सरकारी कर्मियों को जल्द मिलेगा 28 फीसदी DA के साथ बढ़ा हुआ HRA और TA

वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि अब एक जुलाई से 28 फीसदी की दर से डीए मिलेगा। एचआरए और टीए भी बढ़ी हुई दरों के हिसाब से जारी होगा। एचआरए में तीन फीसदी बढ़ोतरी की बात कही गई है…

केंद्र सरकार अपने 48 लाख कर्मचारियों और लगभग 60 लाख पेंशनधारियों को महंगाई भत्ता (डीए) तो देगी ही, इसके साथ ही उन्हें बढ़ी हुई दरों के हिसाब से एचआरए और टीए भी मिलेगा। सरकार ने कर्मचारी संगठनों की राष्ट्रीय परिषद से यह बात कही है। परिषद के एक नेता ने जब सरकार की मंशा पर सवाल उठाया तो वित्त मंत्रालय के आला अधिकारी ने कहा, आपको सरकार पर विश्वास क्यों नहीं है। आप भरोसा रखें, सरकार ने जो कहा है, उसे पूरा करेगी। आगामी एक जुलाई को 28 फीसदी की बढ़ी हुई दर से कर्मियों के खाते में भत्तों की राशि जमा करा दी जाएगी। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट से संबंधित एक मामले में यह स्थिति साफ कर दी है कि सरकार कर्मचारी के वेतन भत्ते स्थायी तौर पर नहीं रोके जा सकते। सरकार को छह फीसदी ब्याज दर के साथ वेतन का भुगतान करना होगा।


केंद्रीय कर्मियों की विभिन्न मांगों को लेकर ‘स्टाफ साइड’ की राष्ट्रीय परिषद ने कई बार सरकार को चेताया है कि जनवरी 2020 से लेकर जुलाई 2021 तक की डीए राशि अविलंब जारी की जाए। एआईडीईएफ के महासचिव सी. श्रीकुमार का कहना है कि सरकारी कर्मचारी ‘कोरोनाकाल’ में दो कदम आगे बढ़ाकर काम कर रहे हैं। कई विभाग तो ऐसे हैं जहां पर कर्मचारी को 17 घंटे से अधिक समय तक ड्यूटी देनी पड़ती है। कुछ कर्मियों ने तो 24 घंटे तक ड्यूटी दी है और वे आज भी दे रहे हैं।


पिछले साल के प्रारंभ में केंद्रीय कैबिनेट ने महंगाई भत्ता चार फीसदी बढ़ाने को मंजूरी दी थी। इस घोषणा के बाद कर्मियों का महंगाई भत्ता 17 फीसदी से बढ़ कर 21 फीसदी हो गया था। केंद्र सरकार को यह भत्ता जारी करने के लिए 14,595 करोड़ रुपये खर्च करने थे। कोरोना संक्रमण के चलते केंद्र सरकार ने जनवरी 2020 से लेकर जून 2021 तक डीए-डीआर व दूसरे भत्तों पर रोक लगा दी थी।

सी. श्रीकुमार कहते हैं कि इस बाबत सरकार के साथ कई बार पत्राचार किया गया था। स्टाफ साइड और वित्त मंत्रालय के बीच हुई बैठकों में इस मुद्दे को उठाया गया। पिछले दिनों हुई बैठक में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से कहा गया कि अब कर्मियों का धैर्य जवाब देने लगा है। उन्हें डीए और दूसरे भत्ते तुरंत दिए जाएं। केंद्र सरकार ने जब भत्तों पर रोक लगाई थी तो उस समय 17 फीसदी की दर से डीए की राशि मिलनी थी। तब से लेकर अब तक उस दर में बढ़ोतरी हो गई है।


वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि अब एक जुलाई से 28 फीसदी की दर से डीए मिलेगा। एचआरए और टीए भी बढ़ी हुई दरों के हिसाब से जारी होगा। एचआरए में तीन फीसदी बढ़ोतरी की बात कही गई है। कर्मचारी संगठनों के द्वारा सरकार से आग्रह किया गया है कि वह नेशनल पेंशन स्कीम को खत्म कर दोबारा से पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करे। इससे कर्मियों को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।


