LUCKNOW: डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का बयान➡1 से 8वीं तक के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे’➡स्नातक में एडमिशन प्रक्रिया 5 अगस्त से
➡16 अगस्त से पीजी-यूजी की कक्षाएं होंगी’

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➡डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का बयान

➡1 से 8वीं तक के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे’

➡स्नातक में एडमिशन प्रक्रिया 5 अगस्त से

➡16 अगस्त से पीजी-यूजी की कक्षाएं होंगी’

➡1 सितंबर से यूजी फर्स्ट ईयर की क्लासेज’

➡स्वास्थ्य की सुरक्षा सबसे ऊपर है-दिनेश

यूपी में 16 अगस्त से खुलेंगे स्कूल, 50 फीसदी छात्र ही हो सकेंगे उपस्थित

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। वहीं सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में एक सितंबर से कक्षाओं के संचालन शुरू होगा। सोमवार को आयोजित टीम 9 की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में नवीन सत्र प्रारंभ करने की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी बोर्डों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम घोषित हो चुके हैं। ऐसे में स्नातक स्तर पर दाखिले की प्रक्रिया 05 अगस्त से प्रारंभ की जाए।


माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में भी जिन विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया है, उनके दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों की कक्षाएं स्वाधीनता दिवस की तिथि से शुरू हों। स्वाधीनता दिवस के दिन “स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव” से जोड़ कर आयोजन हों। 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ पठन-पाठन प्रारम्भ किया जाए। वहीं, उच्च शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन प्रत्येक दशा में एक सितंबर से प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षण संस्थानों में कोविड प्रोटोकॉल के तहत अध्ययन- अध्यापन प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर व मास्क की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने शिक्षण संस्थानों के प्रारंभ होने के साथ 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के टीकाकरण के विशेष शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारी करे। मुख्यमंत्री योगी ने सभी परिषदीय विद्यालयों में सैनिटाइजेशन कराने, शौचालयों की साफ-सफाई कराने और कक्षाओं को स्वच्छ रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग को बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय कर इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बीते 24 घंटे में सिर्फ 25 नए मरीज ही मिले
यूपी में कोरोना की रोकथाम के लिए अपनाए गए ‘थ्री टी’ मतलब ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट फॉर्मूले के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। प्रदेश में अब तक 6 करोड़ 59 लाख 89 हजार 652 कोविड सैम्पल की जांच की जा चुकी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 2 लाख 38 हजार 888 कोविड सैम्पल की जांच की गई जिसमें से सिर्फ 25 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसी अवधि में 42 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।

प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। 416 लोग अपने घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। अब तक 16 लाख 85 हजार 91 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।

यूपी में स्कूल खोलने की कार्ययोजना बने: सीएम योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सुधरती स्थिति को देखते हुए बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को टीम 9 की बैठक में यह निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सुधरती स्थिति को देखते हुए बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों को खोलने की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा है।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को टीम 9 की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी तक आ सैम्पल की जांच की जा चुकी है। अलीगढ़, अमरोहा, एटा, कासगंज, कौशाम्बी, महोबा, मुरादाबाद और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। 55 जिलों संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरी की जाए।

यूपी : कोरोना के चलते 8वीं तक के स्कूल खोलने के मामले में हाईकोर्ट सख्त, बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी तलब

हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने कोरोना के दरम्यान प्रदेश में आठवीं तक के प्राथमिक स्कूल खोलने के मामले में सख्त रुख अख्तियार कर राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। कोर्ट ने प्राथमिक स्कूल खोलने के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सरकारी वकील से पूछा है कि स्कूलों में कोरोना से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने को सरकार ने क्या किया। कहा कि सरकार 10 दिन में यह भी बताए कि अगर किसी स्कूल में दिशा-निर्देशों का पालन न किया गया तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जायेगी।

न्यायमूर्ति ऋतुराज अवस्थी और न्यायमूर्ति मनीष माथुर की खंडपीठ ने शुक्त्रस्वार को यह आदेश स्थानीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव की याचिका पर दिया। याची के वकील ज्योतिरेश पांडेय का कहना था कि बगैर समुचित इंतजाम प्राइमरी स्कूल खोलने से कोरोना की वजह से बड़ी संख्या में बच्चों व शिक्षकों की जान का खतरा हो सकता है। क्योंकि खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। इस संबंध में याची ने देश – प्रदेश की कई घटनाओं के उदाहरण भी दिए।


याचिका में स्कूलों को खोलने संबंधी यूपी सरकार व बेसिक शिक्षा विभाग के 5 व 6 फरवरी के आदेशों पर रोक लगाकर रद्द करने की गुजारिश की गई है। उधर सरकारी वकील ने याचिका का विरोध किया। कोर्ट ने मामले में सरकारी वकील को सरकार से 10 दिन में निर्देश लेकर पक्ष पेश करने को कहा। याचिका में राज्य सरकार व बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिवों समेत बेसिक शिक्षा निदेशक को पक्षकार बनाया गया है। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 10 दिन बाद नियत की है।