्यवस्था का प्रविधान

आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प किया जाना है। बच्चों का खास ख्याल रखा गया है। केंद्रों में थ्री डी माडल पेंटिंग, वाल पेंटिंग और बेबी फ्रेंडली शौचालय बनाए जाएंगे ताकि उन्हें सहूलियत हो। शानदार पेंटिंग के जरिए बच्चों को बेहतरीन माहौल उपलब्ध कराने का उद्देश्य है।