बहुत से सरकारी कर्मचारी और पेंशनर कोरोना का शिकार हो चुके हैं। इस हालत में डीए व दूसरे भत्ते बंद होने के कारण उनके आश्रितों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। जनवरी 2020 से लेकर अब तक लाखों कर्मी रिटायर हो गए हैं। उनके नुकसान की भरपाई कौन करेगा। श्रीकुमार के मुताबिक, तेलंगाना हाईकोर्ट ने एक सेलरी बंद करने के एक फैसले में कहा था कि ऐसा नहीं हो सकता। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को 12 फीसदी ब्याज सहित वेतन का भुगतान करने का आदेश दिया था। इस फैसले के खिलाफ तेलंगाना सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई।


सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिया कि कर्मचारी का वेतन स्थायी तौर पर नहीं रोका जा सकता। ऐसी स्थिति में कर्मचारी को छह फीसदी ब्याज दर के साथ वेतन का भुगतान किया जाए। केंद्र सरकार को यह बात सोचनी चाहिए कि सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर लंबे समय तक रोक लगाना ठीक नहीं है। अभी तक सरकारी कर्मियों ने हर तरह से सरकार का सहयोग किया है। अगर सरकार, कर्मियों को उनका वाजिब हिस्सा नहीं देती है तो वे सड़क पर संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे।

ब्रेकिंगन्यूज : महंगाई भत्ता देने को तैयार हुई केंद्र सरकार!



ब्रेकिंगन्यूज

महंगाई भत्ता देने को तैयार हुई केंद्र सरकार! अब 18 माह का ‘एरियर’ लेने पर अड़े कर्मचारी संगठन
वर्ष 2020 के शुरू में केंद्रीय कैबिनेट ने महंगाई भत्ता चार फीसदी बढ़ाने को मंजूरी दी थी। यानी कर्मियों का महंगाई भत्ता 17 फीसदी से बढ़ाकर 21 फीसदी कर दिया जाना था…

केंद्र सरकार ने अपने 48 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनधारियों को महंगाई भत्ता (डीए) देने की तैयारी कर ली है। इस बात के पूरे आसार हैं कि सरकार, डीए (Dearness Allowance) की बढ़ी हुई राशि यानी 28-30 फीसदी के हिसाब से कर्मियों के खाते में डालेगी। अब 18 माह का एरियर भी कर्मचारियों को मिल जाए, इसके लिए प्रयास शुरू किए गए हैं।

केंद्रीय कर्मियों की मांग को लेकर केंद्र से बातचीत कर रहे जेसीएम ‘स्टाफ साइड’ की राष्ट्रीय परिषद के सचिव और एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र का कहना है, डीए की राशि जारी करने के लिए सरकार तैयार हो गई है। कर्मचारी संगठन अब ‘एरियर’ लेने पर अड़े हैं। केंद्र सरकार और कर्मचारी संगठनों के बीच दो सप्ताह के भीतर एक उच्चस्तरीय बैठक होने जा रही है। यहीं से केंद्र सरकार के कर्मियों और पेंशनरों को उनके चेहरे खिलाने वाली खबर मिलेगी।

बता दें कि वर्ष 2020 के शुरू में केंद्रीय कैबिनेट ने महंगाई भत्ता चार फीसदी बढ़ाने को मंजूरी दी थी। यानी कर्मियों का महंगाई भत्ता 17 फीसदी से बढ़ाकर 21 फीसदी कर दिया जाना था। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों, इन दोनों को मिलाकर एक करोड़ से ज्यादा लोगों को इसका फायदा पहुंचना था। इसके लिए सरकार को अतिरिक्त 14,595 करोड़ रुपये खर्च करने थे।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया था कि मार्च महीने के वेतन के साथ सभी केंद्रीय कर्मियों और पेंशनधारकों को बढ़ी हुई दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। जब तक यह राशि जारी होती, देश में कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया था। इसके चलते वित्त मंत्रालय ने जून 2021 तक बढ़े हुए डीए व डीआर पर रोक लगा दी थी। जानकारों के अनुसार, इस फैसले से केंद्र सरकार को करीब 37,530 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र कहते हैं, महंगाई भत्ते और महंगाई राहत को लेकर केंद्र सरकार के साथ बैठकों के कई दौर चले हैं। विभिन्न स्तरों पर ज्ञापन सौंपे गए हैं। अब सरकार का रुख सकारात्मक नजर आ रहा है। सहयोगी कर्मचारी संगठनों का कहना है कि नियमानुसार, जून 2020 में डीए की राशि 24 फीसदी, दिसंबर 2020 में 28 फीसदी और जुलाई 21 में 30 फीसदी बढ़नी चाहिए।

