माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर टीजीटी अभ्यर्थियों का हंगामा

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड परिसर में शुक्रवार को टीजीटी 2021 के अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि वेबसाइट न चलने से उत्तरकुंजी पर अपनी ऑनलाइन आपत्ति नहीं दर्ज कर पा रहे हैं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बोर्ड के अधिकारियों से वार्ता कर वेबसाइट चालू करने का आश्वासन दिया। अभ्यर्थियों का कहना था कि कुछ देर बाद तो वेबसाइट चली, लेकिन फिर उसके बाद बंद हो गई। मांग की कि चयन बोर्ड आपत्ति दर्ज कराने की तिथि बढ़ाए या गलत जवाब को सही करे।

विदित हो कि चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी 2021 के 12,603 पदों के लिए सात और आठ अगस्त को परीक्षा संपन्न हुई। दस अगस्त को उत्तरमाला जारी कर चयन बोर्ड ने अभ्यर्थियों से आपत्ति मांगी। सात अगस्त को जिन विषयों की परीक्षा हुई थी, वे 13 अगस्त तक और 8 अगस्त को जिन विषयों की परीक्षा हुई थी। वे अभ्यर्थी 14 अगस्त आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। आपत्ति केवल ऑनलाइन मांगी गई है।

TGT ANSWER KEY: टीजीटी शिक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी, देखें

TGT ANSWER KEY: टीजीटी शिक्षक भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी, देखें

TGT/PGT के आवेदन की अंतिम तिथि फिर से बढ़ी, पूरी जानकारी के लिए अभी क्लिक करें

टीजीटी-पीजीटी के आवेदन की तारीख एक बार फिर बढ़ी

 
TGT-PGT की आवेदन तिथि फिर बढ़ी, देखें विज्ञप्ति
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने अशासकीय सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में 15 हजार से अधिक प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती 2021 की आवेदन तिथि 10 दिन और बढ़ा दी है। यह तीसरा अवसर है जब आवेदन तिथि 10 दिन के लिए बढ़ाई गई है। अब ऑनलाइन आवेदन के लिए पंजीकरण, शुल्क जमा करने और ऑनलाइन आवेदन सबमिट करने की अंतिम तिथि क्रमश: 10, 12 और 15 मई निर्धारित की गई है। 
 
 
उपसचिव नवल किशोर की ओर से शनिवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार इसके बाद कोई अवसर नहीं मिलेगा। अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे चयन बोर्ड की वेबसाइट पर विज्ञापन संबंधी निर्देशों का भलीभांति अध्ययन कर पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लें।
 
 
प्रयागराज : प्रदेश के एडेड माध्यमिक कालेजों की शिक्षक भर्ती के लिए अब अभ्यर्थी 15 मई तक आवेदन कर सकेंगे। चयन बोर्ड ने ऑनलाइन आवेदन करने की मियाद तीसरी बार फिर दस दिन के लिए बढ़ा दी है। वजह, एनआइसी के परीक्षा पोर्टल पर सभी अभ्यर्थियों के आवेदन नहीं हो पा रहे थे। प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक व प्रवक्ता (टीजीटी-पीजीटी) भर्ती 2021 के लिए दावेदारों की बड़ी संख्या हैं, वे परेशान थे।
 
 
चयन बोर्ड ने अशासकीय सहायताप्राप्त माध्यमिक कालेजों के लिए लंबे समय बाद शिक्षक भर्ती घोषित की है। एनआइसी की ओर से तैयार परीक्षा पोर्टल पर शुरू में आवेदनों की रफ्तार ठीक थी लेकिन, बाद में धीमी होती गई। बीते 15 मार्च को एडेड कालेजों में 15198 पदों के लिए आनलाइन आवेदन मांगे गए थे। मार्च के अंत में ही पोर्टल गड़बड़ा गया। विरोध होने पर चयन बोर्ड ने पंजीकरण के लिए 21 व आवेदन 25 अप्रैल तक करने की समय सीमा बढ़ाई थी, लेकिन फिर भी आवेदन नहीं हो पाए।

