एबीएसए को शिक्षिका ने चप्पल से पीटा, निलंबित, शिक्षिका ने कहा, एबीएसए ने की बदसलूकी

प्रयागराज: सैदाबाद ब्लाक के प्राइमरी स्कूल मलेथुआ में उस समय अफरातफरी मच गई, जब निरीक्षण करने गए एबीएसए बलिराम को वहां तैनात शिक्षिका कविता कुमारी ने चप्पलों से पिटाई शुरू कर दी। मौके पर पहुंचे शिक्षकों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया। एबीएसए ने इसकी शिकायत बीएसए से की तो शाम को शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया। जबकि शिक्षिका ने एबीएसए पर बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए उतरांव थाने में तहरीर दी है।

मंगलवार की दोपहर खंड शिक्षा अधिकारी बलिराम प्राइमरी स्कूल मलेथुआ का निरीक्षण करने गए थे। तभी वहां तैनात सहायक अध्यापक कविता कुमारी ने कुछ मामलों को लेकर नोकझोंक हो गई। इसपर शिक्षिका चप्पल उतारकर एबीएसए को पीटने लगी। शोर सुनकर अन्य शिक्षक पहुंचे और दोनों को शांत कराया। एबीएसए ने कहा कि कविता कुमारी अध्यापन में रुचि नहीं लेती हैं। बच्चे पढ़ाई में बहुत कमजोर हैं। सुधार के लिए शिक्षिका को कहा गया तो वह मारपीट करने लगी। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी को दी। इस पर बीएसए ने महिला शिक्षक को निलंबित कर दिया।

प्रकरण की जांच बीईओ हंडिया ममता सरकार को दी गई है। उधर, कविता कुमारी का आरोप है कि एबीएसए छुट्टी के लिए आवेदन करने पर रुपये मांगते हैं। न देने पर आवेदन निरस्त कर देते हैं। इसकी शिकायत बीएसए से पहले की जा चुकी थी। इसी बात से वह नाराज थे और मंगलवार को छेड़छाड़ की। विरोध करने पर बदसलूकी करने लगे, इसलिए उनको चप्पलों से मारा ।

वहां पर मारपीट की शिकायत आई है। एवीएसए और शिक्षिका से पूरे प्रकरण की जानकारी ली गई है। प्रथम दृष्टया शिक्षिका की गलती मिली है तो उन्हें निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल जांच चल रही है। आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। प्रवीण कुमार तिवारी, बीएसए

लापरवाही के चलते बीआरसी के बाबू सस्पेंड व खंड शिक्षा अधिकारी को नोटिस

लापरवाही के चलते बीआरसी के बाबू सस्पेंड व खंड शिक्षा अधिकारी को नोटिस

हमीरपुर। सुमेरपुर क्षेत्र के पौंथिया गांव स्थिति कन्या प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात शिक्षिका के निधन के बाद परिजन देयक धनराशि की भुगतान की मांग चार साल से कर रहे हैं। डीएम से शिकायत पर बीएसए ने बीआरसी में तैनात लिपिक को निलंबित कर मौजूदा एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। साथ ही तत्कालीन एबीएसए और तीन अन्य लिपिकों को नोटिस जारी किया है।
बीएसए सतीश कुमार ने बताया कि मृतक शिक्षिका अनीता का निधन 10 अक्तूबर 2017 को हो गया था। देयकों के भुगतान को लेकर उनके पति द्वारा विभाग को सूचित किया गया था। दो वर्ष बाद पति का भी निधन हो गया। तबसे उनके परिजन देयक धनराशि के लिए भटक रहे हैं। कहा कि जांच में विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है।

इसमें बीआरसी सुमेरपुर में तैनात लिपिक आशुतोष यादव को निलंबित किया गया है। वहीं तत्कालीन एबीएसए विनय कुमार विश्वकर्मा को नोटिस जारी की गई है, जबकि मौजूदा एबीएसए व्यासदेव को प्रतिकूल प्रविष्टि व पटल प्रभार के लिपिक सुरेंद्र द्विवेदी, जितेंद्र राजपूत व विश्राम प्रजापति के द्वारा इस मामले में क्या कार्यवाही की गई। इसकी जानकारी के लिए नोटिस जारी किया गया है।

एक पहलू यह भी! CCL हेतु अकेले आने वाला फतेहपुर मामले की सच्चाई जानिए, खंड शिक्षा अधिकारी का दर्द, जानिए पूरा क्या था मामला, एक बार अवश्य पढ़िए

खजुहा ब्लाक इकाई के घटनाक्रम को सिलसिलेवार एक नजर डालें औऱ स्वयं निर्णय लें कि वास्तव में क्या हुआ और किस क्रम में आयोजित किया गया?

