प्राथमिक प्रधानाध्यापक या जूनियर सहायकों के लिए आवश्यक निर्देश।

*प्राथमिक प्रधानाध्यापक या जूनियर सहायकों के लिए*
👇
1. Joining Date in Current Office: जिस विद्यालय में कार्यरत हैं उसकी जोइनिंग तारीख


2. Joining Relieving: किसी भी डेट का सर्विस break न हो, अगर कम्पोजिट हुआ है तो सभी की joining डेट में एक entry आटोमेटिक होगी उसको ignore करें ।(अगर गलत है, तो जो service book में फ़ॉर्मेट है उसी क्रम में भरें )


3. Data of Retirment: सत्र लाभ नहीं जोड़ना है


4. Appointment Date: वह तिथि जिस डेट का BSA से अपॉइंटमेंट लेटर प्राप्त हुआ?


5. Date of Joining in Service:सबसे पहले विद्यालय या BSA office में जॉइन किया


6. Cadre:HT Primary/AT Junior


*7. Date Of Birth*


8. Marital Status:विवाहित या अविवाहित हैं


*ल9. Date of Marriage:


10.Spouse Ehrms Code: पति या पत्नी के सरकारी सेवा में होने पर उनका Ehrms Code


11.Employee Type :Regular


12.Current Designation : Maths/Art(Social Science)/Art(Language)-यह आपको नहीं दिखेगा


13. Education Detail: सभी योग्यतायें जिनके documents मानव संपदा पर अपलोड किए हों


14. Current Status (एक्टिव होना चाहिए)



*सभी कार्मिक मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट अवश्य करा लें* 👇*
*नोट *…. ⏩ *1. Marital Status*
⏩ *2. Date of Marriage*



https://ehrms.upsdc.gov.in/ReportSummary/PublicReports/EmployeeFactSheet

लिंक पर क्लिक करें 👆🏻👆🏻

यूपी के परिषदीय विद्यालयों में गायब मिले 3901 शिक्षक, अब होगी कार्रवाई; सोमवार से फिर चलेगा अभियान,देखें आदेश

यूपी के परिषदीय विद्यालयों में गायब मिले 3901 शिक्षक, अब होगी कार्रवाई; सोमवार से फिर चलेगा अभियान

उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के एक सप्ताह चले निरीक्षण अभियान में 3901 शिक्षक गायब मिले हैं, उन सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। निरीक्षण अभियान सोमवार से 30 जुलाई तक चलता रहेगा। निरीक्षण में अधिकारियों का पक्षपात सामने आ गया है, क्योंकि छह माह में 69,591 यानी करीब आधे विद्यालयों का एक भी निरीक्षण नहीं किया गया है, साफ है कि अधिकारी चुनिंदा विद्यालयों में ही बार-बार निरीक्षण कर रहे हैं तब भी शिक्षक गायब मिल रहे हैं।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए), मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक व खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को कड़ा पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि जिलों, विकासखंडों की व्यवस्था में पारदर्शिता की कमी है, शिक्षकों का शोषण होने की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं। इस संबंध में कई बार निर्देशित किया जा चुका है अब अंतिम चेतावनी दी जा रही है कि निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करें अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।



उन्होंने लिखा कि छह माह में 69591 विद्यालयों का एक बार भी निरीक्षण न होने के दो ही कारण हो सकते हैं कि अधिकारी मुख्य मार्ग व उसके समीप के विद्यालय जाते हैं। साथ ही इन विद्यालयों का जानबूझकर निरीक्षण नहीं किया जाता ताकि शिक्षकों की अनुपस्थिति से धन उगाही की जा सके। इससे कार्यालय में भ्रष्टाचार होना दिखता है। सभी स्कूलों में प्रेरणा एप से निरीक्षण करें और उसकी फोटो अपलोड कराएं।


महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने लिखा कि निर्देश देने के बाद भी शिक्षकों का संबद्धीकरण बरकरार है इस संबंध में प्रमाणपत्र कार्यालय को नहीं भेजे गए, दो दिन में संबद्धीकरण खत्म करने के प्रमाणपत्र नहीं आए तो माना जाएगा कि अधिकारी निर्देशों की अवहेलना कर रहे हैं।

शिक्षकों का निलंबन करते हुए उनकी बहाली में अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही हैं। कितने शिक्षक निलंबित चल रहे हैं और निलंबित शिक्षकों को बहाल करने में अपनाई गई प्रक्रिया से अवगत कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि शिक्षकों का एरियर भुगतान करने में देरी न की जाए पहले आने वाले को पहले भुगतान दिया जाए। यदि कहीं फर्जी शिक्षक कार्य कर रहे हैं तो तत्काल कार्रवाई करें।


इसी तरह से कंपोजिट ग्रांट की धनराशि भेजी जा रही है इसका शत-प्रतिशत हस्तांतरण विद्यालयों को हो। इसमें किसी तरह की कटौती या देरी होने पर कार्रवाई होना तय है। यह भी लिखा है कि जिन जिलों में इनका अनुपालन नहीं होगा वहां मुख्यालय से टीम भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी।

