आज से कक्षा छह से आठ की तीन घंटे चलेंगी कक्षाएं

लखनऊ : कोरोना काल के चलते करीब डेढ़ साल से बंद चल रहे स्कूलों में फिर से बहार देखने को मिलेगी। कक्षा नौ से 12 तक के बच्चों के लिए पहले ही स्कूल खुल चुके हैं। अब कक्षा छह से आठ तक के बच्चों का इंतजार समाप्त हो रहा है। मंगलवार से उनकी कक्षाओं का संचालन शुरू होगा। स्कूल इनके स्वागत के लिए स्कूल तैयार हैं। इसी के साथ कोरोना काल में इन बच्चों की भी आफलाइन पढ़ाई का श्रीगणोश होगा। अधिकांश स्कूल सुबह आठ बजे ही खुलेंगे। अच्छी बात यह है कि मंगलवार से इनकी कक्षाएं शुरू हो रही हैं और सोमवार को कोरोना संक्रमण के नए मामले शून्य रहे।

सीएमएस की निदेशक गीता गांधी ने बताया कि स्कूल में कोविड-19 को लेकर जारी एसओपी का अनिवार्य रूप से पालन कराया जा रहा है। कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए भी पूरी सावधानी बरती जाएगी। कक्षाएं सुबह आठ से 12 बजे तक संचालित की जाएंगी। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल का कहना है कि स्कूलों से बच्चों की सुरक्षा के प्रबंध करने को कहा गया है।

अलग-अलग छोर पर चलेंगी कक्षाएं: एसकेडी स्कूल के निदेशक मनीष सिंह और केंद्रीय विद्यालय गोमतीनगर के ¨प्रसिपल सीबीपी वर्मा ने बताया कि कोरोना को देखते हुए कक्षाओं में शारीरिक दूरी के मानक का पालन कराया जा रहा है। अगर किसी क्लास में 40 विद्यार्थी हैं तो क्लास में सिर्फ 20-20 बच्चों को बिठाया जाएगा यानि अगर किसी क्लास में चार सेक्शन हैं तो उस क्लास में आठ सेक्शन बनाए गए हैं, जिससे एक क्लास में 20 बच्चे ही बैठें।

स्कूलों को शासन द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का गंभीरता से पालन करना होगा। किसी स्तर पर लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए।

विजय प्रताप सिंह, बीएसए

उत्तर प्रदेश में जूनियर स्कूल 23 से तथा प्राथमिक स्कूल एक से खोलने की तैयारी, पढ़ें विस्तृत खबर

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण पर व्यापक नियंत्रण के बाद अब योगी आदित्यनाथ सरकार जीवन शैली को सामान्य बनाने के अभियान में लगी है। प्रदेश में लॉकडाउन समाप्त करने के बाद बाजारों को खोला गया। सूबे में सोमवार से माध्यमिक स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल के साथ कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। अब जूनियर तथा प्राइमरी स्कूल खोलने की भी तैयारी है।

प्रदेश कोरोना वायरस संक्रमण का असर मंद होता देख अब जूनियर (कक्षा छह से आठ) तथा प्राइमरी स्कूल (एक-से पांच) को भी शीघ्र ही खोला जाएगा। बेसिक शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को रक्षाबंधन के बाद अगले दिन यानी 23 अगस्त से स्कूल भेजने की तैयारी है। इसके बाद एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चे भी स्कूल जाकर पढ़ाई कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोकभवन में कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 तथा राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार समिति के साथ समीक्षा की। इसी समिति की अनुशंसाओं के अनुरूप रक्षाबंधन के बाद 23 अगस्त से कक्षा छह से आठ तथा एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक के विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया गया।

प्रदेश में सोमवार से कक्षा नौ से 12 तक के बच्चों को स्कूल में बुलाकर पठन-पाठन का सिलसिला शुरू किया गया है। आज से माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक व व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी बच्चों की क्षमता के साथ पठन-पाठन प्रारंभ हो गया है। सभी जगह कक्षाएं दो पाली में चलाने की प्रक्रिया की गई है। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

रक्षाबंधन के उपरांत 23 अगस्त से 06वीं से 08वीं तक तथा 01 सितंबर से कक्षा 01 से 05वीं तक के विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया जाए: UPCM

