पंचायत चुनाव ड्यूटी में मारे गए टीचर्स का मामला : शिक्षक संघ ने यूपी सरकार को चेतावनी दी

➡शहीद शिक्षकों के परिवार को 1-1 करोड़ दें- संघ

➡बेसिक के शिक्षक एक-एक दिन का वेतन कटाएंगे

➡यूपी सरकार ने बयान दिया लेकिन शासनादेश नहीं

➡यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ की आज बैठक

➡अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने आंदोलन की चेतावनी दी

CBSE Class 12 Board Exam 2021: जुलाई-अगस्त में एग्जाम, सितंबर में रिजल्ट, जानें- बोर्ड का प्लान

कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है. इसके लिए सभी राज्य सरक…

कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है. इसके लिए सभी राज्य सरकारों से भी राय मांगी गई है. बता दें कि वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का प्लान है कि सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त तक आयोजित कराई जाए. आइए जानें बोर्ड ने किस तरह प्लान के साथ प्लान बी भी तैयार किया है.

कोविड-19 की दूसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीबीएसई, सीआईएससीई समेत विभ‍िन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं व अन्य प्रवेश परीक्षाएं लगातार पोस्टपोन ह…ऐसे में सरकार ने राज्यों से वहां की स्थ‍ित‍ि को देखते हुए जरूरी विषयों के साथ 12वीं की संक्ष‍िप्त प्रारूप में परीक्षा कराने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पहले बोर्ड परीक्षार्थ‍ियों और ड्यूटी में तैनात होने वाले श‍िक्षकों का टीकाकरण किया जाए, तभी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएं

सीबीएसई बोर्ड की ओर से क्या हैं एग्जाम को लेकर दो प्लान 

सीबीएसई ने प्रस्तावित किया है कि बोर्ड परीक्षा केवल कुछ प्रमुख विषयों की आयोजित की जाए. इसके अलावा एग्जाम की अवधि 3 घंटे के बजाय 1.5 घंटे तक की जाए. श‍िक्षामंत्र‍ियों की बैठक में अधिकांश राज्य के श‍िक्षा मंत्रियों ने बाद वाले विकल्प का समर्थन किया. हालांकि, कुछ ने हल्के फुल्के बदलाव की भी मांग की, जान‍िए वो क्या हैं

एक विकल्प के अनुसार 1.5-घंटे या 90-मिनट की परीक्षा का परीक्षा पैटर्न अलग होगा. इसमें केवल MCQप्रश्न होंगे ताकि छात्र दिए गए समय में परीक्षा पूरी कर सकें. सीबीएसई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि परीक्षा छात्रों के अपने स्कूलों में आयोजित की जाएगी और उन्हें एक भाषा विषय और तीन ऐच्छिक के लिए उपस्थित होना होगा।

परीक्षा के लिए फिलहाल एक टेम्परेरी टाइम टेबल तैयार किया गया है, ज‍िसके अनुसार परीक्षा दो चरणों में 15 जुलाई से एक अगस्त तक और दूसरे चरण में 6  अगस्त अगस्त से 26 अगस्त तक आयोजित की जाएगी. इसमें रविवार को भी परीक्षा कराने का प्रस्ताव शामिल है. 

CBSE 12th Exam: हो सकता है छोटे फॉर्मेट का एग्जाम, एक जून को तारीखों का ऐलान!

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स में सीबीएसई क्लास 12 बोर्ड एग्जाम को लेकर अन‍िश्च‍ितता बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 1 जून को कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर सकते हैं.

CBSE Board 12th Exam 2021 Date: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण स्टूडेंट्स, टीचर्स और पेरेंट्स में सीबीएसई क्लास 12 बोर्ड एग्जाम को लेकर अन‍िश्च‍ितता बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 1 जून को कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर सकते हैं. एग्जाम का फॉर्मेट छोटा हो सकता है. जानकारी के अनुसार, छात्रों के लिए इस छोटे फॉर्मेट के एग्जाम में उनसे ऑब्जेक्ट‍िव यानी वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे.

बता दें क‍ि रविवार को हुई राज्यों के श‍िक्षामंत्रियों के साथ हुई बैठक के बाद, श‍िक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों से 25 मई तक केंद्र के प्रस्ताव पर लिख‍ित प्रत‍िक्र‍िया मांगी थी. बैठक के दिन ही 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) ने CBSE के 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया था. केवल चार राज्‍य दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान और निकोबार ने परीक्षाएं न कराने का सुझाव रखा था. इन राज्यों ने एग्जाम से पहले छात्रों और शिक्षकों के लिए वैक्‍सीनेशन की मांग उठाई थी. इसके अलावा अधिकांश राज्‍यों ने छोटे फॉर्मेट के एग्‍जाम पर सहमति जताई है.

