बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा दिये गये निर्देश के अनुपालन में जनपदीयसमिति द्वारा पदोन्नति हेतु पात्र शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की पदोन्नति / पदस्थापना

आपको निर्देशित किया जाता है कि परिषद द्वारा दिये गये निर्देश के अनुपालन में जनपदीयसमिति द्वारा पदोन्नति हेतु पात्र शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की पदोन्नति / पदस्थापना शासनादेश संख्या-रिट-981अरसठ-52022-657/2021 दिनांक 20.08.2022 में दी गयी व्यवस्थानुसार राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र उ0प्र0 लखनऊ द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन दिनांक 22.11.2023 को किया जायेगा पदोन्नति हेतुपात्र शिक्षक एवं शिक्षिकाओं की सूची पोर्टल पर प्रत्येक दशा में दिनांक 19.11.2023 तक अपलोड किया जानाअनिवार्य होगा अन्यथा की स्थिति में पदोन्नति / पदस्थापना की कार्यवाही बाधित होने की दशा में सम्बन्धित जिलाबेसिक शिक्षा अधिकारी एवं पटल सहायक स्वयं उत्तरदायी होंगे।

Note – इस आदेश के अनुसार..

22 nov को पदोनंति प्राप्त शिक्षको को विद्यालय आवंटन किया जाएगा l

Basic Shiksha Vibhag – पदोन्नति की कार्यवाही 8 नवम्बर तक पूर्ण किए जाने के सम्बंध में

बेसिक शिक्षा विभाग को पूरे एक माह बाद बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति की कार्यवाही की आई याद, चटपट मांगी सभी जिलों से तय फॉर्मेट में सूचनाएं।

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बेसिक शिक्षा: जिलों से नहीं मिल रही पदोन्नति की सूचना

लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की पदोन्नति से संबंधित जानकारी पिछले दिनों मांगी गई थी। अब तक बाराबंकी बिजनौर, गोरखपुर, कानपुर नगर, कासगंज, रामपुर, संभल, बहराइच, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, रायबरेली, फतेहपुर, कौशांबी, सीतापुर, सहारनपुर ने ही सूचना उपलब्ध कराई है।

बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने सोमवार को फिर से पत्र भेजकर अन्य जिलों से समय से सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर, बेसिक शिक्षा विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद जिले में परस्पर तबादले व एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए आवेदन तो ले लिए। किंतु एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए आवेदन नहीं शुरू किए जा सके। इसके लिए भी आवेदन प्रक्रिया छह जून से शुरू होनी थी। इसे लेकर भी शिक्षकों में काफी नाराजगी है।

बेसिक शिक्षा विभाग को पूरे एक माह बाद बेसिक शिक्षकों की पदोन्नति की कार्यवाही की आई याद, चटपट मांगी सभी जिलों से तय फॉर्मेट में सूचनाएं। 

बेसिक शिक्षा विभाग को पूरे एक महीने बाद अपने शिक्षकों की पदोन्नति के कार्य पूरा करने की याद आई है। बीते 16 मई तक प्रदेश भर के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों के रिक्त पदों से जुड़ी सारी सूचनाएं मांगी गई थी। तब से न तो इस प्रकरण में आगे कोई कदम उठाया गया और न ही किसी प्रकार के आदेश -निर्देश ही जारी किए गए।

जनपद में कार्यरत परिषदीय स0अ0 प्रा0वि, प्र0अ0 प्रा0वि0 तथा स0अ0 उ0प्रा0वि0 के पदोन्नति के सम्बन्ध में सूचना उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।

 

 

 

जनपद में कार्यरत परिषदीय स0अ0 प्रा0वि, प्र0अ0 प्रा0वि0 तथा स0अ0 उ0प्रा0वि0 के पदोन्नति के सम्बन्ध में सूचना उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।

BASIC Teacher Promotion News – दस बार दी हिदायत, फिर भी वरिष्ठता सूची में तमाम कमियां