रक्षाबंधन के उपरांत 23 अगस्त से 06वीं से 08वीं तक तथा 01 सितंबर से कक्षा 01 से 05वीं तक के विद्यालयों में पठन-पाठन प्रारंभ करने पर विचार किया जाए: #UPCM

कोरोना के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों में पांच माह बाद सोमवार से फिर रौनक लौटेगी शासन के निर्देश पर सोमवार से खुलेंगे कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूल

गोरखपुर: कोरोना के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों में पांच माह बाद सोमवार से फिर रौनक लौटेगी।
शासन के निर्देश पर कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूलों को खोलने के लिए स्कूल प्रबंधन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। सरकारी हो या निजी सभी स्कूलों में साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजेशन चल रहा हैं। सभी स्कूल पंद्रह अगस्त तक अपनी सभी तैयारियां कर लेंगे, ताकि 16 अगस्त से स्कूलों का नियमित संचालन हो सके।

शासन के निर्देश पर दो पालियों में स्कूल संचालन को लेकर स्कूलों में बेंच और डेस्क व्यवस्थित किए जा रहे हैं। शिक्षकों की ड्यूटी भी दो शिफ्टों में लगाई जा रही है, ताकि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्कूलों का संचालन हो सके।

कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्कूलों में आफलाइन पढ़ाई की तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विद्यालय में आक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर आदि की व्यवस्था पहले से ही है। छात्रों को मास्क लगाकर ही विद्यालय आने के लिए निर्देशित किया गया है।

ओम प्रकाश सिंह, प्रधानाचार्य, एमजी इंटर कालेज

स्कूल संचालन को लेकर तैयारियां चल रहीं हैं। सभी कक्षों का सैनिटाइजेशन कराया रहा है। थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर व हाथ धोने के लिए लिक्विड सोप की व्यवस्था कर दी गई है। कोरोना प्रोटोकाल के तहत कक्षाओं का संचालन किया जाएगा।

राजीव गुप्ता , निदेशक, स्टे¨पग स्टोन इंटर कालेज

परिषदीय व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 6 से 8 तक की कक्षाएं एक सितंबर से

मुख्यमंत्री योगी जी ने कक्षा 6 से 8 तक के जूनियर हाई स्कूलों में एक सितंबर से कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिए हैं।

जूनियर हाई स्कूल में दाखिले 16 से
जूनियर हाई स्कूल की कक्षाओं की तारीखों के ऐलान के साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि इन कक्षाओं के लिए दाखिले 16 अगस्त से शुरू कर दिए जाएं। उन्होंने कहा कि संक्रमण की स्थिति का आकलन करने के बाद पढ़ाई शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। शिक्षण संस्थानों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाए।

शनिवार को भी खुलेंगे शिक्षण संस्थान
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि शनिवार का कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने के बाद अब सभी शिक्षण संस्थानों में सोमवार से शनिवार तक कक्षाएं चलेंगी। कक्षा 9 से 12 की पढ़ाई पर सरकार पहले ही निर्णय ले चुकी है। इन कक्षाओं में पढ़ाई 16 अगस्त से शुरू हो रही है।

बेसिक शिक्षा के स्कूलों को खोलने की कवायद शुरू, विभाग ने सभी बीएसए से तलब की शिक्षकों व कर्मचारियों के वैक्सीनेशन को लेकर रिपोर्ट

आगामी 16 अगस्त से राज्य विश्वविद्यालयों से लेकर माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों को खोलने के आदेश के बाद शासन स्तर पर बेसिक शिक्षा के स्कूलों को खोलने की कवायद में सरकार जुटी है। लेकिन सरकार की कोशिश स्कूल खोलने से पूर्व शिक्षकों व कर्मचारियों के शत प्रतिशत टीकाकरण की है। जिससे किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोका सके। फिलहाल, टीकाकरण को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी बीएसए से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है । प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सुधरती स्थिति को देखते हुए माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों को खोलने को लेकर आदेश जारी हो चुके हैं। 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ माध्यमिक स्तर से लेकर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई होने लगेगी। इस बीच सरकार की तरफसे बेसिक स्कूलों को भी खोलने की दिशा में कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