बतौर मिश्रा, कर्मियों की उम्मीद जायज है। सभी कर्मियों ने कोरोना के दौरान सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। अब 30 फीसदी की बढ़ी हुई दर से डीए का हक तो बनता है। इस सप्ताह या उसके बाद केंद्र सरकार के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसमें वित्त मंत्रालय और कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। सरकार ने इतना तो भरोसा दे दिया है कि सभी कर्मियों को डीए मिलेगा। अब लड़ाई केवल एरियर की है। पहली जनवरी 2020 से लेकर जून 2021 तक 18 महीनों का एरिया बकाया है।

डीए का इंतजार कर रहे यूपी के सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, योगी आदित्यनाथ ने किया इंतजाम

UP Budget 2021 कोरोना आपदा की वजह से बढ़ी दरों से महंगाई भत्ता पाने से वंचित हुए उत्तर प्रदेश सरकार के 16 लाख कर्मचारियों को इस साल जुलाई से बढ़ी दर से डीए देने का इंतजाम योगी आदित्यनाथ सरकार ने बजट में कर लिया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कोरोना आपदा की वजह से बढ़ी दरों से महंगाई भत्ता पाने से वंचित हुए उत्तर प्रदेश सरकार के 16 लाख कर्मचारियों को इस साल जुलाई से बढ़ी दर से डीए देने का इंतजाम योगी आदित्यनाथ सरकार ने बजट में कर लिया है। इसके लिए सरकार ने बजट में कर्मचारियों के वेतन के लिए दी जाने वाली रकम की लगभग 30 प्रतिशत राशि डीए के लिए रखी है। यह बात और है कि राज्य कर्मचारियों को डीए देने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा अपने कार्मिकों को इसके भुगतान के निर्णय पर निर्भर करेगा।

योगी आदित्यनाथ सरकार ने संसाधनों की तंगी के कारण राज्य सेवा के कार्मिकों को पहली जनवरी 2020, पहली जुलाई 2020 और पहली जनवरी 2021 से बढ़ी दरों पर आधारित महंगाई भत्ता देने पर पिछले साल 24 अप्रैल को रोक लगा दी थी। कर्मचारियों से कहा गया था कि उन्हें इस दौरान बढ़ी दरों का डीए संचयी प्रभाव से एक जुलाई से मिलेगा। हालांकि उन्हें बढ़ी दरों पर डीए के एरियर का भुगतान नहीं होगा।

योगी आदित्यनाथ सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में अपने कर्मचारियों को वेतन के मद में 53,710.89 करोड़ रुपये का इंतजाम किया है। वहीं उसने डीए के मद में 15,997.84 करोड़ रुपये का आवंटन किया है जो कि वेतन की रकम का लगभग 30 प्रतिशत है।

बता दें कि योगी सरकार ने सोमवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 5,50,278.78 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। सूबे के इतिहास का पहला कागज रहित (पेपरलेस) और अपना पांचवां व आखिरी पूर्ण बजट पेश करते हुए सरकार ने चुनावी साल में मिशन 2022 के लक्ष्य संधान के लिए सारे जतन बजट में किए हैं। कोरोना महामारी का तीखा दंश झेलने के बावजूद सूबे के विकास की बड़ी लकीर खींचने की खातिर सरकार ने हौसला दिखाते हुए बुनियादी ढांचे के विकास को रफ्तार देने के लिए धनवर्षा की है। वहीं, श्रमिकों, महिलाओं, किसानों और युवाओं को सौगातें देने के लिए भी खजाना खोला है।