दस बार दी हिदायत, फिर भी वरिष्ठता सूची में तमाम कमियां
परिषदीय शिक्षकों के प्रमोशन के लिए दस बार हिदायत देने के बावजूद जिलों से अपलोड की जा रही वरिष्ठता सूची में तमाम कमियां हैं। कहीं नियम विरुद्ध तरीके से शिक्षकों की जन्मतिथि के आधार पर वरिष्ठता तय कर दी गई है तो कहीं टीईटी का ब्योरा ही दर्ज नहीं है। कुछ जिलों ने एक मई 2018 को नियुक्त शिक्षकों की सेवा पांच साल मानते हुए वरिष्ठता सूची में शामिल कर लिया है। वरिष्ठता सूची नियमानुसार न होने के कारण प्रमोशन में विवाद तय माना जा रहा है।
शुक्रवार दोपहर तक 75 जिलों में से 32 की वरिष्ठता सूची अपलोड हो सकी थी। बाराबंकी ने जन्मतिथि के आधार पर वरिष्ठता सूची तैयार कर दी है, जबकि नियमावली के मुताबिक ज्येष्ठता सूची अध्यापक की मौलिक नियुक्ति तिथि और चयन गुणांक से तय होती है। हाथरस और रामपुर में एक मई 2018 को 12460 शिक्षक भर्ती के तहत नियुक्त शिक्षकों की सेवा के पांच वर्ष पूरे मान लिए गए हैं, जबकि मैनपुरी में एक मई 2018 को नियुक्त शिक्षकों के पांच वर्ष पूरे नहीं माने गए हैं। प्रयागराज की वरिष्ठता सूची का क्रम गड़बड़ है। क्रम संख्या 5323 के बाद 5933 व 6794 है। कौशाम्बी में किस शिक्षक ने टीईटी की है और किसने नहीं, इसका जिक्र नहीं है।
अब 16 तक अपलोड होगी सूची
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने आठ मई को सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 11 मई तक वरिष्ठता सूची अपलोड करने के निर्देश दिए थे। लेकिन तय समय तक 32 जिले ही पोर्टल पर सूची दे सके। इसे देखते हुए सचिव ने 11वीं बार मौका देते हुए सूची अपलोड करने की अंतिम तिथि 16 मई तक बढ़ा दी है। सभी बीएसए को इस आशय का प्रमाणपत्र देना होगा कि ज्येष्ठता सूची में कोई त्रुटि नहीं है

शिक्षकों से अपेक्षाएं बड़ी, सुविधाएं दूर की कौड़ी, पदोन्नति और अंतर जनपदीय तबादले का अब भी इंतजार,, चार माह बाद भी नहीं बन पाई वरिष्ठता सूची 

शिक्षकों से अपेक्षाएं बड़ी, सुविधाएं दूर की कौड़ी, पदोन्नति और अंतर जनपदीय तबादले का अब भी इंतजार,, चार माह बाद भी नहीं बन पाई वरिष्ठता सूची
लखनऊ। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों से विभाग की अपेक्षाएं तो बड़ी हैं, लेकिन उनको दी जाने वाली सुविधाओं पर ध्यान नहीं है। शिक्षक लंबे समय से अंतर जनपदीय तबादले और पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। हाल ही में पदोन्नति प्रक्रिया शुरू की गई है, जो पूरा होने का नाम नहीं ले रही है।
शिक्षक बताते हैं कि दस साल पहले विभाग ने पदोन्नति की थी। इसके बाद से पदोन्नति नहीं हुई है। इससे बड़ी संख्या में शिक्षक बिना प्रमोशन पाए ही सेवानिवृत्त हो गए। पिछले वर्ष कार्यवाही शुरू तो हुई, लेकिन पूरी होने का नाम नहीं ले रही है। दिसंबर अंत से शुरू शिक्षकों की वरिष्ठता की कवायद भी अब तक पूरी नहीं हो पाई है।
 वरिष्ठता तय न होने से दो बार जिले के अंदर तबादले की प्रक्रिया शुरू करने की तिथि टाली गई है। प्राथमिक से उच्च प्राथमिक स्कूलों में पदोन्नति न होने का खामियाजा शिक्षक ही नहीं छात्र भी भुगत रहे हैं। कई विद्यालयों में गणित व विज्ञान के शिक्षक ही नहीं हैं। शिक्षकों से एप के जरिए काफी काम व डाटा अपलोड कराए जाते हैं। लेकिन टैबलेट खरीद की प्रक्रिया 2019 से अभी चल ही रही है। शिक्षक सबसे ज्यादा परिवार गणना से परेशान हैं। इन सबका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है।
 