इस बात पर बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर वैक्सीनेशन कर चुके शिक्षकों से लेकर अनुदेशकों, रसोइया और शिक्षामित्रों के बारे में रिपोर्ट तलब की है। अधिकारियों का कहना है कि स्कूल में बच्चों के आने से पूर्व सभी को वैक्सीनेशन कराना जरूरी है। ताकि बच्चे सुरक्षित माहौल में स्कूल आएं।

छात्रों व शिक्षकों को टीके लगने के बाद ही स्कूल खोलने पर करें विचार

नई दिल्‍ली। शिक्षा, महिला, बच्चे, युवा और खेलों पर
बनी स्थायी संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि
विद्यार्थियों, शिक्षकों व सहयोगी स्टाफ का टीकाकरण
कर सरकार जल्द से जल्द स्कूल खोलने पर विचार
करे। समिति के अनुसार स्कूल बंद रहने से बच्चों पर
हो रहे गंभीर असर को नजरअंदाज नहीं किया जा
सकता। राज्यसभा सांसद डॉ. विनयपी सहस्त्रबुद्धे की
अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी रिपोर्ट संसद में रखते
हुए यह बातें कही हैं।

यह समिति लॉकडाउन में स्कूल बंद रहने से बच्चों की शिक्षा में आई कमी, ऑनलाइन व ऑफलाइन पढ़ाई,परीक्षा और स्कूल फिर से खोलने की योजनाओं पर विचार के लिए ही बनी थी। देश में पिछले वर्ष मार्च में ही स्कूल महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में बंद कर दिए गए थे। कुछ राज्यों ने गतअक्तूबर में इन्हें खोला, लेकिन महामारी की दूसरीकहीं ज्यादा घातक लहर में उन्हें अपना निर्णय बदलना पड़ा।

बताए हालात : समिति के अनुसार घरों में कैद बच्चों और परिवारों पर स्कूल बंद रहने का ६ असर हुआ है। कुछ मामलों में बाल विवाह बढ़ गए हैं तो कई जगह बच्चों से घरों का काम करवाया जा रहा है। बंचित परिवारों के बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है। उनकी मानसिक सेहत पर भी असर हो रहा है।
इन सभी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।


सिफारिशें
विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्कूल के सहयोगीस्टाफ के टीकाकरण पर जोर दें ताकि स्कूलसामान्य ढंग से जल्द खोले जा सकें।

1- विद्यार्थियों को एक-एक दिन के अंतर पर या दो शिफ्ट में बांटकर बुलाया जा सकता है, कक्षाएं भरी हुईं न रहें। इससे एक दूसरे से दूरी रखने,मास्क पहनने, हाथ धोने व सफाई रखने जैसे नियम सख्ती से मनवाए जा सकेंगे।

2- उपस्थिति लेते समय बच्चों का तापमान मापा जाए,
रेंडम आरटीपीसीआर टेस्ट हो, ताकि संक्रमित को पहचान हो सके। हर स्कूल दो ऑक्सीजन कंसन्‍्ट्रेटर और प्रशिक्षित स्टाफ भी रखें।

3- स्वास्थ्य इंस्पेक्टर स्कूलों का निरीक्षण करें। इसके
साथ ही कोरोना की रोकथाम को लेकर विदेशों में
जो जरूरी कदम उठाए जा हहे हैं, उन्हें अपनाएं।

स्कूल खोलने के प्रोटोकॉल जारी करने का सीएम योगी ने जारी किया आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि माध्यमिक व उच्च शिक्षण संस्थाओं को खोल कर उनमें पढ़ाई कराई जानी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग आगामी सोमवार को स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाहकार समिति की बैठक कर शिक्षण संस्थानों में समयावधि और संस्थानों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने संबंधी दिशा-निर्देश तय करे।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को टीम -9 की बैठक में यह निर्देश दिए। असल में हाल में योगी सरकार ने 16 अगस्त से माध्यमिक स्कूलों में कक्षाएं शुरू करने को कहा है। उच्च शिक्षा की संस्थाओं में एक सितंबर से पढ़ाई होनी है। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 28 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 58 व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या 586 है।

