फतेहपुर : रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया बेसिक शिक्षा विभाग का बाबू, एरियर भुगतान के नाम पर शिक्षक से वसूली का प्रयास पड़ा भारी

रिश्वत लेते रंगे हांथ पकड़ा गया शिक्षा विभाग का बाबू

एरियर भुगतान के नाम पर शिक्षकों से कर रहा था वसूली

एंटी करप्शन टीम ने योजना के तहत पकड़ा, कोतवाली में पूंछताछ जारी




यूपी के फतेहपुर जिले में आज एंटी करप्शन कानपुर की टीम ने आज शिक्षा विभाग के वरिष्ठ लिपिक को रंगे हाथ पैसा लेते हुए धर दबोचा है। एंटी करप्शन टीम की इस कार्यवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। टीम ने वरिष्ठ लिपिक को गिरफ्तार कर थाने ले गई जहाँ आरोपी लिपिक के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाई में जुट गई है


फतेहपुर जिले में जिला पंचायत कार्यालय स्थित डीआई ऑफिस पहुंचकर एंटी करप्शन टीम ने छापेमारी कर ऑफिस में तैनात वरिष्ठ लिपिक को 12 हजार का रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोच लिया और एंटी करप्शन टीम की इस कार्यवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। टीम ने वरिष्ठ लिपिक को गिरफ्तार कर थाने ले गई जहाँ आरोपी लिपिक के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाई में जुट गई है।


आपको बताते चलें कि जिले के हथगाम ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय में तैनात टीचर देवेंद्र सिंह अपने एरियर का 2 लाख 68 हजार रुपए निकलवाने के लिए काफी दिनों से ऑफिस का चक्कर काट रहा था लेकिन रिश्वत की मांग पूरी न होने के कारण उसका पैसा बाबू द्वारा पास नहीं किया जा रहा था। जिसके बाद उसने एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया और अपनी पूरी बात अधिकारीयों से बताई , जिसके बाद टीम के निर्देश पर टीचर ने पूरी भूमिका रची और टीम के साथ डीआई ऑफिस पहुंचा और वरिष्ठ लिपिक द्वारा मांगी गई 14 हजार की रिश्वत की जगह उसने 12 हजार की रिश्वत उसके हाथ में पकड़ा दी।


जिसके बाद मौके पर मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने वरिष्ठ लिपिक जितेंद्र श्रीवास्तव को मौके पर रंगे हाथ धर दबोचा और अपने साथ थाने ले जाकर पूछताछ करते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्यवाई में जुट गई है।

फतेहपुर। एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को डीआई कार्यालय के दफ्तर में छापा मारा। यहां तैनात लिपिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। वह खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय में हथगाम और हसवा ब्लाक का कार्यभार देखता है। पटल प्रभारी लिपिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ हथगाम ब्लाक के शिक्षक ने भ्रष्टाचार निवारण विभाग में शिकायत की थी। वह एरियर भुगतान के एवज में रिश्वत मांग रहा था।


इस पर योजना के तहत शिक्षक को टीम ने रुपये देकर खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय दफ्तर में भेजा। लिपिक ने जैसे ही रिश्वत के रुपये पकड़े तो पीछे से आई टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। इसके बाद टीम उसे लेकर कोतवाली चली गई। हथगाम ब्लाक के शिक्षक देवेन्द्र को एरियर भुगतान में वह परेशान कर रहा था। लिपिक पर कार्रवाई के लिए पुलिस के पास ले जाया गया है, जहां मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी।

फतेहपुर:- DI आफिस का बाबू हुआ गिरफ्तार, करप्शन का था मामला, 12000 की घूस के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार

फतेहपुर:- DI आफिस का बाबू हुआ गिरफ्तार, करप्शन का था मामला, 12000 की घूस के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार

🔸ब्रेकिंग न्यूज जनपद फतेहपुर से..
📍एंटीकरप्शन टीम ने बेसिक शिक्षा विभाग के बड़े बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा
📍खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात कार्यालय अधीक्षक (बड़े बाबू) ने अध्यापक से एरियर दिलाने के नाम पर ली थी 12 हजार की घूँस।

68500 एवं 69000 सहायक अध्यापक प्रक्रिया में नियुक्त अध्यापकों के तत्काल अभिलेख सत्यापन कराते हुए एरियर भुगतान के सम्बन्ध में

68500 एवं 69000 सहायक अध्यापक प्रक्रिया में नियुक्त अध्यापकों के तत्काल अभिलेख सत्यापन कराते हुए एरियर भुगतान के सम्बन्ध में।

