69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत नियुक्त एवं अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण में स्थानान्तिरित शिक्षकों के सम्बन्ध में जारी शासनादेश देखें

69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत नियुक्त एवं अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण में स्थानान्तिरित शिक्षकों के सम्बन्ध में जारी शासनादेश देखें

अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण में स्थानांतरित अध्यापकों को कार्यमुक्त करने की तिथि व विद्यालय आवंटन की तिथि 10 से 12 फरवरी तक हुई। नई समय सारिणी देखने के लिए क्लिक करें

अंतर्जनपदीय स्थानांतरण:- अध्यापकों के स्थानांतरण पर लग सकता है ब्रेक जाने क्या है बजह

अंतर्जनपदीय स्थानांतरण:- अध्यापकों के स्थानांतरण पर लग सकता है ब्रेक जाने क्या है बजह

चुनाव तक कार्यमुक्त नहीं होंगे स्थानांतरित शिक्षक ,वोट के फेर में तो नहीं फंस गई तबादला सूची?


बेसिक शिक्षा विभाग की तबादला नीति शायद राजनीति की भेंट चढ़ गई है। करीब 20 दिन बाद भी सूची नहीं आ सकी है, जबकि शासन ने प्रदेश के शिक्षकों की संख्या पहले ही जारी कर दी थी। परिषदीय शिक्षकों के अब तक तबादले की संख्या या सूची के सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं।

सूबे में परिषदीय स्कूलों के 21 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं अंतरजनपदीय तबादला करने की बात दिसम्बर 2020 के अंतिम सप्ताह में कही थी। उसके बाद गैरजनपदों में तबादला मांगने वाले सहायक अध्यापकों के चेहरे पर खुशी झलकने लगी।
 लेकिन करीब 20 दिन बाद भी तबादला सूची न आने से सबके चेहरे लटके हुए हैं। शासन से तबादला होने की वजह से पहुंच वाले लोग सचिवालय के भी चक्कर लगा रहे हैं। कई शिक्षक-शिक्षिकाएं नेताओं के यहां भी गणेश परिक्रमा करने में जुटे हैं। 

अंतर्जनपदीय तबादला : दावा चार बार, तबादला सूची एक भी नहीं हो सकी जारी, कभी सत्यापन पूरा न हो पाना बनी वजह तो कभी कोर्ट का आदेश बना कारण

प्रयागराज : परिषदीय शिक्षकों की मनचाहे जिले में जाने की चाहत पूरी होने का नाम ले रही। बेसिक शिक्षा परिषद ने बीते एक साल में चार बार तबादले की सूची प्रकाशित करने की समय सारिणी घोषित की। दिसंबर, 2019 से शुरू हुई इस प्रक्रिया के बाद अब दिसंबर, 2020 भी बीतने जा रहा है, लेकिन अब तक एक भी सूची जारी नहीं हो सकी है। कभी सत्यापन पूरा न होने को वजह बनाया गया तो कभी कोर्ट के आदेश की शरण ली गई।

🔴 बेसिक शिक्षा परिषद की मनमानी कार्यशैली से हजारों शिक्षक परेशान

🔴 हाईकोर्ट व मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद भी तय नहीं हो पा रही सूची

यह हाल तब है, जब कोर्ट व मुख्यमंत्री तबादलों की अनुमति दे चुके हैं। इससे बेसिक शिक्षा परिषद की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। समय सारिणी के अनुसार 30 दिसंबर को तबादला सूची का प्रकाशन नहीं हो सका है, हजारों शिक्षकों का इंतजार जारी है।

परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षकों ने ख्वाब संजोया था कि वे 2020-21 का शैक्षिक सत्र शुरू होने के समय अपने गृह जिले में होंगे। उनका यह सपना साल भर साकार नहीं हो पाया। विभाग ने एक साथ दो तरह की तबादला प्रक्रिया शुरू की। पहली जिलों में रिक्त पदों के सापेक्ष अंतर जिला तबादले और दूसरी पारस्परिक स्थानांतरण यानी एक से दूसरे के स्थान पर जाने को लेकर थी।

पहली प्रक्रिया में 70 हजार से अधिक आवेदन हुए तो दूसरे में करीब नौ हजार से अधिक। दोनों प्रक्रिया पहले अलग-अलग रहीं। दावा किया गया था कि दोनों सूची एक साथ निर्गत होंगी, जबकि हालत यह है कि एक ही तबादला आदेश निर्गत करने में विभाग हलकान है। अब फिर कहा जा रहा है कि सूची जल्द निर्गत होगी। बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल से इस बाबत फोन पर संपर्क नहीं हो सका, जबकि वाट्स एप पर भी उनका जवाब नहीं आया।

