Category: SHIKSHA VIBHAAG
स्कूलों में चोरियों से शिक्षा विभाग परेशान, बीएसए ने अवकाश के पहले स्कूलों का सामान सुरक्षित कराने के निर्देश दिए : फतेहपुर
परिषदीय विद्यालयों में खेल सामग्रियां मानक के मुताबिक खरीदी गई हैं अथवा नहीं, जुलाई में गुणवत्ता की परख होगी
प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों में खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग का विशेष जोर है। इस शैक्षिक सत्र में प्रत्येक विद्यालय को खेलकूद का सामान खरीदने के लिए 10-10 हजार रुपये शासन से दिए गए हैं। यह खेल सामग्रियां मानक के मुताबिक खरीदी गई हैं अथवा नहीं। इसकी गुणवत्ता की परख होगी।
कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के खेलकूद की सामग्री खरीदने के लिए शासन ने स्कूल प्रबंध समिति के खाते में धनराशि भेज दी है। लेकिन जिन विद्यालयों में मानक के मुताबिक खेल सामग्रियां नहीं खरीदी। उन पर कार्रवाई भी होगी। जुलाई में खरीदी गई खेल सामग्रियों का सत्यापन होगा। वहीं जिन विद्यालयों में खेलकूद शिक्षकों के भरोसे है। उन शिक्षकों को जुलाई में ही छह सदस्यीय टीम ट्रेनिंग देगी। ताकि वह बच्चों को जिले स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर सकें। इसके अलावा पिछले महीने हुई बैठक में शिक्षा निदेशक (बेसिक) ने विद्यार्थियों के चयन के आधार को प्रतियोगिता की जगह ट्रायल को बनाने के लिए कहा था। लिहाजा, अब ट्रायल के जरिए विद्यार्थियों का चयन होगा। जिले स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए जो कार्यक्रम अप्रैल में था, वह अब जुलाई में होगा।
चार ब्लॉकों में व्यायाम शिक्षक नहीं : खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए सभी ब्लॉकों पर व्यायाम शिक्षकों की नियुक्ति जरूरी है। लेकिन चार ब्लॉकों में व्यायाम शिक्षक नहीं हैं। कोरांव, प्रतापपुर, करछना और मेजा में यह पद रिक्त हैं। इससे इन ब्लॉकों में खेलकूद की व्यवस्था फिलहाल पटरी पर नहीं आ पा रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षकों के मामले में जिले में तैनाती और पदोन्नति एक साथ नहीं
प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति व वरिष्ठता जिला स्तर की है। यदि शिक्षक मनचाहे किसी और जिले में तबादला कराता है तो नए जिले में वह सबसे कनिष्ठ हो जाता है। ऐसे शिक्षकों को उस जिले के अन्य शिक्षकों की तरह तय सेवाकाल पूरा होने पर पदोन्नति का लाभ नहीं दिया जा सकता। यह आदेश बेसिक शिक्षा परिषद सचिव रूबी सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिया है।
असल में, पिछले वर्षो में हुए अंतर जिला तबादले के दौरान जारी निर्देशों में इस तथ्य को प्रमुखता से बताया जा चुका है। इसके बाद भी मनचाहे जिले में पहुंचने वाले शिक्षक फिर पदोन्नति के लिए आवेदन कर रहे हैं। इससे बीएसए असहज हैं और उन्होंने परिषद सचिव से मार्गदर्शन मांगा। परिषद यह भी स्पष्ट कर चुका है कि परिषदीय शिक्षकों के लिए अंतर जिला तबादला उनका अधिकार नहीं है, बल्कि यह प्रक्रिया होगी या नहीं यह निर्णय शासन करता है।
इसमें स्पष्ट प्रावधान है कि तबादला लेने वाले शिक्षक की वरिष्ठता नए जिले में सबसे कनिष्ठ हो जाएगी। ज्ञात हो कि प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर सहित अन्य जिलों में अंतर जिला तबादला कराकर पहुंचे शिक्षक पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। उनका दावा है कि वे दस वर्ष की सेवा पूरी कर चुकी है इसलिए पदोन्नत किया जाए। सचिव ने बीएसए को भेजे निर्देश में कहा है कि 20 दिसंबर 2001 के शासनादेश में दिया गया है कि प्राथमिक शिक्षकों को साधारण वेतनमान में 10 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण करने पर चयन वेतनमान अनुमन्य कराया जाएगा। 20 अगस्त 2004 का शासनादेश में कहा गया है कि समयमान वेतनमान की व्यवस्था किसी कर्मचारी को सेवा में वृद्धिरोध बचाने के लिए उसे उसकी संपूर्ण सेवा अवधि में निर्धारित शर्तो के अधीन दी जाएगी। वहीं, पदोन्नति होने पर प्रोन्नति में जाने से इन्कार करने वाले कर्मचारी के मामले में सेवा वृद्धि रोध नहीं माना जा सकता है। ऐसा कर्मचारी अनुमन्य लाभों का पात्र नहीं रह जाता है। सचिव ने यह भी लिखा है कि अध्यापकों की पदोन्नतियां पूर्व में की गई थी, वहीं जिन्होंने खुद डिमोशन लिया है उन्हें समयमान वेतनमान दिए जाने की कोई व्यवस्था नहीं है।
इस सत्र में 5000 और सरकारी अंग्रेजी स्कूल
शैक्षिक सत्र 2019-20 हेतु प्रत्येक विद्यालय में मानकानुसार अध्यापकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु RTE 2009 के परिप्रेक्ष्य में पद निर्धारण कार्यवाही के सम्बन्ध में आदेश जारी 👇
सत्र 2019-20 हेतु प्रत्येक विद्यालय में मानकानुसार अध्यापकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु RTE 2009 के परिप्रेक्ष्य में पद निर्धारण कार्यवाही के सम्बन्ध में
अब मुख्य सचिव के पास जाएगा फर्जी मार्कशीट का मामला ,2500 शिक्षक बताए जा रहे है फर्जी मार्कशीट वाले, एसआईटी जांच के बाद
2500 शिक्षक बताए जा रहे है फर्जी मार्कशीट वाले, एसआईटी जांच के बाद अब मुख्य सचिव के पास जाएगा फर्जी मार्कशीट का मामला
रामपुर: – परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की वास्तविक उपस्थिति समय-समय पर लेकर विद्यालय बंद होने तक निरंतर 1 सप्ताह तक निरीक्षण करवाने के संबंध -डीएम आंजनेय कुमार सिंह
परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की वास्तविक उपस्थिति समय-समय पर लेकर विद्यालय बंद होने तक निरंतर 1 सप्ताह तक निरीक्षण करवाने के संबंध