 
पहले की सुविधाओं पर चली कैंची
एक तरफ तो शिक्षकों को पदोन्नति, जिले के अंदर तबादले जैसी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। वहीं पहले से दी जा रही सुविधाओं पर भी कैंची चला दी गई है। प्रदेश में हर संवर्ग में अधिकारियों को पढ़ाई के लिए छुट्टी का प्रावधान है, लेकिन शिक्षकों के लिए यह सुविधा हाल ही में समाप्त कर दी गई। इसी तरह उनका प्रतिपूर्ति अवकाश भी समाप्त किया गया। शिक्षक काफी दिनों से चिकित्सा सुविधा देने की भी मांग कर रहे हैं। इस पर भी अब तक ठोस निर्णय नहीं हो पाया है।
वरिष्ठता संबंधी स्पष्ट प्रोफार्मा व निर्देश जारी किया गया था। उनकी नियुक्ति की मौलिक तिथि व इसमें एकरूपता होने पर गुणांक को आधार बनाना है। जल्द ही इसे फाइनल कर दिया जाएगा। इसके बाद जिले के अंदर तबादला प्रक्रिया शुरू होगी।-प्रताप सिंह बघेल, – सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद
वर्षों से वरिष्ठता व जिले के अंदर तबादले के लिए शिक्षक इंतजार कर रहे हैं। विभाग जान-बूझकर इसे लंबित कर रहा है। मेडिकल व सीयूजी मोबाइल की सुविधा देने के लिए काफी दिनों से मांग चल रही है, पर ध्यान हीं दिया जा रहा है। -अनिल यादव, प्रदेश अध्यक्ष, यूपी बीटीसी शिक्षक संघ

निम्नलिखित जनपदों की सूची वेबसाइट पर अपलोड है, इनमें से किन किन जनपद की वरिष्ठता सूची चयन गुणांक पर बनी है और किन किन जनपद की वरिष्ठता सूची जन्म तिथि पर बनी है, देखने के लिए क्लिक करें👇

 

  1. निम्नलिखित 22 जनपदों की सूची वेबसाइट पर अपलोड है,
    इनमें से किन किन जनपद की वरिष्ठता सूची चयन गुणांक पर बनी है और किन किन जनपद की वरिष्ठता सूची जन्म तिथि पर बनी है ????

1.) अम्बेडकर नगर
2.) बदायूं
3.) बलिया
4.) चंदौली
5.)चित्रकूट
6.)देवरिया
7.)गाजियाबाद
8.) गाजीपुर
9.)गोण्डा
10.)हाथरस
11.)कौशाम्बी
12.)ललितपुर
13.)मैनपुरी
14.)पीलीभीत
15.)श्रावस्ती
16.) महराजगंज
17.) झांसी
18.) शामली
19.) रामपुर
20.)प्रयागराज
21.)मुजफ्फरनगर
22.)सहारनपुर

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https://basicparishad.upsdc.gov.in/SeniortyList.aspx

 

फिर बढ़ी शिक्षकों की सीनियॉरिटी लिस्ट अपलोड करने की तारीख

फिर बढ़ी शिक्षकों की सीनियॉरिटी लिस्ट अपलोड करने की तारीख

 

■ प्राइमरी शिक्षकों के प्रमोशन के लिए सीनियॉरिटी लिस्ट पोर्टल पर अपलोड करने की तारीख नौ मई से बढ़ाकर 11 मई कर दी है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने आपत्ति निस्तारण के बाद 11 मई तक लिस्ट अपलोड करने के निर्देश सभी बीएसए को दिए हैं। लगभग तीन महीने में नौवीं बार यह तारीख बढ़ाई गई है।