परीक्षा के लिए सहमति जताने वाले 32 में से लगभग 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो CBSE के विकल्प B से सहमति जताई या मामले पर केंद्र के फैसले का समर्थन करने के लिए सहमत हुए. केवल राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना ने विकल्प A यानी मौजूदा फॉर्मेट में ही परीक्षा कराने का प्रस्‍ताव रखा.

CBSE ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय को दो विकल्प प्रस्तावित किए थे. पहले विकल्‍प में छात्रों के केवल 19 महत्‍वपूर्ण विषयों के पेपर लिए जाने हैं जिसमें परीक्षा का फॉर्मेट और एग्‍जाम सेंटर पहले जैसे ही रहेंगे. दूसरे विकल्‍प में एग्‍जाम का पैटर्न 3 घंटे से घटकार 1.5 घंटे किया जाना है और छात्रों को अपने ही स्‍कूल में परीक्षा देने की अनुमति दी जानी है.

केंद्रीय मंत्रियों के साथ हुई हाई लेवल बैठक के बाद सभी राज्‍यों से 1 सप्‍ताह के समय के भीतर बोर्ड परीक्षाओं पर अपने सुझाव देने को कहा गया था. अधिकांश राज्‍य परीक्षाएं कराने के पक्ष में हैं और छोटे फॉर्मेट में परीक्षा लेने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सभी सुझावों पर विचार के बाद 01 जून को बोर्ड परीक्षाओं की नई डेट्स का ऐलान करेंगे.

यूपी : तीसरी लहर के नियंत्रित होने तक परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन क्लास

यूपी : तीसरी लहर के नियंत्रित होने तक परिषदीय स्कूलों में ऑनलाइन क्लास

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की आशंकाओं के चलते बेसिक शिक्षा विभाग में ऑनलाइन क्लास के विकल्प को ही जारी रखने की योजना बनाई जा रही है।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर नियंत्रित होने तक कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में ऑनलाइन क्लास के जरिये ही पढ़ाई कराने का विचार है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की आशंकाओं के चलते बेसिक शिक्षा विभाग में ऑनलाइन क्लास के विकल्प को ही जारी रखने की योजना बनाई जा रही है।


विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिस तरह से वैज्ञानिक और देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थान कोरोना की तीसरी लहर जुलाई से सितंबर तक रहने और उसे बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की बात कर रहे हैं उसके मद्देनजर स्कूलों को खोलना जोखिम भरा हो सकता है। उनका कहना है कि हालांकि विभाग इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से भी परामर्श लेगा। उनके परामर्श के बाद मुख्यमंत्री से अनुमति ली जाएगी। लेकिन, उच्च स्तर पर कोरोना की तीसरी लहर नियंत्रित होने के बाद ही स्कूलों को खोलने की सैद्धांतिक सहमति बनी है। विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने बताया कि ऑनलाइन क्लास ही जारी रहेगी।

बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई ने दिया इस्तीफा, गरीब कोटे से बन गए थे असिस्टेंट प्रोफेसर

यूपी के मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई ने दिया इस्तीफा, गरीब कोटे से बन गए थे असिस्टेंट प्रोफेसर
उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के छोटे भाई अरुण द्विवेदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. EWS कोटे से अरुण द्विवेदी की असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति के बाद काफी बवाल हुआ था.

इस्तीफे के बाद जारी किया ये प्रेस नोट

उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी के भाई को आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है. हाल ही में EWS कोटे (आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य अभ्यर्थी) के तहत सतीश द्विवेदी के भाई अरुण द्विवेदी की सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति हुई थी, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था.

जानकारी के मुताबिक, अरुण द्विवेदी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है. जिसे कुलपति सुरेंद्र दुबे ने मंजूर भी कर लिया है. अरुण द्विवेदी की नियुक्ति सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर हुई थी.

बड़े भाई की छवि को धूमिल करने का प्रयास: अरुण द्विवेदी
अरुण द्विवेदी ने इस्तीफा देने वाले पत्र में उन्होंने अपनी योग्यता बताते हुए कहा कि उनका चयन निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत हुआ था, लेकिन दुर्भाग्य से उनके कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद ही उनके बड़े भाई सतीश द्विवेदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया. अरुण ने कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि उनके कारण उनके भाई पर बेबुनियाद आरोप लगे.

