बेसिक शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले की उम्मीद हो रही धूमिल

शासन ने गत वर्ष 2 दिसंबर को शासनादेश जारी कर तबादला प्रक्रिया को स्वीकृति प्रदान की थी। पुरूषों के लिए तीन वर्ष एवं महिला शिक्षकों को एक वर्ष की सेवा के आधार पर आवेदन करने की छूट दी गई थी। दिव्यांग महिला एवं पुरूष शिक्षकों को अनिवार्य सेवावधि से छूट दी गई थी।

किसी भी जनपद में स्वीकृत पदों के सापेक्ष कुल 15 प्रतिशत शिक्षकों का ही तबादला होना था। कोरोना के कारण इस मसले पर अब तक कुछ नहीं हो सका है।

बेसिक शिक्षा विभाग के तीन मॉड्यूल (ध्यानाकर्षण, आधारशिला, शिक्षण संग्रह) पर आधारित ऑनलाइन शिक्षण प्रशिक्षण के सम्बन्ध में

कोरोना के कहर को देखते हुए दिल्ली सरकार का ऐलान जुलाई में नहीं खुलेंगे कोई भी स्कूल

Delhi School news : दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने किया ऐलान, 31 जुलाई 2020 तक बंद रहेंगे स्कूल

दिल्ली के स्कूल के छात्रों व अभिभावकों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 31 जुलाई 2020 तक बंद रखा जायेगा।


Delhi School news : दिल्ली के स्कूल के छात्रों व अभिभावकों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 31 जुलाई 2020 तक बंद रखा जायेगा। यानी, 31 जुलाई 2020 तक दिल्ली के सभी स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां पूरी तरह से स्थगित रहेंगी। यह घोषणा दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने की है। बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस महामारी के कारण बढ़ते हुए संक्रमण को ध्यान में रख कर यह निर्णय लिया गया है। सिसोदिया ने कहा है कि बच्चों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई जोखिम नहीं उठाया जा सकता है।

बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई के बाद अगर कोई शहर हुआ है तो वह दिल्ली है। यहां हर दिन तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। इस समस्या को मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। मार्च में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने की वजह से सभी स्कूल-कॉलेज सहित शैक्षणिक संसस्थान बंद कर दिए गए थे। इसके बाद जैसे-जैसे लॉकडाउन में छूट मिली थीं, उसके आधार पर शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाया गया। इसके तहत सीबीएसई बोर्ड सहित कई अन्य राज्यों ने बची हुईं 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराने का ऐलान किया। लेकिन कोरोना संक्रमण के नहीं थम रहे मामलों की वजह से आखिरकार सीबीएसई सहित कई अन्य राज्यों को परीक्षाएं टालनी पड़ीं। वहीं हाल ही सीबीएसई ने ऐलान किया है कि वह 15 जुलाई तक परिणाम जारी कर देगा। इसके अलावा कई अन्य बोर्ड पहले ही नतीजे जारी कर चुके हैं। इनमें सबसे पहले बिहार बोर्ड नरे जारी किए थे। वहीं अब कल यानी कि 27 जून को यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के नतीजे एक साथ जारी करने जा रहा है। शनिवार की दोपहर साढ़े 12 बजे रिजल्ट घोषित किया जाएगा।

बेसिक शिक्षा विभाग:- विद्यालय को सेनेटाइज किये जाने के सम्बंध में आदेश जारी

बेसिक शिक्षा विभाग:- विद्यालय को सेनेटाइज किये जाने के सम्बंध में आदेश जारी

बेसिक शिक्षा विभाग:- पूरा देश है बंद तो यूपी को इतनी जल्दी क्यों, देखें बेसिक शिक्षकों को 1 जुलाई से विद्यालय उपस्थित होने संबंधी अमिताभ अग्निहोत्री की रिपोर्ट

बेसिक शिक्षा विभाग:- पूरा देश है बंद तो यूपी को इतनी जल्दी क्यों, देखें बेसिक शिक्षकों को 1 जुलाई से विद्यालय उपस्थित होने संबंधी अमिताभ अग्निहोत्री की रिपोर्ट

