Download BEO TRANSFER LIST:- खंड शिक्षा अधिकारियों की तबादला सूची जारी, देखें किसे मिला कौन सा जनपद
TRANSFER LIST:- खंड शिक्षा अधिकारियों की तबादला सूची जारी, देखें किसे मिला कौन सा जनपद
यूपी में कोरोना की वजह से 10 से 16 जनवरी तक बंद रहेंगे विश्वविद्यालय और कॉलेज, ऑनलाइन चलेंगी क्लासेज, UP उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश. #coronavirus #University #Students
पहला चरणः 10 फरवरी 2022उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनाव होंगे.जिलेः शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज.
दूसरा चरणः 14 फरवरी 2022दूसरे चरण में 11 जिलों के 67 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे.जिलेः सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खेरी, शाहजहांपुर और बदायूं.
तीसरा चरणः 20 फरवरी 202212 जिलों के 69 विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण के दौरान चुनाव होंगे.जिलेः फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर.
चौथा चरणः 23 फरवरी 202212 जिलों के 53 विधानसभा क्षेत्रों में चौथे चरण के दौरान चुनाव होंगे.जिलेः प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, रायबरेली और चित्रकूट.
पांचवां चरणः 27 फरवरी 202252 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण के दौरान 11 जिलों में चुनाव होंगे.जिलेः बलरामपुर, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, अमेठी और सुल्तानपुर.
छठा चरणः 03 मार्च 2022सात जिलों की 49 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण के दौरान मतदान संपन्न होंगे.जिलेः महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ और बलिया.
सातवां चरणः 07 मार्च 20227 जिलों की 40 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण में चुनाव होंगे.जिलेः गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्रा और जौनपुर.
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों ,उत्तराखंड में 1 चरण में,पंजाब में 1 चरण में ,गोवा में 1 चरण में और मणिपुर में 2 चरणो में चुनाव होगा।
उत्तर प्रदेश में चुनाव 7 चरणों में 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी,23 फरवरी,27 फरवरी,3 मार्च और 7मार्च में होगा
✳️ मतगणना 10 मार्च को होगी।
✴️आचार संहिता आज से 5 राज्यों में लागू
✳️पदयात्रा,रोड शो,बाइक रैली और रैली पर 15 जनवरी तक रोक।उसके बाद कोरोना की स्थिति के अनुसार निर्णय की समीक्षा होगी।तब तक वर्चुअल रैली ही हो सकती है।
✳️संविधान के अनुच्छेद 172(1) के अनुसार 5 साल के अंदर चुनाव अनिवार्य।
❇️सभी चुनाव कर्मचारियो/अधिकारियो को फ्रंट लाइन वर्कर मानते हुए बूस्टर डोज के लिए पात्र।
✳️इस बार 18.64 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 24.9 लाख नए वोटर्स।
❇️एक बूथ पर 1250 मतदाता होंगे।
✳️चुनाव आयोग द्वारा KNOW YOUR CANDIDATE और C-VIGIL एप के प्रयोग करने का सुधाव ।
❇️ उत्तर प्रदेश,पंजाब और उत्तराखंड के लिए 40 लाख और गोवा,मणिपुर के लिए 28 लाख चुनावी खर्च निर्धारित।
यूपी चुनाव जिलेवार👇🏻
पहला चरणः 10 फरवरी 2022
उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनाव होंगे.
जिलेः शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज.
दूसरा चरणः 14 फरवरी 2022
दूसरे चरण में 11 जिलों के 67 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे.
जिलेः सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खेरी, शाहजहांपुर और बदायूं.
तीसरा चरणः 20 फरवरी 2022
12 जिलों के 69 विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण के दौरान चुनाव होंगे.
जिलेः फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर.
चौथा चरणः 23 फरवरी 2022
12 जिलों के 53 विधानसभा क्षेत्रों में चौथे चरण के दौरान चुनाव होंगे.
जिलेः प्रतापगढ़, कौशांबी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, रायबरेली और चित्रकूट.
पांचवां चरणः 27 फरवरी 2022
52 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण के दौरान 11 जिलों में चुनाव होंगे.