जुलाई से बहाल हो सकता है फ्रीज डीए:- प्रदेश के बजट में महंगाई भत्ते की दरों में 30% वृद्धि के अनुमान से प्रस्ताव की तैयारी

लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनरों के फ्रीज महंगाई भत्ते को जुलाई-2021 से बहाल कर सकती है। वित्त वर्ष 2021 22 के यूपी के बजट में मूल वेतन का 30 फीसदी महंगाई भत्ते (डीए) व महंगाई राहत (डीआर) की वृद्धि का अनुमान लगाते हुए बजट का प्रावधान हो सकता है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला बजट पेश करने से ठीक पहले 22 फरवरी को कैबिनेट की बैठक में होगा। प्रदेश में करीब 16 लाख कर्मचारी व 11.82 लाख पेंशनर हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते गत वर्ष 24 अप्रैल को एक आदेश जारी कर जनवरी व जुलाई तथा जनवरी 2021 में डीए व डीआर में वृद्धि न करने का फैसला किया था। कहा था कि एक जुलाई, 2021 से देय डीए व डीआर की भाभी किसानों को जारी करने का निर्णय जब लिया जाएगा, तब एक जनवरी व एक जुलाई 2020 तथा एक जनवरी 2021 से प्रभावी डीए व डीआर की दरों को बहाल कर दिया जाएगा और एक जुलाई 2021 से प्रभावी संचयी संशोधित दर में शामिल कर दिया जाएगा। एक जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि का कोई बकाया नहीं दिया जाएगा।
जानकार बताते हैं कि डीए व डीआर की बढ़ी दरों का भुगतान जुलाई-2021 से करने का फैसला पहले केंद्र सरकार को लेना है प्रदेश सरकार उसी आधार पर निर्णय करेगी। आमतौर पर डीए व डीआर की जुलाई किस्त का भुगतान दशहरा या दिवाली के आसपास किया जाता रहा है। ऐसे में सरकार के पास संबंधित भुगतान के लिए बजट की व्यवस्था करने के लिए 2021-22 के मुख्य बजट या बाद में चुनाव से पहले अनुपूरक बजट लाकर करने का विकल्प खुला था । सूत्रों के अनुसार विचार-विमर्श के बाद यूपी के बजट में ही जुलाई तक महंगाई की दरों का आकलन कर बजट प्रावधान करने पर सहमति बन गई है।


रोक के समय 17 फीसदी था डीए
अप्रैल-2020 में रोक के समय कर्मियों को 17 फीसदी डीए व डीआर का भुगतान हो रहा था। यदि भुगतान पर रोक नहीं लगती तो जुलाई 2021 तक (जनवरी 2020, जुलाई 2020, जनवरी 2021 व जुलाई 2021 ) डीए व डीआर में 4 बार वृद्धि हो चुकी होती।


वित्त विभाग के जानकार बताते हैं कि जिस तरह से वृद्धि हो रही है, उस अनुमान से एक जनवरी-2020 से 4 प्रतिशत वृद्धि होने पर डीए की दरें 17+4-21 प्रतिशत होतीं।

जुलाई-2020 से 3 प्रतिशत वृद्धि होने पर 21+3-24 प्रतिशत, जनवरी 2021 में 4 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। इस तरह दरें 24+4-28 प्रतिशत हो जाएंगीं।

जुलाई में 3-4 फीसदी की वृद्धि भी हो तो डीए मूल वेतन का 30 फीसदी से अधिक हो सकता है।


…तो 13 से 15 फीसदी बढ़ जाएगा वेतन

अनुमान के मुताबिक जुलाई-2021 से यदि डीए की संचयी वृद्धि को शामिल करते हुए 30-32 फीसदी की दर से भुगतान किया जाए तो प्रत्येक कर्मचारी के वेतन में मौजूदा स्तर से 13 से 15 फीसदी की वृद्धि हो जाएगी।