यह एक नियोजित प्लान का परिणाम था।एक दिन पूर्व ही बिंदकी में खजुहा संघ के कुछ चुनिंदा साथियों की मीटिंग रखी गई थी।कल की मीटिंग और उसमें बनी प्लानिंग के अनुसार ही आज दुपहर 12 बजे दो महिलाएं एक साथ खजुहा बीआरसी पहुंची और पूर्व नियोजित षड्यंत्र को अमली जामा पहनाने की शुरुआत कर दी गई।

पहले कुछ देर बाहर ही तेज़ आवाज़ में बात शुरू हो गई लेकिन तुरंत ही खंडशिक्षा अधिकारी महोदय ने सीसीटीवी सुविधा युक्त अपने ऑफिस में पहुंचना ही बेहतर समझा और जाकर अपनी कुर्सी में बैठ गए।सीसीटीवी का फुटेज भी आवश्यक रूप से एक अहम सबूत के रूप में सुरक्षित होगा।

बातचीत को विवाद के स्तर तक पहुंचाने के बाद उक्त दोनों महिलाओं ने ब्लॉक अध्यक्ष को बुलाये जाने की धमकी दी और सामने ही फोन लगाने का ड्रामा शुरू हो गया।

कुछ ही देर में अध्यक्ष भी मौके पर पहुंच गए और कुछ ही देर बाद 10-12 कथित पत्रकार भी उनके पीछे आ गए।खजुहा बीआरसी दूरस्थ स्थिति वाली बीआरसी है जिसकी दूरी अध्यक्ष महोदय के विद्यालय से लगभग 25 से 30 किमी या उससे ज्यादा भी हो सकती है।

उक्त दोनों महिलाएं विद्यालय समयावधि में बिना किसी पूर्व सूचना के उपस्थित हुई थीं और इस घटना के दौरान अध्यक्ष महोदय भी विद्यालय अवधि में ही बीआरसी में उपस्थित हो चुके थे।ब्लॉक के ही एक अन्य शिक्षक भी उस वक़्त, जब महिलाएं अधिकारी महोदय से बात कर रही थीं,वहीं पर मौजूद थे जो खुरूवाखेड़ा के शिक्षक हैं और इस पूरे समय के साक्षी भी हैं,मौजूद थे।

अब प्रश्न ये उठता है कि प्रताड़ित होने वाली महिला/महिलाएं क्या इतनी भविष्य दर्शी थीं कि मीडिया को मौक़े पर पहले से ही बुला लिया था , वह भी 10 से 12 मीडियाकर्मी?

शाम तक ख़बर मीडिया के हवाले से जिस रूप में निकली उसने एक बेहतरीन इंसान के सम्मान और इज्ज़त की धज्जियाँ उड़ा दी थी।खबरों में चलाया जा रहा था कि अधिकारी ने चाइल्ड केयर लीव को अग्रसारित करने के लिए महिला को अकेले मिलने और गर्मी निकाल देने की बात कही।

ध्यातव्य हो कि उक्त घटना में उपस्थित दोनों ही महिलाओं ने इससे पूर्व भी ऐसे ही अनर्गल आरोप सहकर्मी या अधिकारी पर लगाये हैं।इनमें से एक महिला ने तो ऐसा ही आरोप लगभग 3 वर्ष पूर्व भी इन्ही अधिकारी महोदय पर लगाया था।

यद्यपि संपूर्ण ब्लॉक के शिक्षक आरोपित किये जाने की इस घिनौनी प्रणाली को धिक्कार रहे हैं ,किंतु मुखर होकर कुछ बोलने की स्थिति में नही हैं।

गैरहाजिर शिक्षकों ने जबरन भरी हाजिरी, दोनों निलंबित:- बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए जांच के आदेश

फर्रुखाबाद। शिक्षण कार्य से गायब रहने के बावजूद जबरन हाजिरी भरने और कंपोजिट ग्रांट में की गई अनियमितता के आरोप में बीएसए ने दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। बीएसए ने दोनों मामलों की जांच के भी आदेश दिए।

खंड शिक्षा अधिकारी कमालगंज ने 9 जनवरी को प्राथमिक विद्यालय कंझाना का निरीक्षण किया था। विद्यालय के सहायक अध्यापक व शिक्षामित्रों ने आरोप लगाया कि पुरानी उपस्थिति पंजिका एवं पत्र व्यवहार रजिस्टर प्रधानाध्यापक मनीष कटियार ने गायब कर दिया है। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए प्रधानाध्यापक ने नई उपस्थिति पंजिका बनाई और पूरे स्टाफ के फर्जी हस्ताक्षर किए। सहायक अध्यापक सत्यभान ने एक नवंबर 2020 को नई उपस्थिति पंजिका बनाई। प्रधानाध्यापक ने उसे फाड़ दिया। आरोप है कि वर्ष 2018- 19 व 2019 20 की कंपोजिट ग्रांट नियमित उपभोग न कर वित्तीय अनियमितता की गई। बीईओ की रिपोर्ट पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लालजी यादव ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी नवाबगंज को दी गई है ।

