1- सबसे पहले खंड शिक्षा अधिकारी से अनुमति प्रदान करने के लिए BRC जाएंगे साथ में दो संपूर्ण डाक्यूमेंट्स की फाइलें लेकर जाएंगे एक फाइल स्कूल में भी जमा होगी एक अपने भविष्य के लिए सुरक्षित रखें
Note- 👇👇
दो चरित्र प्रमाण पत्र, मेडिकल की फोटो कॉपी, एक में चरित्र और मेडिकल ओरिजिनल भी लगेंगे नियुक्ति पत्र , विद्यालय आवंटन नियुक्त पत्र, योगदान आख्या अलग से लेकर जाना है 3 फाइल फोटो कॉपी की होगी जब स्वप्रमाणित हुई होगी
2- बीआरसी से जॉइनिंग लेटर पर अनुमति लेने के बाद अपने स्कूल जाएंगे वहां पर जो भी प्रधानाध्यापक अध्यापक उपस्थित होगा उससे अपना पदभार ग्रहण करेंगे
3- पदभार ग्रहण कराने वाला अध्यापक या प्रधानाध्यापक आपकी योगदान आख्या पर जॉइनिंग टाइम नोट कर देंगे एवं प्रमाणित भी कर देंगे
4- उसके बाद विद्यालय में ही अपने व्यवहार पंजिका भर लेंगे एवं उपस्थित पंजिका पर अपने हस्ताक्षर करेंगे
5- पुनः सभी लोग BRC आएंगे और योगदान आख्या खंड शिक्षा अधिकारी जी के वहां जमा कर देंगे
👉उपरोक्त बिंदुओं के अनुसार कार्य पूर्ण करने के बाद आप को अगले दिन से विद्यालय जाना होगा
👉इसके बाद मानव संपदा पोर्टल का फार्म भरकर बीआरसी पर ही जमा करना होगा वहां से एक आईडी प्राप्त होगी जिस पर अपने सभी डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे
1- मिशन प्रेरणा यह सरकार का सर्वोच्च महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जो 5 सितंबर 2019 से गतिमान है जिसका उद्देश्य प्रेरणा लक्ष्य में परिभाषित है।
अथवा
यह सरकार की सर्वोच्च महत्वाकांक्षी योजना है । यह 5 सितंबर 2019 को लागू हुई थी। इसका उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत सभी बच्चों को Grade Competency हासिल कराना है।
2- प्रेरणा लक्ष्य कक्षा वार एवं विषय वार निर्धारित न्यूनतम अधिगम स्तर ही प्रेरणा लक्ष्य है। जो कक्षा 1 से 5 तक भाषा और गणित के लिए निर्धारित किए गए हैं। इस प्रकार 5 भाषा के और 5 गणित के लक्ष्य हैं।
भाषा- 5, 20, 30 ,छोटा 75, बड़ा 75
गणित -5 ,75 ,75 ,75 ,75
3- प्रेरणा सूची कक्षा वार एवं विषय वार अपेक्षित दक्षताओं की सूची ही प्रेरणा सूची है।
Or
बच्चों में विकसित की जाने वाली कक्षा वार एवं विषय वार अपेक्षित दक्षताओं की सूची प्रेरणा सूची कहलाती है। कक्षा 1 से 3 तक 14 -14 एवं कक्षा 4और 5 में 16-16 दक्षताएं निर्धारित हैं। यह प्रेरणा लक्ष्य रूपी छत पर चढ़ने के लिए बनाई गई सीढ़ी है।
4- प्रेरणा तालिका बच्चों के द्वारा अर्जित की गई कक्षा वार एवं विषय वार दक्षताओं की वास्तविक स्थिति को प्रदर्शित करने वाली तालिका ही प्रेरणा तालिका कहलाती है । इसमें भी प्रेरणा सूची में वर्णित दक्षताएं ही दी गई हैं इसके अतिरिक्त इसमें 1 से लेकर 30 तक छात्रों का विवरण और जोड़ दिया गया है यहां हम छात्रों का नाम लिख देंगे।
5- लर्निंग आउटकम इसका शाब्दिक अर्थ होता है अधिगम के प्रतिफल/ सीखने के परिणाम /अधिगम संप्राप्ति।
लेकिन जिस भाव से इस शब्द का प्रयोग पाठ्य पुस्तकों में /शैक्षिक जगत में किया जा रहा है उसके अनुसार इसका अर्थ कुछ इस प्रकार है- विद्यार्थियों के सीखने को ध्यान में रखते हुए दैनिक कक्षा शिक्षण के उद्देश्य से कक्षावार, विषय वार पाठ्यक्रम में निर्धारित ज्ञान को छोटे-छोटे भागों में विभाजित किया गया है जिसे लर्निंग आउटकम या एक्सपेक्टेड लर्निंग आउटकम कहते हैं।