बार-बार तारीख बढ़ाए जाने पर शिक्षकों में खासा रोष है। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह और उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष निर्भय सिंह का कहना है कि इससे पता है चलता है कि अधिकारी शिक्षकों के प्रमोशन को लेकर गंभीर नहीं हैं।

पदोन्नति हेतु अंतिम ज्येष्ठता सूची निर्माण पर फिर लगेगा ब्रेक, टेट परीक्षा का विवरण 08 मई तक देने का आदेश … और अधिक जानने के लिए क्लिक करें!

पदोन्नति हेतु अंतिम ज्येष्ठता सूची निर्माण पर फिर लगेगा ब्रेक, टेट परीक्षा का विवरण 08 मई तक देने का आदेश … और अधिक जानने के लिए क्लिक करें!

पदोन्नति में टेट की अनिवार्यता संबंधी दायर याचिका में सरकार ने दिया सभी नियमों के पालन का भरोसा, आदेश देखें

पदोन्नति में टेट की अनिवार्यता संबंधी दायर याचिका में सरकार ने दिया सभी नियमों के पालन का भरोसा, आदेश देखें

🔵 पदोन्नति में टेट लागू होने या न होने पर नहीं आया कोई स्पष्ट आदेश
🔵 सरकार द्वारा नियमों का पालन न होने पर पुनः याचिका दायर करने की छूट

… और अधिक जानने के लिए क्लिक करें!

शिक्षकों की भर्ती का आधार अलग-अलग, वरिष्ठता उलझी, 40 से अधिक जिलों में अब भी चल रही है प्रक्रिया

शिक्षकों की भर्ती का आधार अलग-अलग, वरिष्ठता उलझी

 
40 से अधिक जिलों में अब भी चल रही है प्रक्रिया
 
तीन मई तक आपत्तियों का किया जाएगा निस्तारण
लखनऊ। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की वरिष्ठता तय करने की प्रक्रिया गुणांक के फेर में उलझती दिख रही है। क्योंकि शिक्षकों की नियुक्ति अलग-अलग साल में अलग-अलग आधार पर हुई है। हाल यह है कि तीन दर्जन से अधिक जिलों में अभी भी वरिष्ठता की आपत्तियों का निस्तारण नहीं हो पाया है। इससे शिक्षकों में नाराजगी है।
गत वर्षों में शिक्षकों की भर्ती अलग- अलग आधार पर हुई थी। कुछ शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर, कुछ की शैक्षिक प्रमाणपत्रों के प्रतिशत पर तो कुछ की हाईस्कूल व इंटर की मेरिट पर की गई है। वरिष्ठता तय करने के लिए कोई एक सामान्य फॉर्मूला तय न होने से गुणांक निकालने में दिक्कत हो रही है। इससे पदोन्नति की कार्यवाही भी उलझती जा रही है। यही वजह है कि अब तक छह बार इसकी तिथि बढ़ाई जा चुकी है।
शिक्षकों के अलग-अलग जिलों में तैनाती और वर्तमान में उनके तैनाती स्थल अलग-अलग होने से भी वरिष्ठता तय करने में समस्या आ रही है। शिक्षक इन कमियों को लेकर बार-बार पोर्टल पर आपत्ति दर्ज करा रहे हैं, लेकिन विभाग इनका निस्तारण नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि शिक्षकों की वरिष्ठता तय करने की प्रक्रिया दो माह से ज्यादा समय से चल रही है। इसके बाद भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है।
हाल में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 40 से अधिक जिलों में वरिष्ठता सूची पर शिक्षकों की आपत्तियों का निस्तारण नहीं किया जा सका है। हालांकि शिकायतों के निस्तारण की तिथि तीन मई तक बढ़ाई गई है। शिक्षकों का कहना है कि इसके बाद भी विभाग सही से वरिष्ठता का निर्धारण नहीं तय कर पाएगा। क्योंकि इसमें गुणांक का मामला उलझा हुआ है।