9 जिलों में एक भी कोविड मरीज नहीं
बैठक में बताया गया कि अलीगढ़, अमेठी, एटा, फिरोजाबाद, गोण्डा, हाथरस, मीरजापुर, पीलीभीत और प्रतापगढ़ में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 2,54,007 कोविड टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 6 करोड़ 72 लाख 21 हजार 784 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड संक्रमण की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है।

रोजाना ढाई लाख सैंपल की जांच की जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके मद्देनजर टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 2 लाख 50 हजार सैम्पल की जांच की जाए। मुख्यमंत्री ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी टीकाकरण केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। कोविड वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण को प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के संबंध में भविष्य के आकलन के मद्देनजर चिकित्सा सुविधाओं को तेजी से सुदृढ़ किया जाए। पीकू तथा नीकू बेड तीव्र गति से स्थापित किये जाएं।

बेसिक शिक्षा विभाग: एक सितंबर से परिषदीय स्कूल खोलने की तैयारी , सीएम योगी ने दिए स्कूल तैयार करने के निर्देश

बेसिक शिक्षा विभाग: एक सितंबर से परिषदीय स्कूल खोलने की तैयारी , सीएम योगी ने दिए स्कूल तैयार करने के निर्देश

प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों को एक सितंबर से खोला जा सकता है। बेसिक शिक्षा विभाग 15 अगस्त से खुल रहे माध्यमिक विद्यालयों में कोरोना संक्रमण की स्थिति का आंकलन करने के बाद एक सिंतबर से स्कूल खोलने का निर्णय कर सकता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आयोजित टीम-9 की बैठक में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रित होने के चलते सभी शिक्षण संस्थानों में नवीन सत्र शुरू करने की तैयारी करने के निर्देश दिए थे। परिषदीय स्कूलों में ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज विभाग की मदद से साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन कराने, शौचालयों की सफाई कराने और क्लास में स्वच्छता के प्रबंध करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।


विभाग के अधिकारी ने बताया कि उच्च स्तर पर 15 अगस्त से खुल रहे माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति, 15 से 31 अगस्त तक संक्रमण की स्थिति और अभिभावकों का रूख देखकर परिषदीय विद्यालयों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा। उनका कहना है कि यदि संक्रमण की स्थिति नियंत्रित रही तो परिषदीय स्कूलों को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ एक सितंबर से खोल दिया जाएगा।

उधर, बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि पहले हाई स्कूल, इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज खुलने पर स्थिति का आंकलन किया जाएगा, उसके बाद परिषदीय स्कूल खोले जाएंगे।

School Reopen : बिना बच्चों के कोविड वैक्सिनेशन के स्कूल खोलना खतरनाक, तीसरी लहर के मुहाने पर नौ राज्यों ने खोले स्कूल, यूपी में 16 अगस्त से खोलने की तैयारी

School Reopen : बिना बच्चों के कोविड वैक्सिनेशन के स्कूल खोलना खतरनाक, तीसरी लहर के मुहाने पर नौ राज्यों ने खोले स्कूल, यूपी में 16 अगस्त से खोलने की तैयारी Very Dangerous in Covid era

देश कोरोना की तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है। इस बीच नौ राज्यों ने स्कूल खोल दिए हैं। तीन राज्यों ने सोमवार से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की हैं। दूसरी ओर, महाराष्ट्र में दोबारा स्कूल खुलने के बाद से 613 बच्चे संक्रमित मिल चुके हैं। योगी सरकार ने सोमवार को कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों (माध्यमिक और इंटरमीडिएट) को 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ खोलने और उच्च शिक्षण संस्थानों को एक सितंबर से खोलने की तैयारी किये जाने के निर्देश दिये हैं।

महाराष्ट्र : सोलापुर में 613 स्कूली बच्चे संक्रमित
दूसरी लहर के बाद महाराष्ट्र ने सबसे पहले 15 जुलाई से उन इलाकों में कक्षा आठवीं से 12वीं तक के स्कूल खोले थे जहां संक्रमण के नए मामले नहीं आ रहे थे। इसके बावजूद सोलापुर जिले में अब तक 613 बच्चे संक्रमित पाए जा चुके हैं। इसके बाद भी राज्य में स्कूल बंदी की कोई सूचना नहीं है।