TGT-PGT: एडेड कॉलेजों में शिक्षकों के 15198 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन हुआ जारी, आज से आवेदन होंगे शुरू

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रदेश के 4500 से अधिक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 12603 और प्रवक्ता (पीजीटी) के 2595 कुल 15198 पदों पर नियुक्ति का संशोधित विज्ञापन सोमवार देर शाम जारी कर दिया। तकरीबन चार महीने बाद जारी किए संशोधित विज्ञापन में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 310 पद कम हो गए हैं। अभ्यर्थी मंगलवार से चयन बोर्ड की वेबसाइट http://www.upsessb.org ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

चयन बोर्ड ने 29 अक्तूबर 2020 को टीजीटी के 12913 व पीजीटी के 2595 कुल 15508 पदों पर विज्ञापन जारी किया था। लेकिन सोमवार को जारी संशोधित विज्ञप्ति में टीजीटी के 12603 और पीजीटी के 2595 कुल 15198 पद रह गए हैं। टीजीटी के 310 पद कम हुए है। ये स्थिति तब है जबकि अध्यक्ष वीरेश कुमार पद कम न करने की बात कह चुके हैं और जिला विद्यालय निरीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की भी तैयारी चल रही है।

जीव विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों को मिला मौका
संशोधित विज्ञापन में प्रशिक्षित स्नातक जीव विज्ञान का पद भी शामिल किया गया है। टीजीटी में 310 पदों की कमी विज्ञान में ही हुई है। 29 अक्तूबर को जारी विज्ञापन में विज्ञान के 1943 पद थे। लेकिन संशोधित विज्ञापन में विज्ञान के 898 और जीव विज्ञान के 735 कुल 1633 पद हैं। संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना से बचने के लिए विज्ञान और जीव विज्ञान के पदों पर अलग अलग आवेदन लिए जाएंगे। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने यह मुद्दा उठाया था। पूर्व के विज्ञापन में समस्या यह थी कि तदर्थ रूप से पढ़ा रहे जीव विज्ञान विषय के शिक्षक बाहर हो रहे थे। इसलिए इस विषय को शामिल किया गया है। ये अलग बात है कि यूपी बोर्ड ने तकरीबन ढाई दशक पहले ही हाईस्कूल स्तर से जीव विज्ञान को हटा दिया है।

परीक्षा में फ्रेश व तदर्थ शिक्षकों को समान अंक
चयन बोर्ड ने लिखित परीक्षा में फ्रेश व तदर्थ शिक्षकों को समान अंक देने का निर्णय लिया है। संशोधित विज्ञापन में पुरानी विज्ञप्ति के सबसे विवादित हिस्से को हटा दिया गया है। चयन बोर्ड ने पहले फ्रेश अभ्यर्थियों व तदर्थ शिक्षकों के लिए क्रमश: 500 व 465 अंकों की लिखित परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। फ्रेश अभ्यर्थियों को एक प्रश्न पर 4 व तदर्थ शिक्षकों को 3.72 अंक देने की बात थी। लेकिन अब इसे संशोधित करते हुए फ्रेश अभ्यर्थियों व तदर्थ शिक्षकों को समान रूप से चार चार अंक देने की बात है।



तदर्थ शिक्षकों का भारांक कम कर दिया
चयन बोर्ड ने संशोधित विज्ञापन में तदर्थ शिक्षकों का भारांक भी कम कर दिया है। 29 अक्तूबर के विज्ञापन में तदर्थ शिक्षकों को एक वर्ष की सेवा के लिए 1.75 अंक अधिकतम 35 अंक देने का प्रावधान किया था। लेकिन अब इसे घटाकर एक वर्ष की सेवा पर 1.5 अंक और अधिकतम 30 अंक देने का प्रावधान किया गया है। प्रशिक्षित स्नातक में साक्षात्कार नहीं होगा। तदर्थ शिक्षकों को लिखित परीक्षा में मिले अंकों में सेवा आधारित अधिभार अंक जोड़ दिया जाएगा जो किसी भी दशा में 500 अंकों से अधिक नहीं होगा। वहीं प्रवक्ता में अधिभार 30 अंक साक्षात्कार में देय होगा।