नवनियुक्त शिक्षकों के एरियर भुगतान जल्द करने के निर्देश

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद ने परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 68,500 व 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के तहत नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्र सत्यापन, एरियर और वेतन का भुगतान जल्द करने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं परिषद ने इन शिक्षकों के बारे में पूरी सूचना निर्धारित प्रारूप पर 26 मई तक भेजने के भी निर्देश दिए हैं। इस बाबत परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने मंगलवार को सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किया है।

आदेश में कहा गया है कि नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन कार्य जल्द पूरा कराया जाए। उनके देयकों के भुगतान के संबंध में भी सभी कार्यवाही तत्काल पूरी कराना सुनिश्चित करें। वहीं जिन शिक्षकों के अभिलेखों के ऑनलाइन सत्यापन की कार्रवाई की गई है और उनका भौतिक सत्यापन होना है तो संबंधित संस्था से उसे भी तत्काल पूरा कराया जाए।

UDISE+ को फीड करते समय कुछ प्रमुख बिन्दु 👇

UDISE+ को फीड करते समय कुछ प्रमुख बिन्दु –

1- DCF में सत्र 2021-22 का डाटा भरना है ।

2- SSA कार्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार प्रपत्र में स्कूल संचालित हुए 232 दिन दिखाना है।

3-विद्यालय में समय 6 घंटे बच्चों के लिए 6.30 घंटे शिक्षकों के लिए होगा।

4-नामांकन 2021-22 (जातिवार ,कक्षावार के साथ उम्र वार भी ) भी प्रदर्शित करना है ।

5- DCF भरते समय जहाँ भी पिछले सत्र(Previous Year शब्द लिखा हो वहां) का डाटा मांग रहा हो वहाँ पर 2020-21 सत्र का डाटा भरना होगा ।

6- Teacher detail में यदि नए टीचर आये है तो टीचर संख्या मे उनको जोड़ेंगे उसके बाद add टीचर option पर जाकर नए शिक्षक का डाटा फील होगा ।

7- टीचर detail मैं एक opetion है टीचर ID का उसमे उनका मानव सम्पदा कोड को फील करना है । (यदि न भरा हो तो भर दें।)

8-परीक्षा विवरण पिछले सत्र 2020-21 कक्षा 5 व 8 का फील होगा ।

9-यूनिफ़ॉर्म, पुस्तक, साईकल, 2020-21 का भरना होगा।

10- कंपोजिट ग्रान्ट सत्र 2020-21 का फील करना है ।

11- Repeaters शून्य रहेंगे।

12- SMC खाता संख्या जिनका नया खाता संख्या है वह अपना नया एकाउंट फील करेंगे !

Udise+ DCF भरते समय किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो इसका अवश्य ध्यान रखे।

68500 जिला आवंटन अपडेट: विकास विकल की कलम से

रिलीविंग को लेकर कुछ साथियों ने पिछले दिनों एमडीएम कार्यालय पर इकट्ठा होकर सचिव साहब से फोन पर वार्ता की थी जिससे यह निष्कर्ष निकला था कि कंटेंप्ट की सुनवाई देख कर ही आगे की प्रक्रिया बढ़ेगी ।



जिसका मतलब है कि अचयनित अभ्यर्थियों का आवंटन करना है या नहीं करना है तो किस प्रकार करना है इस निर्णय पर पहुंचने के उपरांत ही सरकार आगे का प्रोसेस करेगी है।



जिसके लिए टीम पहले दिन से ही प्रयास कर रही हैं

कि अचयनित साथियों पर सरकार जल्द से जल्द निर्णय ले एवम् प्रक्रिया आगे बढ़े।



शायद यह बात हम बताते तो कुछ साथियों को विश्वास नहीं होता अब यह बात सभी साथी जान गए हैं कि टीम एक सही दिशा में पहले दिन से ही कार्य कर रही है।



कुछ अज्ञानी साथियों ने अमित शेखर भारद्वाज का कंटेंप्ट निस्तारित होने पर खुशी मनाई थी लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम था कि वह अपनी हार पर ही खुशी मना रहे हैं क्योंकि साथियों प्रक्रिया पूरी हुए बिना कंटेम्प्ट डिस्पोस्ड ऑफ हो जाना हम सबके लिए वास्तव में दुखद था।



लेकिन हम हार मानने वाले नहीं है जब तक आवंटन नहीं हो जाता तब तक और अधिक ऊर्जा एवं सामर्थ्य के साथ संघर्ष जारी रहेगा!