हरियाणा : सभी स्कूल खुले, अब तक 6 पॉजटिव
फतेहाबाद के दो सरकारी स्कूलों के छह बच्चों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों को अलग रखा गया है। राज्य में 16 जुलाई से नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं और 23 जुलाई से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं खोल दी गई हैं।


7 राज्यों में स्कूल शुरू

गुजरात : आधी क्षमता के साथ यहां नौवीं से 12वीं की कक्षाएं 25 जुलाई से चल रही हैं। 15 जुलाई को कॉलेज खोले गए थे।

ओडिशा : 10वीं और 12वीं के लिए 25 जुलाई से कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्र के स्कूल खोले गए।

पंजाब : कक्षा 10, 11 और 12 के लिए 25 जुलाई से स्कूल खुले। प्री प्राइमरी से नौवीं तक के लिए सोमवार से स्कूल शुरू हुए।

बिहार : 12 जुलाई से यहां कक्षा 11वीं और 12वीं की कक्षाओं से लेकर कॉलेज व विश्वविद्यालय भी खोल दिए गए हैं।

मध्य प्रदेश : यहां 12वीं कक्षा के लिए स्कूल खोल दिए गए। हालांकि, निजी स्कूल 5 अगस्त तक ऑफलाइन कक्षाएं ही चलाएंगे।

छत्तीसगढ़ : 2 अगस्त से दसवीं और 12वीं के लिए कक्षाएं शुरू हो गईं।

राजस्थान : 2 अगस्त से स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों को खोल दिया गया।


3 राज्यों में जल्द स्कूल खुलेंगे

आंध्र प्रदेश : 16 अगस्त से यहां आधी क्षमता के साथ प्राथमिक से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के स्कूल दोबारा शुरू हो जाएंगे।

गोवा : मुख्यमंत्री ने कहा है कि 10वीं-12वीं कक्षाओं के लिए 15 अगस्त से कक्षाएं शुरू हो सकती हैं।

जम्मू-कश्मीर : इस केंद्रशासित प्रदेश में 31 जुलाई के बाद बड़ी कक्षाओं के शिक्षण व कौशल प्रशिक्षण संस्थानों को खोला जाएगा।


UP : योगी सरकार ने सोमवार को कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय से बंद स्कूलों (माध्यमिक और इंटरमीडिएट) को 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ खोलने और उच्च शिक्षण संस्थानों को एक सितंबर से खोलने की तैयारी किये जाने के निर्देश दिये हैं।

सतर्कता : बच्चे चपेट में आए तो पुडुचेरी ने फैसला टाला
यहां 16 जुलाई से कक्षा नौवीं से 12वीं के लिए स्कूल खोले जाने थे लेकिन केंद्रशासित प्रदेश में 16 बच्चों के संक्रमित हो जाने के बाद सरकार ने फैसला टाल दिया।


पहले प्राथमिक स्कूल खोलना बेहतर होगा : आईसीएमआर
देश के चौथे सीरो सर्वे से पता चला है कि बड़ी तादाद में बच्चों के अंदर एंटीबॉडीज पैदा हो गई हैं। इसके आधार पर 20 जुलाई को आईसीएमआर के महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव ने स्कूल खोलने के राज्यों के फैसलों का समर्थन किया। उनका कहना था कि बड़ी कक्षाओं की जगह प्राथमिक कक्षाओं के लिए स्कूल खोलना बेहतर होगा, क्योंकि वयस्कों के मुकाबले बच्चों का शरीर संक्रमण से ज्यादा अच्छी तरह लड़ सकता है। हालांकि, ज्यादातर राज्यों ने बड़ी कक्षाओं को पहले खोला।


देश के 48 फीसदी अभिभावक राजी नहीं
स्थानीय सर्वेक्षण से पता चला है कि देश के 48 फीसदी अभिभावक नहीं चाहते कि वे अभी बच्चों को स्कूल भेजें। जबकि 21 फीसदी अभिभावकों ने कहा कि जब स्कूल खुलेंगे, वे बच्चों को भेजना शुरू कर देंगे। ज्यादातर अभिभावक अभी बच्चों के टीकाकरण का इंतजार करना चाहते हैं।