जिलेः बलरामपुर, गोंडा, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, अमेठी और सुल्तानपुर.
छठा चरणः 03 मार्च 2022
सात जिलों की 49 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण के दौरान मतदान संपन्न होंगे.
जिलेः महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ और बलिया.
सातवां चरणः 07 मार्च 2022
7 जिलों की 40 विधानसभा क्षेत्रों में पांचवे चरण में चुनाव होंगे.
जिलेः गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही, सोनभद्रा और जौनपुर.
नई दिल्ली:- CTET Exam 2021 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही सीटेट परीक्षा को लेकर नहीं खबर सामने आई है। दरअसल सीटेट परीक्षा 16 दिसंबर 2021 से आयोजित की जा रही है। परंतु परीक्षा के शुरुआती दिन यानी 16 दिसंबर 2021 को पहली शिफ्ट की परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित होने के बाद दूसरी शिफ्ट की परीक्षा को तकनीकी कारणों से रद्द कर दिया गया था। इसके साथ ही 17 दिसंबर 2021 की दोनों शिफ्ट की परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया था। अब सीबीएसई द्वारा तय शेड्यूल के अनुसार सीटेट परीक्षा 13 जनवरी 2022 को समाप्त हो रही है। इसके बाद 17 और 21 जनवरी 2022 को पहले स्थगित की गई शिफ्टो की परीक्षा आयोजित की जाएगी। जिन उम्मीदवार की की परीक्षा स्थगित हुई थी वह सीटेट की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
कब जारी होगा रिजल्ट?
इस वर्ष पहली बार सीटेट परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही है। अब तक कई शिफ्ट की परीक्षा आयोजित की जा चुकी है जबकि कुछ और शिफ्ट की परीक्षा होना अभी बाकी है। नवीनतम प्राप्त जानकारी के अनुसार सीटेट एग्जाम का रिजल्ट फरवरी के प्रथम सप्ताह तक जारी किया जा सकता है हालांकि एग्जाम रिजल्ट की डेट अभी संभावित है और इसकी आधिकारिक जानकारी ऑफिशियल वेबसाइट पर जल्द ही अपडेट की जाएगी।
पास होने के लिए लाने होंगे इतने अंक
सीटेट परीक्षा में दो पेपर लिए जा रहे हैं कक्षा 1 से 6 तक के शिक्षक बनने के लिए पेपर-Ist तथा कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनने के लिए पेपर-IInd पास करना अनिवार्य है। इन दोनों पेपर में कुल 150 अंकों के 150 प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा में कटऑफ सामान्य वर्ग के लिए 60% यानी 90 अंक जबकि sc-st तथा ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 55% यानी 82.50 अंक है।
आपको बता दें कि सीटेट परीक्षा पास करके अभ्यर्थी केंद्र सरकार के अधीन विभिन्न स्कूलों कालेजों जैसे KVS, NVS आर्मी पब्लिक स्कूल तथा अन्य शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों के पद पर आवेदन के लिए पात्र हो जाते हैं।
Sarkari Naukri 2022: उम्मीदवार आवेदन करने से पहले दिए गए इन तमाम महत्वपूर्ण बातों को ध्यान से जरूर पढ़ें. जो भी उम्मीदवार सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) करना चाहते हैं, वे UPSSSC Recruitment 2022 के तहत आवेदन कर सकते हैं.
Sarkari Naukri 2022: यूपी सरकार (UP Government) में नौकरी (Sarkari Naukri) की तलाश कर रहे 12वीं पास (12th Pass Jobs) युवाओं के लिए एक अच्छा मौका है. इसके लिए UPSSSC ने 10589 पदों पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली है. उम्मीदवार जो इन पदों (UPSSSC Lekhpal, Instructor Recruitment 2022) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं.
UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) ने लेखपाल के पदों पर भर्ती (UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022) के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों (UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं.
इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक http://upsssc.gov.in/Default.aspx पर क्लिक करके भी इन पदों (UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022) के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक http://upsssc.gov.in/Open_PDF_DB.aspx?I4PnQ0tBaglXLYSn13dM के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन (UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022) को भी देख सकते हैं. इस भर्ती (UPSSSC Lekhpal Recruitment 2022) प्रक्रिया के तहत कुल 8085 पदों को भरा जाएगा.
UPSSSC Recruitment 2022: UPSSSC में नौकरी करने का मन बना रहे युवाओं के लिए सुनहरा मौका है. इसके (UPSSSC Recruitment 2022) लिए UPSSSC ने ITI इंस्ट्रक्टर के पदों पर भर्ती (UPSSSC Recruitment 2022) के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों (UPSSSC Recruitment 2022) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इन पदों (UPSSSC Recruitment 2022) के लिए आवेदन प्रक्रिया 18 जनवरी से शुरू होगी. इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक http://upsssc.gov.in/Default.aspx पर क्लिक करके भी इन पदों (UPSSSC Recruitment 2022) के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक http://upsssc.gov.in/Open_PDF_DB.aspx?I4PnQ0tBaglXLYSn13dMCGejB के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन को भी देख सकते हैं. इस भर्ती (UPSSSC Recruitment 2022) प्रक्रिया के तहत कुल 2504 पदों को भरा जाएगा.
Bombay High Court Recruitment 2022: बॉम्बे हाई कोर्ट (BHC) में नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए सुनहरा मौका है. इसके (Bombay High Court Recruitment 2022) लिए Bombay High Court ने क्लर्क के पदों पर भर्ती (Bombay High Court Recruitment 2022) के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों (Bombay High Court Recruitment 2022) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे Bombay High Court की आधिकारिक वेबसाइट bombayhighcourt.nic.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://bhc.gov.in/bhcclerk/home.php पर क्लिक करके भी इन पदों (Bombay High Court Recruitment 2022) के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक https://bombayhighcourt.nic.in/writereaddata/recruitment/PDF/recruitbom20211223110000.pdf के जरिए भी आधिकारिक नोटिफिकेशन (Bombay High Court Recruitment 2022) को भी देख सकते हैं. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 247 पदों को भरा जाएगा.
PNB Recruitment 2022: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में नौकरी (Sarkari Naukri) करने का मन बना रहे युवाओं के लिए एक अच्छा मौका है. इसके (PNB Recruitment 2022) लिए चीफ रिस्क ऑफिसर और अन्य पदों पर भर्ती (PNB Recruitment 2022) के लिए आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार जो इन पदों (PNB Recruitment 2022) के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे PNB की आधिकारिक वेबसाइट pnbindia.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक https://www.pnbindia.in/ पर क्लिक करके भी इन पदों (PNB Recruitment 2022) के लिए आवेदन कर सकते हैं. साथ ही इस लिंक https://www.pnbindia.in/Recruitments के जरिए आधिकारिक नोटिफिकेशन (PNB Recruitment 2022) को भी देख सकते हैं. इस भर्ती (PNB Recruitment 2022) प्रक्रिया के तहत कुल 6 पदों को भरा जाएगा.
