टी०ई०टी० पास मृतक आश्रितों को सुपर टेट की लिखित परीक्षा से दी जायेगी छूट ।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा० सतीश चन्द्र द्विवेदी द्वारा ये घोषणा करने के बाद इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है, उन्होंने सभी जरूरी आर्हताओं को पूरा करने वाले मृतक आश्रितों को शिक्षक व लिपिक पदों पर नियुक्त करने का ऐलान किया
है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने तयशुदा समय में जिलों से सूचनाएं मांगी हैं, विभाग में 2500 से ज्यादा मृतक आश्रितों को नियुक्ति दिए जाने की उम्मीद है, सूत्रों के मुताबिक , इस पर सहमति बन गई है कि ऐसे अभ्यर्थी जो बीएड डी०एल०एड० ( पूर्व में बी०टी०सी० ) पास हैं और टी०ई०टी० उत्तीर्ण कर चुके हैं , उन्हें सुपर टी०ई०टी० यानी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा से छूट दी जाएगी ।
वहीं जो मृतक आश्रित अभी डी०एल०एड० – बी०एड० कर रहे हैं, तो उन्हें लिपिक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी और बाद में टी०ई०टी० पास करने पर शिक्षक के पद पर समायोजित किया जाएगा ।
इसके लिए कितने वर्षों की छूट दी जाएगी, यह अभी तय नहीं है, स्नातक मृतक आश्रितों को लिपिक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी, यदि लिपिक के पद नहीं है तो उन्हें सृजित किया जाएगा ।
3 वर्षों से नहीं हुई मृतक आश्रितों के पद पर नियुक्ति
अभी लगभग 10 हजार मृतक आश्रित विभाग में नौकरी कर रहे हैं लेकिन मृतक आश्रितों के पद पर पिछले 03 वर्षों से विभाग में नियुक्तियां नहीं हुई हैं
औसतन 300-350 अधिकारी , कर्मचारी या शिक्षकों की हर साल मौत होती है , लेकिन पिछले तीन वर्षों से कोई नियुक्ति नहीं हुई है, वहीं पंचायत चुनाव की ड्यूटी में कोरोना संक्रमित 1621 शिक्षकों की मौत हो चुकी है ।