10 से 12 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च

डीए में वृद्धि को फ्रीज करते समय तत्कालीन अपर मुख्य सचिव ने इस निर्णय से करीब 8

करोड़ रुपये बचत अनुमान बताया 131 जानकार बताते हैं कि जुलाई में डीए व डीआर की अतिरिक्त किस्त के भुगतान पर करीब 10 से 12 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च आ सकता है।

जुलाई से बहाल हो सकता है फ्रीज डीए:- प्रदेश के बजट में महंगाई भत्ते की दरों में 30% वृद्धि के अनुमान से प्रस्ताव की तैयारी

लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के 28 लाख कर्मचारियों और पेंशनरों के फ्रीज महंगाई भत्ते को जुलाई-2021 से बहाल कर सकती है। वित्त वर्ष 2021 22 के यूपी के बजट में मूल वेतन का 30 फीसदी महंगाई भत्ते (डीए) व महंगाई राहत (डीआर) की वृद्धि का अनुमान लगाते हुए बजट का प्रावधान हो सकता है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला बजट पेश करने से ठीक पहले 22 फरवरी को कैबिनेट की बैठक में होगा। प्रदेश में करीब 16 लाख कर्मचारी व 11.82 लाख पेंशनर हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के चलते गत वर्ष 24 अप्रैल को एक आदेश जारी कर जनवरी व जुलाई तथा जनवरी 2021 में डीए व डीआर में वृद्धि न करने का फैसला किया था। कहा था कि एक जुलाई, 2021 से देय डीए व डीआर की भाभी किसानों को जारी करने का निर्णय जब लिया जाएगा, तब एक जनवरी व एक जुलाई 2020 तथा एक जनवरी 2021 से प्रभावी डीए व डीआर की दरों को बहाल कर दिया जाएगा और एक जुलाई 2021 से प्रभावी संचयी संशोधित दर में शामिल कर दिया जाएगा। एक जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक की अवधि का कोई बकाया नहीं दिया जाएगा।
जानकार बताते हैं कि डीए व डीआर की बढ़ी दरों का भुगतान जुलाई-2021 से करने का फैसला पहले केंद्र सरकार को लेना है प्रदेश सरकार उसी आधार पर निर्णय करेगी। आमतौर पर डीए व डीआर की जुलाई किस्त का भुगतान दशहरा या दिवाली के आसपास किया जाता रहा है। ऐसे में सरकार के पास संबंधित भुगतान के लिए बजट की व्यवस्था करने के लिए 2021-22 के मुख्य बजट या बाद में चुनाव से पहले अनुपूरक बजट लाकर करने का विकल्प खुला था । सूत्रों के अनुसार विचार-विमर्श के बाद यूपी के बजट में ही जुलाई तक महंगाई की दरों का आकलन कर बजट प्रावधान करने पर सहमति बन गई है।


रोक के समय 17 फीसदी था डीए
अप्रैल-2020 में रोक के समय कर्मियों को 17 फीसदी डीए व डीआर का भुगतान हो रहा था। यदि भुगतान पर रोक नहीं लगती तो जुलाई 2021 तक (जनवरी 2020, जुलाई 2020, जनवरी 2021 व जुलाई 2021 ) डीए व डीआर में 4 बार वृद्धि हो चुकी होती।


वित्त विभाग के जानकार बताते हैं कि जिस तरह से वृद्धि हो रही है, उस अनुमान से एक जनवरी-2020 से 4 प्रतिशत वृद्धि होने पर डीए की दरें 17+4-21 प्रतिशत होतीं।

जुलाई-2020 से 3 प्रतिशत वृद्धि होने पर 21+3-24 प्रतिशत, जनवरी 2021 में 4 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। इस तरह दरें 24+4-28 प्रतिशत हो जाएंगीं।

जुलाई में 3-4 फीसदी की वृद्धि भी हो तो डीए मूल वेतन का 30 फीसदी से अधिक हो सकता है।