दूसरे मामले में 8 जनवरी को बीईओ ने प्राथमिक विद्यालय कोरीखेड़ा का निरीक्षण किया था। उनको विद्यालय स्टाफ ने बताया कि सहायक अध्यापक सुशील कुमार 1 से 20 दिसंबर तक विद्यालय से अनुपस्थित रहे । इसके बावजूद उपस्थिति पंजिका में जबरन हस्ताक्षर कर दिए । बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए ने सुशील कुमार को निलंबित कर दिया है। इसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी शमसाबाद को दी है।

कौशाम्बी : खण्ड शिक्षाधिकारी सिराथू निकले कोरोना पॉजिटिव, बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी हुए होम क्वारन्टीन

शिक्षा अधिकारी सहित समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी हुए होम क्वारन्टीन।
मंझनपुर : दोआबा में कोरोना का संक्रमण रफ्तार पकड़ने लगा है। मंगलवार को चायल विधायक और खंड शिक्षाधिकारी सिराथू समेत 14 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले।

सीएमओ डॉ. पीएन चतुर्वेदी ने बताया कि एंटीजन की जांच में आठ लोग संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में चायल क्षेत्र के विधायक समेत तीन सिराथू क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी समेत चार व मूरतगंज के एक व्यक्ति समेत आठ लोग शामिल हैं। विधायक व खंड शिक्षा अधिकारी को होम आइसोलेशन की इजाजत दे दी गई है।

खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव होने की खबर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत जिलेभर के सभी बीईओ ने खुद को होम क्वारंटीन कर लिया है। खंड शिक्षा अधिकारी ने हाल ही में संपर्क में आए लोगों से जल्द से जल्द कोविड जांच कराने के साथ ही होम क्वारंटीन की सलाह दी है।

कोरोना से सहमे बेसिक के अधिकारी:- पांच खंड शिक्षा अधिकारी पॉजिटिव एक लिपिक भी गंभीर,पांच दिन बाद भी नहीं आरबीआई के 20 कर्मचारियों की रिपोर्ट

बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पांच खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ), एक लिपिक और एक शिक्षक व इनके परिवार के सदस्यों के कोरोना पॉजिटिव निकलने से हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव निकले किदवई नगर, सदर और तीन दिन पहले तक मुख्यालय का भी कार्यभार संभालने वाले बीईओ सुरेश कुमार ने रविवार को उन्नाव में को आत्महत्या कर ली। वह शुक्रवार कार्यालय आए थे और कई कर्मचारियों से मिले थे बीई ओ सदर कार्यालय के एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद नारायणा के आईसीयू में भर्ती हैं। बीएसए कार्यालय में जिन 20 की पांच दिन पहले जांच हुई थी, उनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आ सकी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय और खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में कोरोना को लेकर हुई लापरवाही अब सामने आने लगी है।

शिक्षक और कर्मचारियों ने जताई नाराजगी


उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी एसोसिएशन और उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने खंड शिक्षा अधिकारियों, कर्मचारियों व शिक्षकों के कोरोना पॉजिटिव निकलने और एक बीईओ की मौत पर शोक जताया है। चेताया कि यदि कार्य शैली में अपेक्षित बदलाव न लाया गया तो स्थितियां और गंभीर हो सकती हैं। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष तापस कुमार मिश्रा, महामंत्री शहाब सरताज, मंडलीय अध्यक्ष मोहम्मद परवेज आलम, मंत्री अश्विनी कुमार दीक्षित ने कहा कि वे इस मामले में महानिदेशक स्कूली शिक्षा और शिक्षा अधिकारी से भी मिलेंगे। महानिदेशक को दो दिन पहले पत्र भेजा गया लेकिन इसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया। शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि स्कूलों को सेनेटाइज नहीं किया गया।
बीएसए ने माना, स्थिति को गंभीर हैंबेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. पवन कुमार तिवारी ने कहा कि स्थितियां ठीक नहीं हैं। हमारे 50 फीसदी खंड शिक्षा अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। कर्मचारी भी संक्रमित हैं। उन्होंने बताया कि काम अधिक है। अभी चार-पांच दिन पहले बीईओ सुरेश कुमार से उनके आग्रह पर बीईओ मुख्यालय का काम हटाया था। किदवई नगर और तहसील का काम उनके पास था। उन्होंने कहा कि स्थितियों को देखते हुए जो भी सुरक्षा को लेकर कदम उठाए जा सकते हैं, वह उठाएंगे।

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