UP Board Exam:  12वीं की परीक्षा में पहले में पूछे जाएंगे 50 फीसदी प्रश्न, ऐसा हो सकता है पेपर पैटर्न

12वीं की परीक्षा में पहले में पूछे जाएंगे 50 फीसदी प्रश्न, ऐसा हो सकता है पेपर पैटर्न

लखनऊ। कोरोना काल में बदले हुए पेपर पैटर्न पर यूपी बोर्ड इंटर की परीक्षा कराने की तैयारी शुरू हो गई। है। इसमें छात्रों को पहले की तरह तीन घंटे बैठकर परीक्षा नहीं देनी होगी बल्कि परीक्षा महज डेढ़ घंटे की होगी। वहीं, पहले के मुकाबले इस बार विषयों में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या भी आधी रहेगी।



यूपी की परीक्षा यूपी बोर्ड दसवीं की परीक्षा निरस्त कर इंटरमीडिएट की परीक्षा कराने के लिए राजी हो गया है। इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि इस बार परीक्षा में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इस बार 3 घंटे की बजाय डेढ़ घंटे की परीक्षा होगी। विभागीय अधिकारियों व शिक्षकों के मुताबिक इस बार परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या भी पहले के मुकाबले आधी होगी। जैसे अगर किसी विषय में अब तक 30 प्रश्न पूछे जाते थे, तो इस बार महज 15 प्रश्न ही पूछे जाएंगे। उनमें भी बहुविकल्पीय और लघु उत्तरीय प्रश्नों की संख्या ज्यादा कर दी जाएगी। वहीं, दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों
की संख्या कम की जाएगी, जिससे डेढ़ घंटे में छात्रों को ज्यादा लिखने का दबाव न हो।


ऐसा हो सकता है पेपर पैटर्न

विशेषज्ञ शिक्षकों की कमेटी ने पेपर पैटर्न तैयार किया है। इसके अनुसार ही पेपर सेट कराए जाएंगे। अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य साहब लाल मिश्रा बताते हैं कि भौतिकी विज्ञान में चार खंडों में कुल 34 प्रश्न पूछे जाते हैं। एक अंक वाले 12 प्रश्न, दो अंक वाले 5, तीन अंक वाले 10 और पांच अंक वाले 7 प्रश्न हल करने होते हैं। लेकिन अब डेढ़ घंटे की परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या 17 हो सकती है। इसमें भी पांच और तीन अंक वाले प्रश्नों की संख्या में और कमी की जा सकती है।

नई शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड परीक्षा वर्ष में एक बार, इम्प्रूवमेंट अगले साल की परीक्षा के साथ करने पर होगा विचार

कम्पोजिट स्कूल के लिए बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के बीच समन्वय स्थापित किया जाएगा। वहीं यूपी बोर्ड की परीक्षा वर्ष में एक बार करने और इम्प्रूवमेंट के लिए अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा में मौका देने पर भी विचार किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के क्रियान्वयन के लिए टास्क फोर्स की छठवीं बैठक में कई बिन्दुओं पर मंथन किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि 21 फरवरी अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

डा. शर्मा ने निर्देश दिए कि एनईपी पर विचार करने के लिए जिला स्तर पर विभिन्न विभागों की एक समिति का गठन किया जाए। जिला स्तर पर बनने वाली समिति के सदस्य सचिव क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी या डीआईओएस होंगे। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा व सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग के बीच एमओयू हस्ताक्षरित किया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा अनुसंधान औद्यौगिक क्षेत्र के लिए उपयोगी साबित होगा। अब छात्रों को वास्तविक जीवन की औद्योगिक समस्याओं पर काम करने का अवसर मिलेगा।

अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने कहा कि पाठयक्रम में सुधार, अवस्थापना सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था आदि समेत कई काम चल रहे हैं। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने बेसिक शिक्षा विभाग की कार्ययोजना की जानकारी देते हुए कहा कि विभाग में मानव संपदा पोर्टल को लागू किया गया है। 2021 से शिक्षकों की सभी वार्षिक प्रविष्टियां ऑनलाइन की जा रही है।

कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक कुणाल सिल्कू ने बताया कि सभी सरकारी व प्राइवेट इकाइयां, जिनमें 30 से अधिक कर्मचारी है, वे अपनी जनशक्ति का 2.5 प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक अप्रेटिंस या इन्टर्न रखने के लिए बाध्य है। अप्रेन्टिसकर्ता को मानदेय का भुगतान नियोक्ता द्वारा किया जाएगा। भुगतान राशि में 1500 रुपये की प्रतिपूर्ति केन्द्र सरकार व एक हजार रुपये की अतिरिक्त धनराशि राज्य सरकार देगी। इन्टर्नशिप की अवधि छह महीने से तीन वर्ष तक की हो सकती है।

बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार, पूर्व निदेशक कृष्ण मोहन त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष सीबीएसई अशोक गांगुली, लखनऊ विवि में प्रोफेसर अरविंद मोहन, डा निशि पांडे, विशेष सचिव उच्च शिक्षा अब्दुल समद मौजूद रहे।

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं मार्च से, ऑनलाइन मिलेंगे एडमिट कार्ड, एकेडमिक कैलेंडर में हो रहा बदलाव

यूपी बोर्ड की 2021 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं फरवरी के बजाय मार्च में होंगी। कोरोना महामारी को देखते हुए बोर्ड के एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है। इसी क्रम में छात्रों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी होंगे। वहीं, मार्च-अप्रैल में ही स्कूलों को अपनी गृह परीक्षाएं समाप्त कर परिणाम जारी करने होंगे।

एक बार ही होगी प्री-बोर्ड परीक्षा

 नए एकेडमिक कैलेंडर के तहत हाईस्कूल और इंटर के छात्रों के लिए इस बार प्री-बोर्ड परीक्षा एक बार ही होगी, जो पहले दो बार हुआ करती थी। जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षा कराने का प्रस्ताव है। वहीं दिसंबर व जनवरी में प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जाएंगी।

प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर समीक्षा की जाएगी। वहीं एकेडमिक कैलेंडर में सभी जयंती व प्रमुख दिवसों पर छात्रों के बीच ऑनलाइन गतिविधियां कराने के निर्देश हैं। एनसीसी, स्काउट-गाइड व खेलकूद गतिविधियां ऑफलाइन करा सकते हैं, लेकिन इनमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से करना होगा।

ऑनलाइन पढ़ाई व मासिक परीक्षा पर जोर

एकेडमिक कैलेंडर में माहवार की जाने वाली शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गई है। क्योंकि एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है इसलिए अगस्त से मार्च तक की माहवार गतिविधियों का जिक्र है। इससे पहले के महीनों का जिक्र नहीं है। एकेडमिक कैलेंडर में ऑनलाइन पढ़ाई और हर महीने ऑनलाइन मासिक परीक्षा कराने पर जोर दिया गया है। यदि स्थिति थोड़ी सामान्य हुई तो स्कूलों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ऑफलाइन कैंपस की कक्षाएं करने का निर्देश दिया जाएगा। 

नया शैक्षिक पंचांग बनकर तैयार है। जल्द यूपी बोर्ड की तरफ से इसे जारी कर दिया जाएगा। नया पंचांग कोरोना संक्रमण को देखते हुए तैयार किया गया है। स्कूलों को इसका अनुसरण करना होगा। -डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं मार्च से, ऑनलाइन मिलेंगे एडमिट कार्ड, एकेडमिक कैलेंडर में हो रहा बदलाव

यूपी बोर्ड की 2021 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं फरवरी के बजाय मार्च में होंगी। कोरोना महामारी को देखते हुए बोर्ड के एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है। इसी क्रम में छात्रों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी होंगे। वहीं, मार्च-अप्रैल में ही स्कूलों को अपनी गृह परीक्षाएं समाप्त कर परिणाम जारी करने होंगे।

एक बार ही होगी प्री-बोर्ड परीक्षा

 नए एकेडमिक कैलेंडर के तहत हाईस्कूल और इंटर के छात्रों के लिए इस बार प्री-बोर्ड परीक्षा एक बार ही होगी, जो पहले दो बार हुआ करती थी। जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षा कराने का प्रस्ताव है। वहीं दिसंबर व जनवरी में प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जाएंगी।

प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर समीक्षा की जाएगी। वहीं एकेडमिक कैलेंडर में सभी जयंती व प्रमुख दिवसों पर छात्रों के बीच ऑनलाइन गतिविधियां कराने के निर्देश हैं। एनसीसी, स्काउट-गाइड व खेलकूद गतिविधियां ऑफलाइन करा सकते हैं, लेकिन इनमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से करना होगा।

ऑनलाइन पढ़ाई व मासिक परीक्षा पर जोर

एकेडमिक कैलेंडर में माहवार की जाने वाली शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गई है। क्योंकि एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है इसलिए अगस्त से मार्च तक की माहवार गतिविधियों का जिक्र है। इससे पहले के महीनों का जिक्र नहीं है। एकेडमिक कैलेंडर में ऑनलाइन पढ़ाई और हर महीने ऑनलाइन मासिक परीक्षा कराने पर जोर दिया गया है। यदि स्थिति थोड़ी सामान्य हुई तो स्कूलों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ऑफलाइन कैंपस की कक्षाएं करने का निर्देश दिया जाएगा। 