…तो 13 से 15 फीसदी बढ़ जाएगा वेतन

अनुमान के मुताबिक जुलाई-2021 से यदि डीए की संचयी वृद्धि को शामिल करते हुए 30-32 फीसदी की दर से भुगतान किया जाए तो प्रत्येक कर्मचारी के वेतन में मौजूदा स्तर से 13 से 15 फीसदी की वृद्धि हो जाएगी।

10 से 12 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च

डीए में वृद्धि को फ्रीज करते समय तत्कालीन अपर मुख्य सचिव ने इस निर्णय से करीब 8

करोड़ रुपये बचत अनुमान बताया 131 जानकार बताते हैं कि जुलाई में डीए व डीआर की अतिरिक्त किस्त के भुगतान पर करीब 10 से 12 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च आ सकता है।

राज्य कर्मचारियों और सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थानों निकायों तथा प्रभावित कर्मचारियों को महंगाई भत्ता का एक जुलाई से बढ़ी हुई दर पर भुगतान किए जाने संबंधी आदेश👇

राज्य कर्मचारियों और सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थानों निकायों तथा प्रभावित कर्मचारियों को महंगाई भत्ता का एक जुलाई से बढ़ी हुई दर पर भुगतान किए जाने संबंधी आदेश

पेंशनरों की महंगाई मे राहत 5 फीसदी बड़ी, 1 जुलाई 2019 से महंगाई राहत में वृद्धि का लाभ मिलेगा ,13.5 लाख पेंशनरों पारिवारिक पेंशनरों को मिला दिवाली तोहफा

दिवाली से पहले मिलेगा एक साथ वेतन, बोनस और डीए, एक जुलाई से 17% DA का भुगतान करने का आदेश जारी


दिवाली से पहले मिलेगा एक साथ वेतन, बोनस और डीए, एक जुलाई से मिलेगा लाभ

खुशखबरी: सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 5% बढ़ाया, नवंबर में बढ़ी सैलरी के साथ 3 महीने का महंगाई भत्ता एरियर

7th Pay Commission DA Hike Arrear: नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 5% बढ़ाया, नवंबर में बढ़ी सैलरी के साथ 3 महीने का महंगाई भत्ता एरियर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दिया है. बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता (Dearness allowance) केंद्रीय कर्मचारियों को 1 जुलाई 2019 से जोड़कर दिया जाएगा. इसका लाभ कुल 55 लाख कर्मचारियों और 62 लाख एक्स कर्मचारियों को मिलेगा. बढ़े हुए महंगाई भत्ते से केंद्र सरकार पर कुल 16 हजार करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने बताया कि महंगाई भत्ता यानी डीए (Dearness allowance) में बढ़ोतरी जुलाई से प्रभावी होगी जिसका मतलब ये हुआ कि नवंबर में जब कर्मचारियों को सैलरी और पेंशनरों को पेंशन मिलेगा तो उनके खाते में अक्टूबर की बढ़ी हुई सैलरी और जुलाई, अगस्त और सितंबर कुल तीन महीने का बढ़ा हुआ डीए एरियर के तौर पर मिलेगा.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि सरकार ने दिवाली से पहले केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफे के तौर पर ये सौगात दी है. आपको बता दे कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष केंद्रीय कर्मचारियो के महंगाई भत्ते में सिर्फ 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी किया था. लेकिन इस बार सरकार ने महंगाई भत्ते (Dearness allowance) में दोगुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी किया है ।

केंद्र सरकार के इस फैसले से 7वें वेतनमान के तहत सैलरी पा रहे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में 900 रुपये से 12500 रुपये की बढ़ोतरी होगी. आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारी पिछले कई दिोने से महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे. हालांकि केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन और भत्ते में बढ़ोतरी को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है.

मंहगाई भत्‍ता/राहत : राज्य सरकार के सिविल/पारिवारिक पेंशनरों आदि को महँगाई राहत की स्‍वीकृति। शासनादेश देखें⬇

मंहगाई भत्‍ता/राहत
राज्य सरकार के सिविल/पारिवारिक पेंशनरों आदि को महँगाई राहत की स्‍वीकृति। शासनादेश देखें⬇