यूपी के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों का अनुपात का आकलन आया सामने,देखें विस्तृत में👇

यूपी के प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों का अनुपात का आकलन

जिले में ग्रीष्मावकाश के दौरान शिक्षकों को विभागीय/गैर-शैक्षणिक कार्य हेतु बाध्य ‘न’ किए जाने के संबंध में, देखें आदेश

जिले में ग्रीष्मावकाश के दौरान शिक्षकों को विभागीय/गैर-शैक्षणिक कार्य हेतु बाध्य ‘न’ किए जाने के संबंध में, देखें आदेश

बेसिक शिक्षक भर्ती : बीएड-डीएलएड प्रशिक्षु अब आमने-सामने

बेसिक शिक्षक भर्ती : बीएड-डीएलएड प्रशिक्षु अब आमने-सामने


🛑 भर्ती से बीएड को बाहर करने पर अड़े डीएलएड वाले
🛑 2018 में बीएड को शिक्षक भर्ती में किया था मान्य

प्रयागराज । प्राथमिक स्तर की टीईटी 2021 के प्रमाणपत्र जारी करने पर हाईकोर्ट की रोक एक अदद सरकारी नौकरी पाने की लड़ाई का परिणाम है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 28 जून 2018 को बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक स्तर (कक्षा एक से पांच तक) की शिक्षक भर्ती के लिए मान्य कर दिया था। जिसके बाद 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में हजारों बीएड डिग्रीधारी शिक्षक पद पर चयनित हो गए।


उसी के बाद से डिप्लोमा इन एलिमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड या पूर्व में बीटीसी) करने वाले बेरोजगारों में असंतोष था। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में बीएड डिग्रीधारी बेरोजगारों की संख्या तकरीबन 12 लाख और डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों की संख्या छह से सात लाख के आसपास बताई जा रही है। डीएलएड प्रशिक्षुओं का तर्क है कि बीएड का कोर्स माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए तैयार किया गया है।


चूंकि पहले उत्तर प्रदेश में डीएलएड (बीटीसी) प्रशिक्षुओं की पर्याप्त संख्या उपलब्ध नहीं थी इसलिए बीएड डिग्रीधारियों को एक जनवरी 2012 तक प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पद पर भर्ती के लिए छूट दी गई थी। 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में विवाद के कारण समयसीमा बीतने पर बीएड वालों को 31 मार्च 2014 तक नियुक्ति में छूट बढ़ानी पड़ी थी।


उसके बाद बीएड वाले प्राथमिक स्कूलों की भर्ती से बाहर हो गए थे। हालांकि एनसीटीई ने 28 जून 2018 को फिर से बीएड करने वालों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मान्य कर लिया। जिसके चलते डीएलएड करने वालों की शिक्षक भर्ती में चयन की संभावना कम हो गई।

परिषदीय विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 19 मई से होगा या 20 मई से? भ्रम में पड़े शिक्षक, दूर करें अपना कन्फ्यूजन

उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 19 मई को पढ़ाकर 20 मई से 15 जून तक की ग्रीष्मकालीन छुट्टियां रहेगी। क्योंकि दिसंबर में शीतकालीन छुट्टियां हुई थी। 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक अर्थात 30 तारीख को पढ़ाकर छुट्टियां कर दी गई थी। इसलिए गर्मियों की छुट्टियां 20 मई से शुरू होगी। इसका आशय यह है कि समस्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को केवल 19 मई तक स्कूल खोलना पड़ेगा। अधिक जानकारी के लिए नीचे संलग्न आदेश का अवलोकन करें।

गोरखपुर के 18 BEO पर भारी पड़ी स्कूलों के निरीक्षण में अनदेखी, जिलाधिकारी ने मांगा लिखित स्पष्टीकरण

गोरखपुर के 18 BEO पर भारी पड़ी स्कूलों के निरीक्षण में अनदेखी, जिलाधिकारी ने मांगा लिखित स्पष्टीकरण

गोरखपुर: परिषदीय विद्यालयों के निरीक्षण में खंडh शिक्षाधिकारियों (बीईओ) की शिथिलता सामने आई है। राज्य परियोजना कार्यालय ने मिशन प्रेरणा के तहत संचालित महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं क्रियाकलाप क्रियान्वयन, बेहतर समन्वय व सतत अनुश्रवण के लिए की परफारमेंस इंडीकेटर निर्धारित किया है। जिसके तहत खंड शिक्षाधिकारियों को प्रत्येक माह 40 अलग-अलग स्कूलों का निरीक्षण करना है। लेकिन मार्च माह में निरीक्षण को लेकर खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा घोर लापरवाही बरती गई। किसी ने सिर्फ चार स्कूलों का निरीक्षण किया तो किसी का खाता तक नहीं खुला।