🔴 ऐसे तय हुई थी समय सारिणी
    आदेश      प्रकाशन     तारीख

1. दो दिसंबर 2019 – 15 मार्च 2020

2. 22 सितंबर – 15 अक्टूबर

3.29 सितंबर – 22 अक्टूबर

4.15 दिसंबर – 30 दिसंबर

अंतर्जनपदीय तबादले के संबंध में महत्वपूर्ण सूचना

सारे जिलों का डाटा लॉक
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद बघेल सर nic पहुँचे
4 बजे UAT होगा
कल दोपहर बाद शाम तक लिस्ट

22 जिलों के बीएसए ने नहीं भेजी अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की रिपोर्ट, 30 को सूची जारी होने पर सन्देह

22 जिलों के बीएसए ने नहीं भेजी अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की रिपोर्ट, 30 को सूची जारी होने पर सन्देह

परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की सूची जारी होने के दो दिन पहले तक प्रदेश के 22 जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा परिषद को नहीं भेजी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 27 दिसंबर तक आवेदन पत्रों का सत्यापन करके 28 दिसंबर तक डाटा लॉक करने का निर्देश दिया था। प्रदेश के 22 जिले से रिपोर्ट नहीं मिलने से अब 30 दिसंबर तक अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की सूची जारी होने को लेकर सवाल खड़ा हो गया है।

प्रदेश के अलीगढ़, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बाराबंकी, बस्ती, भदोही, देवरिया, फिरोजाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, महराजगंज, मेरठ, प्रतापगढ़, रायबरेली, सहारनपुर, सिद्घार्थनगर, सोनभद्र के बीएसए की ओर से डाटा लॉक करने के बाद सचिव बेसिक बेसिक शिक्षा परिषद को अपनी रिपोर्ट नहीं भेजी।
स्कूलों की ओर से रिपोर्ट नहीं भेजे जाने से अब 30 दिसंबर तक एनआईसी की ओर से सूची जारी को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल की ओर से अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन 18 से 21 दिसंबर के बीच आवेदन का समय दिया गया था। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों की काउंसलिंग करके आवेदन पत्रों का सत्यापन करने को कहा था। आवेदन पत्रों का सत्यापन करके 28 दिसंबर तक डाटा लॉक करने का निर्देश दिया था। 28 दिसंबर को तिथि खत्म होने के बाद भी प्रदेश के 22 जिलों की रिपोट्र नहीं मिली है.

अंतर्जनपदीय ट्रांसफ़र 2019-20 से जुड़ा 24 दिसम्बर को जारी लेटस्ट आदेश देखें 28 दिसम्बर को लॉक होगा डाटा

09 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं अंतर्जनपदीय तबादले के दायरे से बाहर, शिक्षक का पांच वर्ष और शिक्षिका का दो वर्ष की सेवा के बाद ही होगा तबादला

09 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं अंतर्जनपदीय तबादले के दायरे से बाहर, शिक्षक का पांच वर्ष और शिक्षिका का दो वर्ष की सेवा के बाद ही होगा तबादला

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के नौ हजार से अधिक शिक्षक अंतर्जनपदीय तबादलों के दायरे से बाहर हो गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने तबादलों को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के तहत गाइडलाइन जारी की है। प्रदेश सरकार ने करीब 54 हजार परिषदीय शिक्षकों के एक जिले से दूसरे जिले में तबादला करने की मंजूरी दी है। तबादलों को लेकर दायर याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने सशर्त तबादले करने की मंजूरी दी है। विभाग मे उच्च न्यायालय के आदेश के तहत स्पष्ट किया है कि शिक्षकों का पांच वर्ष और शिक्षिकाओं का दो वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद ही तबादला किया जा सकेगा। अंतर्जनपदीय तबादले के लिए आवेदन करने वाले 9057 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने 14 दिसंबर 2015 के बाद कार्यभार ग्रहण किया है, वहीं छह शिक्षिकाएं ऐसी हैं जिन्होंने 20 दिसंबर 2018 के बाद कार्यभार ग्रहण किया है।

विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन शिक्षिकाओं ने विवाह से पहले एक बार अंतर्जनपदीय तबादला सुविधा का लाभ ले लिया है उन्हें पुनः तबादले का अवसर दिया जाएगा। वहीं असाध्य रोग से ग्रसित शिक्षकों को छोड़कर किसी भी शिक्षक या शिक्षिका का सामान्य परिस्थिति में दूसरी बार अंतर्जनपदीय तबादला नहीं किया जाएगा। विभाग के विशेष सचिव मनीष कुमार वर्मा ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक को गाइडलाइन के अनुसार तबादला करने के निर्देश दिए हैं। अंतर्जनपदीय तबादला सूची 30 दिसंबर को जारी की जाएगी।

अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु उपलब्ध संशोधित रिक्ति पदों की संख्या, देखें किस जिले में कितने हैं पद खाली ट्रांसफर हेतु 21-01-2020👆

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