टीम कोर्ट की पैरवी के साथ-साथ विभिन्न जगह से राजनीतिक प्रयास कर रही है लेकिन जो भी साथी लाभ मिलने से वंचित रह गए है वो लखनऊ में शांतिपूर्ण सामूहिक निवेदन /धरने मे आज /कल में हर हाल में पहुंचे !



अन्याय /अधर्म पर मूक बनकर जो मात्र निहारे जाते हैं,

भीष्म हो, द्रोण हो या हो कर्ण सब मारे जाते हैं।



जिला आवंटन पीड़ित

विकास विकल & टीम

विकास विकल

अमित शेखर भारद्वाज

इस आदेश से आप बिना बीटीसी, बीएड किये बन सकते हैं सरकारी शिक्षक वो भी मनपसंद के विद्यालय में

जौनपुर में बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बिना प्रशिक्षण के स्कूल में तैनाती का दिया गया आदेश। मृतक आश्रित कोटे से बनने वाले शिक्षक इस आदेश का उपयोग अपनी नियुक्ति में कर सकते हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्ति आदेश न करने पर कोर्ट की शरण में जा कर उपर्युक्त आदेश का हवाला देते हुए अपनी नियुक्ति पा सकते हैं।

आदेश को सुरक्षित रख लें।।

प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों/ गैर सरकारी सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों के आश्रितों के मृत्यु उपादान के भुगतान के सम्बन्ध में👇🏻

प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों/ गैर सरकारी सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों के शिक्षकों के आश्रितों के मृत्यु उपादान के भुगतान के सम्बन्ध में👇🏻

राशन कार्ड धारक ध्यान दें ..अफवाहों में न पड़ें, इसे पढ़ें

राशन कार्ड धारक ध्यान दें ..अफवाहों में न पड़ें, इसे पढ़ें

शिक्षकों के फेरबदल की तैयारी में योगी सरकार, पहले अंतरजनपदीय फिर जिले के अंदर होंगे तबादले

बेसिक शिक्षा परिषद में कार्यरत शिक्षकों की गर्मी की छुट्टियों में तबादले करने की तैयारी है। तबादला नीति को विभाग अंतिम रूप दे रहा है। योगी सरकार पहले अंतरजनपदीय फिर जिले के अंदर तबादले करेगी।

यूपी सरकार इस बार सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले पहले करेगी और इसके बाद ही जिले के अंदर समायोजन व तबादले किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद में कार्यरत शिक्षकों की गर्मी की छुट्टियों में तबादले करने की तैयारी है। तबादला नीति को विभाग अंतिम रूप दे रहा है। इस बार नीति में कुछ संशोधन किए जा रहे हैं।

पिछली बार ज्यादा वरीयता अंक पाकर जिन शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ और पहले चरण में वे अपने जिलों में तैनाती के लिए पहुंचे तो उन्हें दूरदराज के एकल स्कूलों और बंद स्कूलों में तैनाती मिली थी। जबकि कम अंक पाकर सूची में बाद में जगह पाए अध्यापकों को जिला मुख्यालय के करीब तैनाती मिली। ऐसा इसलिए कि जिलों में पहले एकल और बंद स्कूलों का विकल्प खोला गया था। इस विसंगति को इस बार की तबादला नीति में दूर किया जाएगा।

इसके अलावा सेवा अवधि कम करने की मांग शिक्षक लगातार कर रहे हैं। हालांकि इसे कम करने की संभावना नहीं है क्योंकि पिछली बार की नीति को शिक्षकों ने कोर्ट में चुनौती दे दी थी और हाईकोर्ट ने महिला शिक्षकों की सेवा अवधि तीन साल और पुरुषों की पांच साल कर दी थी।

पिछले पांच वर्षों में केवल दो बार ही अंतरजनपदीय तबादले हुए हैं। पहली बार 2017-18 में 11963 शिक्षकों के तबादले हुए वहीं दूसरी बार 2019-20 में 26563 शिक्षकों के तबादले किए गए जिनकी सूची दिसम्बर, 2020 में जारी की गई। वहीं जिले के अंदर तबादले कई वर्षों से नहीं हुए हैं।

TGT/PGT- उत्तर प्रदेश के संचालित अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों स्वीकृत एवं रिक्त पदों के औचित्य को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज को प्रेषित ऑनलाइन अधियाचन के सत्यापन के संबंध में

उत्तर प्रदेश के संचालित अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों स्वीकृत एवं रिक्त पदों के औचित्य को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड प्रयागराज को प्रेषित ऑनलाइन अधियाचन के सत्यापन के संबंध में