*कुरौना काल में जब बच्चे ही स्कूल नहीं आएंगे तो शिक्षक को बुलाने का क्या मतलब*
शिक्षक समाज का दर्पण है महामारी के विपरीत परिस्थितियों में विद्यालय खोलने का आदेश सुरक्षात्मक दृष्टि से उचित नहीं।
सामूहिक हित के लिए सभी शिक्षक और सभी शिक्षक संगठन चिंतित है, सभी लोग एक सुर में एक ही आवाज उठा रहे हैं कि इस महामारी के दौर में परिषदीय विद्यालय अभी ना खोले जाएं।

आम शिक्षक जो दूरदराज के विद्यालयों में सार्वजनिक संसाधनों के उपयोग द्वारा पहुंचता है कोविड-19 महामारी के शिकार होने का बहुत ही आसान माध्यम बन सकता है अतः विद्यार्थी , विद्यार्थियों के अभिभावकों,शिक्षकों के परिवार ,समाज की सुरक्षा हेतु यह अति आवश्यक है की सरकार सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए 1 जुलाई से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय ना खोलें।
सुरक्षित परिस्थितियों में शिक्षक मांगे गए सभी आंकड़े ऑनलाइन विभाग को उपलब्ध कराता रहा है आगे भी कराता रहेगा जब तक की स्थितियां सामान्य नहीं हो जाती………………………… महामारी की विषम परिस्थितियों में एक ओर जहां सोशल डिस्टेंसिंग ,सैनिटाइजेशन ,साफ सफाई इत्यादि की बात कही जा रही है वही बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय शहर में ना होकर गांव के दूर-दराज इलाकों में होते हैं जहां तक पहुंचने के लिए अधिकतर शिक्षकों के पास निजी वाहन नहीं होते वह बस टैक्सी ,ट्रेन के माध्यम से और कुछ शिक्षक मिलकर वैन को किराए पर लेकर दुरूह इलाकों में स्थित विद्यालय तक पहुंचते हैं…. जो एक सामान्य बात है।
परंतु महामारी के इस विषम समय यह बिल्कुल भी संभव नहीं कि सार्वजनिक संसाधनों में जाने के बाद सामाजिक दूरी का पालन हो सकेगा और शिक्षक संक्रमण से सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।

कोरोना महामारी कि इन विषम परिस्थितियों में बहुत से विद्यालय कोरेंटाइन सेंटर बनाए गए थे….. जिनका सेनेटाईजेशन अभी पूर्ण नहीं हुआ है।
दिन प्रतिदिन करोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है जिसके तहत हम रोज ही समाचार के माध्यम से बीआरसी में मानव संपदा की फीडिंग को सही कराने पहुंचे शिक्षकों को किसी न किसी ब्लॉक में संक्रमित पा रहे हैं ।
चुकीं शिक्षक जिले के विभिन्न इलाकों से होता हुआ विद्यालय और बीआरसी तक पहुंच रहा है और यह गतिविधि महीनों से जारी है फिर भी किसी एक भी शिक्षक की त्रुटि में संशोधन नहीं हो पा रहा।
शिक्षक ,शिक्षार्थी ,परिवार ,समाज और देश यह सब आपस में एक सूत्र से बंधे हुए सामाजिक
तंत्रिया हैं और यदि इनमें से शिक्षक ही कॉरोना महामारी से ग्रसित हो कर वाहक हो जाएगा तो आप कल्पना कर सकते हैं कि उसके संपर्क में आने वाले कितने लोग प्रभावित होंगे और इस तरह कहीं ना कहीं अनजाने में अपने समाज ,अपने देश को covid-19 संक्रमण को समर्पित करने जा रहे हैं ।
अतः नीति निर्माताओं से आम शिक्षकों का यह अनुरोध है कि 1 जुलाई से परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक बिना शिक्षार्थी के जा कर बैठे और गांव वालों से कागज एकत्र करें इस आदेश पर पुनर्विचार कर निरस्त करें तथा जब तक महामारी की परिस्थितियां सामान्य नहीं हो जाती तब तक मांगे गए आंकड़े ऑनलाइन स्वीकृत करें।
अनुरोध आम शिक्षक

ट्रांसफर का इंतजार कर रहे शिक्षकों को झटका, फिलहाल आसार नहीं, बेसिक शिक्षा मंत्री ने अंतर जिला तबादले से किया इनकार

ट्रांसफर का इंतजार कर रहे शिक्षकों को झटका, फिलहाल आसार नहीं, बेसिक शिक्षा मंत्री ने अंतर जिला तबादले से किया इनकार

सरकार की जुलाई में शिक्षकों को विद्यालय भेजने की मंशा हो सकती है मुसीबत की जड़, गोरखपुर के बाद लखनऊ में भी शिक्षिका निकली कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप

लखनऊ : पोर्टल फीडिंग कराने BRC आई शिक्षिका निकली कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप और साथी कर्मी दहशत में
मोहनलालगंज में शिक्षिका की रिपोर्ट आई कोरोना पाजिटिव, हड़कंप
24 जून को शिक्षिका की रिपोर्ट आई पॉजिटिव 20 जून को गई थी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय
संक्रमित मिलने के बाद नहीं हुआ सैनीटाइजेशन व कर्मचारियों की कोरोना जांच
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही जिले के शिक्षकों पर भारी पड़ सकती है। मोहनलालगंज ब्लाक में एक महिला शिक्षिका के कोरोना संक्रामित पाए जाने के बाद न तो खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सैनीटाइज किया गया और न ही वहां काम करने वाले कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई गई।

जानकारों के अनुसार शिक्षिका की कोरोना रिपोर्ट आने से तीन दिन पहले खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय अपने कार्य से गई थी। इसे लेकर ब्लाक के शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है जबकि विभाग मामले को दबाने में जुटा है। मोहनलालगंज के क्रमोत्तर कन्या विद्यालय में तैनात बैंककर्मी शिक्षिका के पति का 21 जून की शाम को कोविड-19 का सैम्पल लिया गया। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद शिक्षिका और उनके दोनों बेटों को सैंपल लिया गया। जो कोरोना पाजिटिव निकले।

20 जून को कोरोना संक्रामित शिक्षिका भी पोर्टल पर फीडिंग कराने कार्यालय गई थी। हालाकि संक्रामित शिक्षिका के साथ आई दूसरी शिक्षिकाओं को जानकारी दे दी गई। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रान्तीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर बने स्कूलों को और बीआरसी को सेनेटाइज करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग की बात कई बार विभागीय अधिकारियों से कही गई। इसके आदेश भी जारी हुए, लेकिन ब्लॉक स्तर पर इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
मोहनलालगंज खण्ड शिक्षा अधिकारी धमेंद्र प्रसाद का कहना है कि सभी बीआरसी पर मानव सम्पदा पोर्टल की फीडिंग का कार्य चल रहा है। शिक्षिका 20 जून के बाद से बीआरसी पर नहीं आई थी। बीआरसी के सभी कर्मचारियों को कोरोना की जांच करवाई जाएगी।

यूपी बोर्ड:- हाईस्कूल और इंटर का परिणाम आज यहां से देखे अपना रिजल्ट

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बेसिक शिक्षा विभाग:- ट्रांसफर का इंतजार कर रहे शिक्षकों को लगा झटका, फिलहाल नहीं है कोई आसार

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68500 से खत्म हो गया तबादले का प्रावधान

बेसिक शिक्षा मंत्री ने अंतर जिला तबादले से किया इनकार

UP Board Result 2020: Class 10th & 12th Results. upresults.nic.in

UP Board 10th Result 2020 (High School) Tomorrow – Get Details Here

UP Board Result 2020 Class 10 – Click Here

http://upresults.nic.in/PAHS19SS/HighGetRoll.htm

UP Board 12th Result 2020 (Intermediate)

यूपी बोर्ड 10 वीं और 12 वीं का रिजल्ट 2020 27 जून तक: नवीनतम अपडेट के अनुसार, हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों छात्रों के लिए यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 27 जून 2020 तक घोषित किया जा सकता है। इस खबर की पुष्टि यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने की है , जिन्होंने कहा कि छात्र जून महीने के अंत तक यूपी 10 वीं रिजल्ट 2020 और यूपी 12 वीं रिजल्ट 2020 की उम्मीद कर सकते हैं। इससे पहले, सप्ताह में यूपीएमएसपी ने भी पुष्टि की थी कि बोर्ड ने लगभग 56 लाख छात्रों के लिए उत्तर पुस्तिकाओं की ऑनलाइन जाँच सफलतापूर्वक पूरी कर ली है, जो फरवरी 2020 में आयोजित बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित हुए हैं। हाल ही में, यूपी बोर्ड ने यह भी घोषणा की कि लंबित व्यावहारिक परीक्षा 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए 9 और 10 जून 2020 को राज्य भर में आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद यूपी बोर्ड 12 वीं के परिणाम घोषित होने के लिए परिणाम डेटा की अंतिम प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।