अथवा विद्यार्थियों में विकसित की जाने वाली कक्षा के स्तरानुसार, विषय वार, पाठ्यक्रम में निर्धारित अपेक्षित दक्षताओं को ही अपेक्षित सीखने के प्रतिफल कहते हैं। अथवा अपेक्षित अधिगम प्रतिफल /दक्षताओं का बच्चों के व्यवहार में परिलक्षित होना ही वास्तविक अधिगम के प्रतिफल (Actual Learning outcomes ) या लर्निंग आउटकम का प्राप्त होना कहलाता है। अपेक्षित सीखने के प्रतिफल Expected learning outcomes कक्षा के स्तर के अनुसार एवं विषय वार पाठ्यक्रम में निर्धारित अपेक्षित दक्षताएं ही अपेक्षित सीखने के प्रतिफल (Expected Learning outcomes )/अपेक्षित सीखने के परिणाम /अपेक्षित अधिगम संप्राप्ति हैं।
6- वास्तविक अधिगम प्रतिफल कक्षावार एवं विषय वार पाठ्यक्रम में निर्धारित अपेक्षित दक्षताओं में से बच्चे द्वारा अर्जित दक्षताएं जो उसके व्यवहार में परिलक्षित होती हैं वास्तविक अधिगम प्रतिफल कहलाता है।
7- अधिगम स्तर में अंतर Learning Gap कक्षा अनुरूप अपेक्षित अधिगम स्तर और वास्तविक अधिगम स्तर के अंतर को अधिगम स्तर में अंतर( learning gap )कहते हैं।
EL-AL= LG Expected learning outcome-Actual learning outcome= Learning gap
8- अध्ययन- अध्यापन की दृष्टि से लर्निंग आउटकम को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है- a- Focal learning outcomes केंद्रिक लर्निंग आउटकम यह व्यापक दृष्टिकोण पर आधारित होते हैं। b- Nested learning outcomesनेस्टेड लर्निंग आउटकम नेस्टेड का अर्थ होता है छुपा हुआ अंतर्निहित अर्थात् यह फोकल लर्निंग आउटकम के अंदर निहित होते हैं जो सीधे तौर पर शिक्षण प्रक्रिया को दिशा देने तथा शिक्षण में सुधार की दृष्टि से विकसित किए गए हैं। c- उप लर्निंग आउटकम नेस्टेड लर्निंग आउटकम को उप लर्निंग आउटकम में विभाजित किया गया है जिनके आधार पर शिक्षक कक्षा शिक्षण करते हैं।
भाषा के लिए चार फोकल लर्निंग आउटकम हैं 1- सुनना बोलना ,2- पढ़ना लिखना 3- भाषा संरचना और व्याकरण4- कल्पना और सृजनशीलता गणित के लिए 5 फोकल लर्निंग आउटकम निर्धारित हैं-
36590 शिक्षकों को स्कूल आवंटन हेतु विद्यालयों की सूची तैयार किया जाना 1. नियुक्त अध्यापक/अध्यापिकाओं को ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय आवंटित किये जाने है। जिलाधिकारी द्वारा नगरीय सीमा के विस्तार किये जाने के कारण नगरीय क्षेत्र में अवस्थित विद्यालयों में किसी भी दशा में पदस्थापन की कार्यवाही नहीं की जायेगी। 2. विद्यालय की सूची तैयार करते समय यह ध्यान अवश्य रखा जाये कि यूडायस कोड 2019 के आधार पर चयनित विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय ही है।
3. कम्पोजिट विद्यालय के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत अध्यापक/अध्यापिकाओं की संख्या के आधार पर उक्त विद्यालय को सूची में सम्मिलित किया जायेगा। 4. जनपद में आवंटित अभ्यर्थियों की संख्या के सापेक्ष 05 अतिरिक्त रिक्तियों को जोड़ते हुए विकल्प प्राप्त करने हेतु रिक्तियां प्रदर्शित की जाय। इस हेतु सर्वप्रथम शिक्षक विहिन विद्यालय, एकल शिक्षक विद्यालय की रिक्तियों को सम्मिलित किया जायेगा। तत्पश्चात यदि अन्य रिक्तियों की आवश्यकता होगी तो दो शिक्षक वाले विद्यालय में जिनका छात्र अध्यापक अनुपात सर्वाधिक है में एक शिक्षक तैनात किया जायेगा।
5. विद्यालयों का चिन्हांकन यूडाइस पर उपलब्ध दिनांक 30.09.2019 की अध्यापक एवं छात्र संख्या जो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापित है के अनुसार विकासखण्ड विद्यालयवार वैकेन्सी मैट्रिक्स तैयार की जायेगी।
6. विद्यालय में रिक्त पदों की गणना में कार्यरत शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों को नहीं जोड़ा जायेगा 7. सर्वप्रथम शिक्षक विहिन विद्यालय की सूची सर्वाधिक छात्र अध्यापक अनुपात के आधार पर अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी। 8. एकल शिक्षक वाले विद्यालय की सूची सर्वाधिक छात्र अध्यापक अनुपात के आधार पर अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी। 9. दो शिक्षक वाले विद्यालय की सूची सर्वाधिक छात्र अध्यापक अनुपात के अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी। 10. यदि छात्र अध्यापक अनुपात समान होने की दशा में अंग्रेजी वर्णमाला के अवरोही क्रम में तैयार की जायेगी।