मंत्री के भाई ने कहा कि वह मानसिक संत्रास की स्थिति से गुजर रहे हैं और उनके लिए परिवार और उनके बड़े भाई सतीश त्रिवेदी कि सामाजिक और राजनीतिक सम्मान से ज्यादा अहमियत किसी भी चीज की नहीं है.

अरुण द्विवेदी ने दावा किया कि नवंबर 2019 में आवेदन के समय उन्होंने अपनी आर्थिक आर्थिक स्थिति के अनुसार ईडब्ल्यूएस का प्रमाण पत्र बनवाकर आवेदन दिया था. बाद में उच्च शिक्षा में सेवारत लड़की का शादी का प्रस्ताव आने पर अपने जीवन की बेहतरी का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि इस भर्ती के लिए उन्होंने सारी प्रक्रियाएं पूरी की थी और सतीश द्विवेदी की इसमें कोई भूमिका नहीं थी.



विवाद पर मंत्री ने कहा था- करा लो जांच
मंत्री के भाई की नियुक्ति की प्रक्रिया पर जब सवाल खड़े होने लगे, तब मंत्री सतीश द्विवेदी ने सफाई में कहा था कि उनके भाई की अलग पहचान है. उसके पास अपना प्रमाण पत्र है, लेकिन उसके बाद भी किसी को आपत्ति हो तो वह जांच करवा सकता है.

हालांकि, तमाम विवादों के बीच अरुण द्विवेदी ने बीते शुक्रवार को अपना पद ग्रहण कर लिया था. वहीं, विश्वविद्यालय के कुलपति सुरेंद्र दुबे की ओर से सफाई में कहा गया था कि उनके पास नियुक्ति के सभी प्रमाण पत्र मौजूद हैं, किसी तरह की कोई सिफारिश का नियुक्ति के पीछे कोई हाथ नहीं है.


सीएम योगी के दौरे से पहले ही इस्तीफा
आपको बता दें कि मंत्री के भाई अरुण द्विवेदी का ये इस्तीफा उस दिन आया है, जब गुरुवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिद्धार्थनगर पहुंच रहे हैं. यूपी सीएम इन दिनों कोरोना संकट के बीच प्रदेश के अलग-अलग इलाकों का दौरा कर रहे हैं, तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. इसी कड़ी में उन्हें गुरुवार को सिद्धार्थनगर पहुंचना है.

नियुक्ति पर खड़े हुए थे गंभीर सवाल
राज्य सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई की इस तरह नियुक्ति होना किसी को सामान्य नहीं लगा. ऐसे में कई गंभीर सवाल उठाए गए, सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग तबकों ने सरकार पर निशाना साधा.

पूर्व अफसर अमिताभ ठाकुर, नूतन ठाकुर ने इस विषय में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को चिट्ठी लिखी थी और एक्शन लेने की अपील की थी. वहीं, जब यूनिवर्सिटी पर सवाल खड़े हुए तो बार-बार कुलपति सुरेंद्र दुबे ने यही कहा कि अगर EWS सर्टिफिकेट फर्जी निकलता है, तो फिर एक्शन लिया जाएगा.

टी०ई०टी० पास मृतक आश्रितों को सुपर टेट की लिखित परीक्षा से दी जायेगी छूट ।

टी०ई०टी० पास मृतक आश्रितों को सुपर टेट की लिखित परीक्षा से दी जायेगी छूट ।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा० सतीश चन्द्र द्विवेदी द्वारा ये घोषणा करने के बाद इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है, उन्होंने सभी जरूरी आर्हताओं को पूरा करने वाले मृतक आश्रितों को शिक्षक व लिपिक पदों पर नियुक्त करने का ऐलान किया
है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने तयशुदा समय में जिलों से सूचनाएं मांगी हैं, विभाग में 2500 से ज्यादा मृतक आश्रितों को नियुक्ति दिए जाने की उम्मीद है, सूत्रों के मुताबिक , इस पर सहमति बन गई है कि ऐसे अभ्यर्थी जो बीएड डी०एल०एड० ( पूर्व में बी०टी०सी० ) पास हैं और टी०ई०टी० उत्तीर्ण कर चुके हैं , उन्हें सुपर टी०ई०टी० यानी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा से छूट दी जाएगी ।