नया शैक्षिक पंचांग बनकर तैयार है। जल्द यूपी बोर्ड की तरफ से इसे जारी कर दिया जाएगा। नया पंचांग कोरोना संक्रमण को देखते हुए तैयार किया गया है। स्कूलों को इसका अनुसरण करना होगा। -डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस

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यूपी बोर्ड की 2021 की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं फरवरी के बजाय मार्च में होंगी। कोरोना महामारी को देखते हुए बोर्ड के एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है। इसी क्रम में छात्रों को ऑनलाइन एडमिट कार्ड जारी होंगे। वहीं, मार्च-अप्रैल में ही स्कूलों को अपनी गृह परीक्षाएं समाप्त कर परिणाम जारी करने होंगे।

एक बार ही होगी प्री-बोर्ड परीक्षा

 नए एकेडमिक कैलेंडर के तहत हाईस्कूल और इंटर के छात्रों के लिए इस बार प्री-बोर्ड परीक्षा एक बार ही होगी, जो पहले दो बार हुआ करती थी। जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षा कराने का प्रस्ताव है। वहीं दिसंबर व जनवरी में प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जाएंगी।

प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम के आधार पर समीक्षा की जाएगी। वहीं एकेडमिक कैलेंडर में सभी जयंती व प्रमुख दिवसों पर छात्रों के बीच ऑनलाइन गतिविधियां कराने के निर्देश हैं। एनसीसी, स्काउट-गाइड व खेलकूद गतिविधियां ऑफलाइन करा सकते हैं, लेकिन इनमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से करना होगा।

ऑनलाइन पढ़ाई व मासिक परीक्षा पर जोर

एकेडमिक कैलेंडर में माहवार की जाने वाली शैक्षणिक व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी गई है। क्योंकि एकेडमिक कैलेंडर में बदलाव किया जा रहा है इसलिए अगस्त से मार्च तक की माहवार गतिविधियों का जिक्र है। इससे पहले के महीनों का जिक्र नहीं है। एकेडमिक कैलेंडर में ऑनलाइन पढ़ाई और हर महीने ऑनलाइन मासिक परीक्षा कराने पर जोर दिया गया है। यदि स्थिति थोड़ी सामान्य हुई तो स्कूलों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ऑफलाइन कैंपस की कक्षाएं करने का निर्देश दिया जाएगा। 

नया शैक्षिक पंचांग बनकर तैयार है। जल्द यूपी बोर्ड की तरफ से इसे जारी कर दिया जाएगा। नया पंचांग कोरोना संक्रमण को देखते हुए तैयार किया गया है। स्कूलों को इसका अनुसरण करना होगा। -डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस

UP BOARD 2020-21: यूपी बोर्ड नया पाठ्यक्रम (UP board new syllabus)हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट का नया पाठ्यक्रम जारी, यहां क्लिक करके कक्षा- 9,10,11 एवं 12 के विषयों के पाठ्यक्रम करें डाउनलोड

नई दिल्ली :  UP Board Reduced Syllabus 2020-21: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) यानि यूपी बोर्ड से नये शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम को 30 फीसदी तक संक्षिप्त किये जाने की घोषणा राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने 17 जुलाई 2020 को की थी।

इसके बाद से ही यूपी बोर्ड रिड्यूस्ड सिलेबस 2020-21 को लेकर छात्रों, शिक्षकों एवं विद्यालयों के बीच उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। इस पर विराम लगाते हुए यूपी बोर्ड ने शैक्षिक सत्र 2020-21 (परीक्षा वर्ष 2021) के लिए हाई स्कूल यानि कक्षा 9-10 और इंटरमीडिएट यानि कक्षा 11-12 के लिए संक्षिप्त पाठ्यक्रम को जारी कर दिया है। यूपी बोर्ड न्यू सिलेबस 2021 को सोमवार, 20 जुलाई 2020 को परिषद की ऑफिशियल वेबसाइट, upmsp.edu.in पर जारी किया गया, जहां छात्र अपनी सम्बन्धित कक्षा के लिए पाठ्यक्रम डाउनलोड कर सकते हैं। इसके साथ ही, छात्र यूपी बोर्ड हाई स्कूल सिलेबस 2021 या यूपी बोर्ड या इंटरमीडिएट सिलेबस 2021 को नीचे दिये गये डायरेक्ट लिंक से भी डाउनलोड कर सकते हैं।