निपुण भारत के अंतर्गत 3 माह की स्कूल रेडीनेस से संबंधित समय सारणी/गतिविधि कैलेंडर पर आधारित TLM निर्माण कार्यशाला में प्रतिभाग के संबंध में।
राज्य कर्मचारियों एवं पेंशनरों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना लागू किए जाने के संबंध में आदेश
फतेहपुर:- पुनः खंड शिक्षा अधिकारियों का हुआ तबादला देखें किसे मिला कौन सा ब्लॉक
राजीव रंजन का फिर से हुआ 3 महीनों में यह तीसरा स्थानांतरण अब मिला मुख्यालय
जीवन की अनदेखी से आक्रोशित बेसिक शिक्षक :आरएसएमयूपी के लाखों राज्य कर्मचारी और पेंशन भोगी पा सकेंगे कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ, वहीं अनदेखी का शिकार होते बेसिक शिक्षक
प्रश्न उठना वाजिब है यदि राज्य सरकार की सभी योजनाओं को कार्यान्वित कराने के लिए, चुनाव ड्यूटी में पूरा सहयोग करने के लिए कोविड महामारी में डोर टू डोर सर्वे हो या अन्य प्रकार की कोई भी अनवरत ड्यूटी सभी में सरकार का पूरी तरह साथ देने वाले बेसिक शिक्षक क्या कभी बीमार नहीं पड़ते?? यदि राज्य कर्मचारियों की भांति बेसिक शिक्षक भी गंभीर बीमारियों के शिकार होते हैं तो क्या उन्हें किसी बीमा सुविधा के तहत कवर किया गया है यदि नहीं तो फिर कैशलेस इलाज योजना में उन्हें शामिल क्यों नहीं किया गया?चुनाव के पहले होने वाली घोषणा है यदि वोट बैंक की राजनीति होती है तो क्या उत्तर प्रदेश के आठ लाख बेसिक शिक्षक और उनके परिवार के वोट का कोई महत्व नहीं है।एक शिक्षक के पीछे उसके माता-पिता पत्नी और बच्चे यानी कि न्यूनतम 5 वोट क्या उत्तर प्रदेश की राजनीति में कोई महत्व नहीं रखते।उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक में दिनांक 21 दिसंबर 2021 को लिए गए निर्णय में केवल राज्य कर्मचारी व पेंशनर को कैशलेस चिकित्सा की सुविधा दी गई है।एक तरफ जहां कोविड महामारी से पूरा देश ग्रसित है गांव के दूरदराज विद्यालयों में पढ़ाने वाले बेसिक शिक्षक व कर्मचारी सार्वजनिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए दूरदराज की यात्रा करते हैं लगातार विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित कराने के लिए गांव का भ्रमण करते हैं और आए दिन संक्रमण की चपेट में आकर कोविड महामारी की भेंट भी चढ़ जाते हैं और राज्य भी सुरक्षा की गारंटी देता है तो फिर चिकित्सा सुविधा देने में सौतेला निर्णय आखिर क्यों??सर्वविदित है मौजूदा व्यवस्था के तहत राज्य सरकार के कर्मचारियों को अभी तक सरकारी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज या प्राधिकृत संविधाकृत अस्पतालों में फ्री ट्रीटमेंट की सुविधा थी। इलाज पर जो भी खर्च आता था, वह राज्य सरकार चुकाती थी। नई व्यवस्था के बाद उन्हें कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी, जिसका मतलब है कि उन्हें न तो पहले पेमेंट करना होगा और न ही प्रतिपूर्ति के खोखट का सामना करना होगा। वैसे, कैशलेस के साथ मौजूदा व्यवस्था भी जारी रहेगी।अब आयुष्मान योजना की तर्ज पर कर्मचारियों को भी 5 लाख रुपये तक की कैशलेस इलाज की सुविधा मिल सकती है तो फिर बेसिक शिक्षक और बेसिक शिक्षा के कर्मचारियों को यह सुविधा क्यों नहीं दी जा सकती??चुनावी वर्ष में सरकार को अपनी नीतियों पर मनन करना चाहिए कहीं एक चूक भारी वोट की राजनीति में अनियमितता का कारण तो बनती नहीं दिख रही इस बात पर विचार करना चाहिए। उत्तर प्रदेश के सभी कर्मचारियों को फिर वह राज्य कर्मचारियों ,बेसिक शिक्षा के कर्मचारियों सभी को चिकित्सा बीमा तथा निशुल्क चिकित्सा के लिए कार्ड की सुविधा दी जानी चाहिए ताकि यदि कोई विपरीत परिस्थिति आती है और एक साथ किसी गंभीर बीमारी का शिकार कर्मचारी होता है तो उसे किसी के आगे भीख मांगने अथवा ब्याज पर पैसा उधार लेने पर मजबूर ना होना पड़े।बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी संगठनों में इस अन्याय के प्रति एक तरफ जहां दुःख व्याप्त है वहीं अनियमितता का शिकार हमेशा बनाए जाने के प्रति रोष भी व्याप्त है। राज्य सरकार से विभिन्न संगठन एक बार पुनः अनुरोध करना चाहते हैं कि बेसिक शिक्षा विभाग भी इस कैशलेस योजना के अंतर्गत लाया जाए । बेसिक शिक्षकों के पास इतनी संपत्ति नहीं होती कि वह गंभीर बीमारी की स्थिति में महंगे प्राइवेट अस्पतालों में अपना तथा अपने परिवार का इलाज करा सके कई बार गंभीर बीमारी का शिकार होने पर नई पेंशन से आच्छादित शिक्षक बैंक तथा ब्याज देने वालों से पैसा उधार लेकर अपना और अपने परिवारका इलाज कराने को मजबूर हैं और इस तरह वह ताउम्र कर्ज के बोझ के तले दबा रहता है कई बार तो सही समय पर पैसा ना मिलने पर अपने जीवन को संकट में डालते हुए जीवन से हाथ भी धोना पड़ता है। कई बार परिवार के सदस्यों को खोना भी पड़ता है। गांव के एक आम आदमी को भी बीमा कवर और चिकित्सा कार्ड की सुविधाएं दी गई हैं फिर दोगला व्यवहार सिर्फ और सिर्फ बेसिक शिक्षकों के साथ ही सरकार क्यों कर रही है? इस गम्भीर प्रकरण पर नीतिनियन्ताओं को सोचना चाहिए।राज्य सरकार द्वारा लाभार्थियों को कार्ड दिया जाएगा उसी तरह बीमा कवरेज के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को भी कार्ड मुहैया कराया जाए।जिसके जरिए वे अपना इलाज करा सकेंगे,इलाज का खर्च बीमा कंपनी देगी जिससे कर्मचारी का परिवार आर्थिक तंगी के चक्रव्यूह में फंसने से बच जाएगा, बीमा देने वाली कंपनी का राज्य सरकार के साथ करार होगा।
कोविड महामारी में हमने देखा कि बेसिक शिक्षा विभाग के हजारों कर्मचारी बिना इलाज और पैसे के अभाव में अपने जीवन को दांव पर लगा रहे थे। यदि उन्हें भी एसजीपीजीआई लखनऊ, डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई, केजीएमयू लखनऊ और ऐसे अन्य समान सरकारी पोषित संस्थानों में उपचार के लिए बेसिक शिक्षक व कर्मचारी को प्रवेश की इजाजत भी नहीं है इलाज कराना तो बहुत दूर की बात है। चिकित्सा हेतु प्रायः बेसिक शिक्षा परिषद के कर्मचारियों को प्राइवेट अस्पतालों और संस्थानों का सहारा ही लेना पड़ता है। जहां इलाज के नाम पर गला काटने की प्रतियोगिता प्रत्येक समय चलती रहती है यह आप और हम सभी जानते हैं।
एक ही राज्य में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को अपने जीवन में किसी दुर्घटना अस्वस्थता के प्रति समान सुविधा दी जाए तो शायद कर्मचारी पूर्ण मनोयोग से राज्य को अपना सम्पूर्ण डेडिकेशन दे पाएंगे क्योंकि उन्हें पता है कि उनका जीवन और उनके परिवार की सुरक्षा बीमा कवर के अंतर्गत सुरक्षित है।
पिछले कई वर्षों से बेसिक शिक्षा विभाग में बीमा के नाम पर भी ₹87 मात्र काटे जा रहे हैं वह भी किस बीमा कंपनी में निवेश किए जा रहे हैं इसका भी कर्मचारियों को कोई लेखा जोखा नहीं दिया जाता ।वित्त नियंत्रक से लेकर विभिन्न पायदान में बैठे हुए पदाधिकारी अपना अपना पल्ला झाड़ देते हैं।
और ऐसी स्थिति में बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक खुद को ठगा हुआ और अन्याय का शिकार हुआ महसूस कर रहे हैं।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सरकार का ध्यान इस विकट समस्या की ओर दिलाने का प्रयास समय-समय पर करता रहा है और अभी भी आशा की जाती है कि शायद आचार संहिता के पहले सरकार इस दोगली नीति के प्रति हो रहे अन्याय से बेसिक शिक्षकों की रक्षा कर सकें।