वहीं जो मृतक आश्रित अभी डी०एल०एड० – बी०एड० कर रहे हैं, तो उन्हें लिपिक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी और बाद में टी०ई०टी० पास करने पर शिक्षक के पद पर समायोजित किया जाएगा ।

इसके लिए कितने वर्षों की छूट दी जाएगी, यह अभी तय नहीं है, स्नातक मृतक आश्रितों को लिपिक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी, यदि लिपिक के पद नहीं है तो उन्हें सृजित किया जाएगा ।

3 वर्षों से नहीं हुई मृतक आश्रितों के पद पर नियुक्ति

अभी लगभग 10 हजार मृतक आश्रित विभाग में नौकरी कर रहे हैं लेकिन मृतक आश्रितों के पद पर पिछले 03 वर्षों से विभाग में नियुक्तियां नहीं हुई हैं

औसतन 300-350 अधिकारी , कर्मचारी या शिक्षकों की हर साल मौत होती है , लेकिन पिछले तीन वर्षों से कोई नियुक्ति नहीं हुई है, वहीं पंचायत चुनाव की ड्यूटी में कोरोना संक्रमित 1621 शिक्षकों की मौत हो चुकी है ।

यूपी बोर्ड 2021 : सीधे पास होंगे कक्षा 12वीं के छात्र! जानिए माध्यमिक शिक्षा परिषद का नया आदेश

UP Board Exam 2021 UPMSP : माध्यमिक शिक्षा परिषद दोतरफा तैयारी करने में जुटी है। जैसे ही उत्तर प्रदेश शासन की ओर से परीक्षाओं को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा। वैसे ही बोर्ड 10वीं और 12वीं कक्षाओं के रिजल्ट को जारी करने के लिए अपनी योजना का खुलासा करेगा।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच देश के सबसे बड़े स्कूल शिक्षा बोर्ड वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को लेकर संशय की बढ़ता जा रहा है। इसी बीच, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से एक नया आदेश जारी हुआ है। इससे चहुंओर कयासबाजी एक बार फिर बढ़ गई हैं कि 10वीं के साथ ही 12वीं के छात्रों को भी सीधे पास किया जा सकता है।
क्योंकि, यूपी बोर्ड की ओर से पहले हाईस्कूल और अब इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों की 12वीं के छमाही व प्री बोर्ड परीक्षा के अंक मांगे गए हैं। बोर्ड ने इन छात्रों के 11वीं के छमाही एवं वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांक एवं पूर्णांक वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ पर 28 मई, 2021 तक अपलोड करने का निर्देश दिया है।
इस आदेश के बाद, माना जा रहा है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद दोतरफा तैयारी करने में जुटी है। जैसे ही उत्तर प्रदेश शासन की ओर से परीक्षाओं को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा। वैसे ही बोर्ड 10वीं और 12वीं कक्षाओं के रिजल्ट को जारी करने के लिए अपनी योजना का खुलासा करेगा।

साथ ही संभावना यह है कि अगर 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं हुई तो रिजल्ट उत्तर पुस्तिकाओं की जांच से तैयार होगा। यदि परीक्षाएं नहीं रद्द हुई तो रिजल्ट बोर्ड की आगे दी गई योजनानुसार घोषित किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद दोनों तरह से तैयार है।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश की ओर से पहले सभी स्कूलों को हाईस्कूल के परीक्षार्थियों के छमाही, प्री बोर्ड परीक्षा और नौवीं कक्षा के अंकों का विस्तृत विवरण अपलोड करने का निर्देश दिया गया था।
लेकिन अब अब इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के भी प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड होंगे। साथ ही उनके कक्षा 11 की छमाही व वार्षिक परीक्षा का भी प्राप्तांक अपलोड करना होगा।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शासन की ओर अभी तक राज्य में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं पर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं किया गया है। इससे 56 लाख से अधिक परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के साथ ही लाखों की शिक्षकों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। इस बीच, देशभर में इम्तिहान रद्द करने की मांग भी जोर पकड़ रही है।
देश के तमाम विपक्षी दलों के नेता भी इसका समर्थन कर चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से फिलहाल, यही जानकारी दी गई है कि जून के प्रथम सप्ताह तक परीक्षाओं के संबंध में शासनादेश के बाद स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी।