डीएम विजय किरन आनंद ने खंड शिक्षाधिकारियों के इस रवैये पर नाराजगी जताई है। उन्होंने जिले के 18 खंड शिक्षाधिकारियों को नोटिस देकर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही स्पष्टीकरण न देने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। डीएम ने कहा है कि मासिक समीक्षा बैठक में निर्देश देने के बाद भी खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा निरीक्षण पूर्ण नहीं किया जा रहा है। जिसका सीधा असर विद्यालयों शिक्षकों की उपस्थिति, नामांकन तथा पठन-पाठन पर पड़ रहा है।


तीन बीईओ ने एक भी स्कूल का नहीं किया निरीक्षण: डीएम ने जिन 18 बीईओ को स्कूलों के निरीक्षण में लापरवाही बरतने पर नोटिस दी है उनमें से ब्रह्मपुर, गोला व पिपराइच के बीईओ ने मार्च में एक भी स्कूल का निरीक्षण नहीं किया है। भरोहिया के बीईओ ने 32, सरदानगर के 26, जंगल कौड़ियां के 25, बांसगांव व खोराबार के 20-20, गगहा के 18, पिपरौली के 19, बड़हलगंज के 12, कौड़ीराम के नौ, पाली के 10, चरगांवा के सात, खजनी के पांच, बेलघाट व भटहट के चार चार तथा सहजनवां के बीईओ द्वारा एक स्कूल का निरीक्षण शामिल है।

बेसिक शिक्षा विभाग :- कम्पोजिट स्कूल ग्रान्ट दिशा निर्देश

कम्पोजिट स्कूल ग्रान्ट दिशा निर्देश

परिषदीय स्कूलों मे अवकाश के दौरान इलेक्शन से जुड़े काम निपटाने हेतु अगर आवश्यक हुआ तो रोस्टर प्रणाली के अनुसार जाना होगा स्कूल, आदेश देखें | if need teacher will go school on holiday

परिषदीय स्कूलों मे अवकाश के दौरान इलेक्शन से जुड़े काम निपटाने हेतु अगर आवश्यक हुआ तो रोस्टर प्रणाली के अनुसार जाना होगा स्कूल, आदेश देखें | if need teacher will go school on holiday


👉 उक्त आदेश में उल्लिखित 10 जनवरी का रोस्टर सम्बन्धी आदेश 👇

ज़िले में दो शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिले, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस

ज़िले में दो शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिले, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस
 ज़िले में दो शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध मिले, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जारी किया नोटिस 

जिले के बैरिया और सीयर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात दो शिक्षकों के अंक पत्र और प्रमाण पत्र संदिग्ध मिले हैं। उन पर कूटरचित अंक व प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाने का आरोप है।बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण सिंह ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अंदर जवाब तलब किया है। उन्होंने पूछा है कि क्यों न उनकी सेवा समाप्त कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी जाएं।

बीएसए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नोटिस में उल्लेख किया है कि अपर पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स लखनऊ द्वारा अवगत कराया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग की मानव संपदा पोर्टल पर समान नाम, पिता का नाम व जन्मतिथि वाले शिक्षकों की जांच एनआइसी से समन्वय स्थापित कर की गई। इसमें शिक्षा क्षेत्र बैरिया के प्राथमिक विद्यालय शहीद पर तैनात सहायक अध्यापक बाल कृष्ण यादव पुत्र हरिकेश यादव व शिक्षा क्षेत्र सीयर के प्रावि वाराडीह पर तैनात शिक्षक ओमप्रकाश यादव पुत्र बांकेलाल यादव का अंक व प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है। दोनों शिक्षकों द्वारा नियुक्ति के समय प्रस्तुत दस्तावेज सत्यापन में कूटरचित मिला है। एक सप्ताह के अंदर दोनों शिक्षकों को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी है। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई निश्चिंत है।

पहले से 10 फर्जी शिक्षकों को खोज रही एसटीएफ : जिले के 10 फर्जी शिक्षकों को पहले से एसटीएफ खोज रही है। महानिदेशालय ने बीएसए को पत्र भेजे 10 शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों और नियुक्ति संबंधित प्रपत्रों को तलब किया था। उनमें से अभी तक एक की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। धन की रिकवरी के मामले में भी विभाग के हाथ कुछ नहीं लगा है। 14 ऐसे शिक्षकों की सूची जारी की गई थी, जिनके पैन नंबर में गड़बड़ी पाई गई थी। सूची में अलग-अलग शिक्षा क्षेत्रों के 10 उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों, सहायक अध्यापकों एवं शिक्षामित्रों के नाम शामिल हैं।

यह बोले अधिकारी : फर्जीवाड़े के मामले मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से पकड़ में आ रहे हैं। जिन शिक्षकों का अभिलेख सत्यापित नहीं पाया है, उनकी सूची शासन से आ रही है। उनकी जांच कर कार्रवाई की जा रही है। अभी दो शिक्षकों को नोटिस जारी की गई है। – शिवनारायण सिंह, बीएसए