अबकी बार नवनियुक्त पुरुष शिक्षक भी चुन सकेंगे स्कूल:- पिछली बार केवल महिलाओं और दिव्यांगों को ही दिया गया था ऑनलाइन स्कूल चुनने का मौका, जोड़ी जाएंगी पांच अतिरिक्त रिक्तियां
बरेली: इस बार नव नियुक्त पुरुष शिक्षकों को भी ऑनलाइन स्कूल चुनने का विकल्प मिलेगा। इसके लिए शासन की ओर से आदेश जारी किए जा चुके हैं। बरेली के 452 नव नियुक्त शिक्षकों को इसका लाभ मिला था। अब 25 और 27 जनवरी को इन नव नियुक्त शिक्षकों को स्कूल का आवंटन होना है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं।
प्रदेश में 69 हजार शिक्षक भर्ती के सापेक्ष हुई 31677 शिक्षक भर्ती में बरेली को 712 शिक्षक मिले थे। कोर्ट के आदेश के बाद दोबारा से 36590 शिक्षकों की भर्ती हुई। इसमें बरेली को 452 शिक्षक मिले। इन सभी को विगत पांच दिसम्बर को संजय कम्युनिटी हॉल में नियुक्ति पत्र बांटे गए थे। सात दिसम्बर को सभी शिक्षकों की बीएसए कार्यालय में ज्वाइनिंग करा दी गई। तब से इन शिक्षकों को स्कूलों का आवंटन नहीं किया गया है अब शासन ने नव नियुक्त शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने का रास्ता खोल दिया है। इस बार सभी शिक्षकों को ऑनलाइन स्कूलों का आवंटन किया जाएगा। इससे पहले हुई भर्ती में सिर्फ महिला और दिव्यांग शिक्षकों को ही ऑनलाइन स्कूल चुनने का मौका मिला था जबकि सभी पुरुष शिक्षकों को रोस्टर के हिसाब से स्कूलों का आवंटन किया गया था इसे लेकर कई शिक्षक संगठनों में काफी रोष भी था। इसी से बचने के लिए अब शासन ने सभी शिक्षकों को ऑनलाइन विकल्प चुनने का मौका दिया है। बीएसए विनय कुमार ने बताया
कि 25 और 27 जनवरी के लिए चयनित अभ्यर्थियों के लिए फरीदपुर डायट में अपने सभी दस्तावेजों के साथ पहुंचना होगा । बिना मास्क और सैनेटाइजर के डायट में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी कोविड- 19 की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करना होगा
फतेहपुर:- विदेश से होना है शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन,IGRS अभियान से जुड़ चुके हैं 500 से अधिक 41556 नवनियुक्त शिक्षक, बाबूओ के चक्कर में बदनाम हो रहे जिले के अधिकारी
मानव संपदा पर स्कूलों की लिस्ट हुई अपलोड, अपने जिले के स्कूलों की लिस्ट देखें, साथ ही पूरी प्रक्रिया को समझें – Manav Sampada all up School List Updated 2021
मानव संपदा पर स्कूलों की लिस्ट अपलोड हो गई है। हर जिले की लिस्ट दिख रही है। ट्रांसफर मॉडल में जाकर ट्रांसफर रिक्वेस्ट पर क्लिक करके अपने जिले के सारे स्कूलों की लिस्ट देख सकते हैं मानव संपदा पोर्टल पर जाकर ट्रांसफर मॉडल ओपन करिए उसके बाद ट्रांसफर रिक्वेस्ट क्लिक करके आगे की प्रोसेस करें। TransferModule TransferRequest
तरीका,देखें इस वीडियो के माध्यम से
नीचे दिए जा रहे हैं वेबसाइट के माध्यम से आप यह आसानी से जान पाएंगे कि आपके जिले में कितने प्राथमिक और कितने जूनियर स्कूल है साथ ही ब्लॉक बार स्कूलों की सूची भी आप देख सकते हैं कि कौन सा प्राइमरी स्कूल किस ब्लॉक में स्थित है और कौन सा उच्च प्राथमिक स्कूल किस ब्लॉक में स्थित है। उपरोक्त जानकारी हासिल करने के लिए पहले आप ही वीडियो देखें उसके बाद इस वेबसाइट के माध्यम से जाने कि कितने विद्यालय हमारे जिले में हैं और कहां पर हैं उनके नाम।
वीडियो देखने के लिए प्ले बटन पर क्लिक करें या फिर youtube पर के इस लिंक पर क्लिक करें 👉https://youtu.be/XKItnU5txII