उत्तर प्रदेश बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल की ओर से प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि फरवरी में बोर्ड की ओर से जारी एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार प्री बोर्ड परीक्षा कराई गई थी। स्कूल 2021 की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पंजीकृत छात्रों की फरवरी में हुई प्री बोर्ड परीक्षा के अंक, इन परीक्षार्थियों के 11वीं के वार्षिक एवं छमाही परीक्षा के अंक 28 मई तक वेबसाइट पर अपलोड कर दें। इसके साथ 2021 में कक्षा 11की कृषि भाग-1 की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं की 2020-21 में हुई छमाही परीक्षा के अंक भी 28 मई तक वेबसाइट पर अपलोड कर दें।

मृतक आश्रित में नियुक्ति हेतु आवेदन प्रपत्र के साथ लगने वाले जरूरी कागजात And download from

मृतक आश्रित में नियुक्ति हेतु आवेदन प्रपत्र के साथ लगने वाले जरूरी कागजात

👉 उत्तराधिकार प्रमाण पत्र
👉 मृत्यु प्रमाण पत्र
👉 परिवार के सभी सदस्यों के शपथ पत्र अलग-अलग ₹100 के स्टांप पेपर पर मय फोटो सहित
👉 मृतक का नियुक्ति आदेश, शैक्षिक प्रमाण पत्र व प्रशिक्षण प्रमाण पत्रो की प्रमाणित छायाप्रति
👉 आवेदक की शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र
👉 पुलिस द्वारा निरुद्ध/ न्यायालय द्वारा न दंडित होने का शपथ पत्र आवेदक द्वारा
👉 माता/ पिता (जो लागू हो) का सेवा में न होने का शपथ पत्र
👉 आइडी – आधार कार्ड व पेनकार्ड

PET:- प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (PET-Preliminary Eligibility Test) – 2021 में आवेदन हेतु विज्ञप्ति जारी, देखे परीक्षा हेतु पाठ्यक्रम व संपूर्ण विवरण

PET:- प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा (PET-Preliminary Eligibility Test) – 2021 में आवेदन हेतु विज्ञप्ति जारी, देखे परीक्षा हेतु पाठ्यक्रम व संपूर्ण विवरण

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About Exam :

Candidates who applied online will be called for examination. The dates of examination will be notified soon.

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Nowadays Competition Level become very high so Competitive Exams gets too tougher. Candidates facing critical problem of “What to prepare” and “How to prepare” to give their best in their exams. So, here we are providing the latest Syllabus & Exam Pattern.

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Selection Process :

  • Written Exam (Pre & Mains)

Primary Eligibility Test Pattern :

Exam Pattern for the Written Exam is as Follows:-

  • Exam Will be Offline Objective Type.
  • The Preliminary Exam Will be of 100 Marks / Questions.
  • The Time Duration of Pre Exam Will be 02 Hrs. (120 Minutes).
  • Questions Standard of Pre Exam Will be Intermediate Level.
  • There Will be a Negative Marking of 0.25 (1/4) Marks.
  • In this, questions based on general knowledge and science, Hindi and unread passage based questions, elementary mathematics, logical ability, analysis of statistics and graphs will be asked.
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  • परीक्षा ऑफ़लाइन प्रकार होगी।
  • प्रारंभिक परीक्षा 100 अंकों / प्रश्नों की होगी।
  • प्रारंभिक परीक्षा का समय अवधि 02 घंटे होगा। (120 मिनट)।
  • प्रारंभिक परीक्षा के मानक इंटरमीडिएट स्तर के होंगे।
  • 0.25 (1/4) मार्क्स का एक नकारात्मक अंकन होगा।
  • इसमे सामान्य ज्ञान एवं विज्ञान, सांय हिंदी एवं अपठित गद्यांश आधारित प्रश्न, प्रारंभिक गणित, तार्किक योग्यता, आंकड़े एवं ग्राफ के विश्लेषण पर आधारित प्रश्न पूछे जायेंगे।
Name Of Exam Preliminary Eligibility Test
Type Of Pre Exam Offline
After Pre Exam Mains Exam
Type Of Mains Exam Online
Pre Exam Questions Standard Intermediate Level
Pre Exam Questions 100 Questions
Pre Exam Marks 100 Marks
Pre Exam Timing 02 Hrs. ( 120 Minutes )
Pre Exam Negative Marking 0.25 Marking
Pre Exam Subjects General Knowledge
Science
General Hindi & Unseen Passage
Elementary Mathematics
Reasoning
Figures & Graph

 

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