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चयन बोर्ड ने पहली बार तदर्थ शिक्षकों को भी खुली भर्ती में शामिल होने का मौका दिया है। चयन का आधार लिखित परीक्षा है ऐसे में आम प्रतियोगी व तदर्थ शिक्षकों के लिए परीक्षा के नियम अलग हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले तदर्थ शिक्षक उत्तीर्ण होने पर नियमित हो जाएंगे लेकिन, फेल होने पर उनके स्थान पर आम प्रतियोगी का चयन किया जाएगा। साथ ही आवेदन करने वाले हर तदर्थ शिक्षक का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे, उनकी रिपोर्ट पर ही वे परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

शीर्ष कोर्ट में संजय सिंह व अन्य बनाम उप्र शासन व अन्य में संबद्ध 16 अन्य सिविल अपील में 28 अगस्त 2020 को पारित आदेश के अनुपालन में तदर्थ शिक्षकों को अधिभार अंक मिल रहे हैं। ये वे शिक्षक हैं जो कोर्ट के आदेश पर चयन बोर्ड से शिक्षक आने तक कालेजों में तदर्थ आधार पर नियुक्त रहे हैं। याचिका में वैसे तो कुल 659 तदर्थ शिक्षकों का ही जिक्र है लेकिन यह संख्या हजारों में हो सकती है।


टीजीटी प्रतियोगी: प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन को विषय पर आधारित सामान्य योग्यता की लिखित परीक्षा में 500 अंकों का प्रश्नपत्र होगा, उसमें 125 प्रश्न होंगे। हर प्रश्न चार अंक और दो घंटे में सभी प्रश्न करने होंगे।


तदर्थ शिक्षक : टीजीटी में तदर्थ शिक्षक के लिए लिखित परीक्षा 465 अंकों की होगी व हर प्रश्न का 3.72 अंक होगा। इनके कार्य की अवधि के आधार पर सेवा आधारित अधिभार मिलेगा। एक वर्ष की सेवा पर 1.75 अंक व अधिकतम 35 अंक दिए जाएंगे। लिखित परीक्षा में मिले अंकों में अधिभार जोड़ा जाएगा। ये 500 अंक होगा। इसी सेमेरिट बनेगी।
पीजीटी प्रतियोगी : प्रवक्ता पद के चयन के लिए 425 अंकों की लिखित परीक्षा होगी। प्रश्नपत्र के 125 सवालों में 3.4 अंक मिलेंगे। दो घंटे में सभी बहुविकल्पीय प्रश्न करना अनिवार्य है। साक्षात्कार 50 अंक का और 25 अंक विशेष योग्यता का अधिभार मिलेगा।


तदर्थ शिक्षक : तदर्थ प्रवक्ताओं के लिए लिखित परीक्षा 390 अंक की होगी। हर प्रश्न पर 3.12 अंक दिए जाएंगे। इन्हें भी 35 अंक का अधिभार मिलेगा। साक्षात्कार में लिखित परीक्षा व अधिभार के अंक जबकि चयन में लिखित परीक्षा के 85 फीसद अंक, साक्षात्कार के 10 फीसद व विशेष योग्यता के पांच } अंक जोड़े जाएंगे।


मुकाबला योग्यता का बना रहेगा : चयन बोर्ड भले ही तदर्थ शिक्षकों को अधिभार सेवा के आधार पर दे रहा है लेकिन, चयन में योग्यता का पैमाना बरकरार रहेगा। सिर्फ अधिभार के आधार पर चयन संभव नहीं होगा।


उदाहरण : टीजीटी का एक प्रतियोगी यदि परीक्षा में 100 प्रश्न सही करता है तो 400 अंक मिल जाएंगे। तदर्थ शिक्षक भी 100 सवाल सही करता है तो उसे 372 अंक ही मिलेंगे। यानी अधिभार पाकर भी आम प्रतियोगी से मुकाबला होगा।

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