यूपी शिक्षक भर्ती : चुनाव से पहले प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की तैयारी, UPTET का भी होगा जल्द आयोजन

🔴 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बेसिक शिक्षक भर्ती करेगी यूपी सरकार,  अगले हफ्ते हो सकता है ऐलान


यूपी : चुनाव से पहले प्राथमिक शिक्षकों की बंपर भर्ती की तैयारी, UPTET का भी होगा जल्द आयोजन

सरकारी टीचर बनने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षकों की बड़े पैमाने पर भर्ती की योजना बना रही है और विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके लिए जल्द ही नोटिफिकेशन भी जारी किया जा सकता है। राज्य में इस वक्त शिक्षकों के बहुत सारे पद खाली हैं और राज्य सरकार चुनावों से पहले इन पदों को भरने की भरपूर कोशिश कर रही है। अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती से संबंधित सूचनाओं के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए। अगर आप भी शिक्षक बनना चाहते हैं और इसके लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो बेहतर हो आपकी तैयारी भी।
इस भर्ती में पदों की संख्या को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद में 51,112 रिक्तियों का हलफनामा दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट को इस बारे में जानकारी दी थी। साथ ही सरकार की तरफ से ट्वीटर के माध्यम से भर्ती की घोषणा भी की गई थी। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जून 2021 को हुए PAB की बैठक में केंद्र सरकार को प्रदेश में 73,711 खाली शिक्षक पदों की जानकारी दी गई है। इसलिए इस भर्ती में पदों की संख्या को लेकर पूरी जानकारी नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही सामने आ पाएगी।

विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया दिसम्बर में शुरू कर सकती है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 28 नवम्बर को अध्यापक पात्रता परीक्षा का प्रस्ताव भेजा है। हालांकि अभी तक रिक्त पदों की संख्या तय नहीं है। 

राज्य सरकार ने 51 हजार रिक्त पदों पर भर्ती की घोषणा की है जबकि समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना के मुताबिक 73 हजार रिक्त पद हैं। राजस्व परिषद के चेयरमैन की अध्यक्षता में बनी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही रिक्त पदों की अंतिम संख्या तय हो सकेगी।


प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51,112 रिक्त पदों का हलफनामा दायर किया था और सरकार ने ट्वीट कर भर्ती का भी ऐलान किया था। वहीं इसी वर्ष जून में हुई पीएबी की बैठक में परिषदीय स्कूलों में 73711 पद रिक्त होने की जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है।


अगले हफ्ते हो सकता है ऐलान
कमेटी अगले हफ्ते रिपोर्ट सौंप सकती है और इसके बाद ही रिक्त पदों की संख्या तय करके नई शिक्षक भर्ती का ऐलान होगा। इसकी प्रक्रिया सरकार दिसम्बर में शुरू कर सकती है। भले ही शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन या फिर इसका रिजल्ट नई सरकार आने के बाद घोषित हो क्योंकि इस बीच चुनावी अधिसूचना जारी होने की संभावना है।


2018 में भी तेजी से कराई गई थी भर्ती


लोकसभा चुनाव से पहले वर्ष 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र सितम्बर में बांटे गए थे। उसी मंच से मुख्यमंत्री ने रिकार्ड समय में 69 हजार शिक्षक भर्ती कराने की घोषणा कर दी थी। इसके लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा नवम्बर के पहले हफ्ते में करवाई गई। वहीं 22 दिसम्बर से शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन लेकर 6 जनवरी 2019 को लिखित परीक्षा करा दी गई थी जबकि इससे पहले एक परीक्षा कराने में न्यूनतम तीन महीने का समय लग रहा था लेकिन राज्य सरकार ने अपना वायदा निभाते हुए शिक्षक भर्ती को तेजी से करवाया।

दिसंबर में 51 हजार शिक्षकों के पद भरेंगे, अगले हफ्ते नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का ऐलान संभव

विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया दिसम्बर में शुरू कर सकती है।

परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 28 नवम्बर को अध्यापक पात्रता परीक्षा का प्रस्ताव भेजा है। हालांकि अभी तक रिक्त पदों की संख्या तय नहीं है। राज्य सरकार ने 51 हजार रिक्त पदों पर भर्ती की घोषणा की है जबकि समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक कार्ययोजना के मुताबिक 73 हजार रिक्त पद हैं।
राजस्व परिषद के चेयरमैन की अध्यक्षता में बनी कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही रिक्त पदों की अंतिम संख्या तय हो सकेगी। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51,112 रिक्त पदों का हलफनामा दायर किया था और सरकार ने ट्वीट कर भर्ती का भी ऐलान किया था। वहीं परिषदीय स्कूलों में 73711 पद रिक्त होने की जानकारी दी गई थी।
2018 में भी तेजी से कराई गई थी भर्ती: लोकसभा चुनाव से पहले वर्ष 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती के नियुक्ति पत्र सितम्बर में बांटे गए थे। उसी मंच से मुख्यमंत्री ने रिकार्ड समय में 69 हजार शिक्षक भर्ती कराने की घोषणा कर दी थी। इसके लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा नवम्बर के पहले हफ्ते में करवाई गई।


अगले हफ्ते ऐलान संभव
कमेटी अगले हफ्ते रिपोर्ट सौंप सकती है और इसके बाद ही रिक्त पदों की संख्या तय करके नई शिक्षक भर्ती का ऐलान होगा। इसकी प्रक्रिया सरकार दिसम्बर में शुरू कर सकती है। भले ही शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन या फिर इसका रिजल्ट नई सरकार आने के बाद घोषित हो क्योंकि इस बीच चुनावी अधिसूचना जारी होने की संभावना है।

अच्छी खबर: गुरूजी बनने को रहें तैयार, क्योंकि पहले यूपीटीईटी और फिर नई शिक्षक भर्ती परीक्षा का ऐलान इसी माह होगा

उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे प्रतियोगियों के लिए अच्छी खबर है। परिषदीय विद्यालयों में नई शिक्षक भर्ती की मांग लंबे समय से कर रहे अभ्यर्थियों की मुराद जल्द पूरी हो सकती है। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों की नई शिक्षक भर्ती का ऐलान इसी माहीने होने की संभावना हैं। भर्ती प्रक्रिया शुरू होते ही उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (यूपीटीईटी) करने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि भर्ती की तैयारियों के तहत यूपीटीईटी नवंबर में कराई जा सकती है। शासन ने परीक्षा संस्था से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा है। इसके बाद दिसंबर में शिक्षक भर्ती परीक्षा कराई जा सकती है।

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी स्कूलों की नई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजस्व परिषद अध्यक्ष मुकुल सिंघल की अगुवाई में बनी तीन सदस्यीय कमेटी 15 दिन से रिक्त पदों व विद्यालयों के पद निर्धारण प्रक्रिया को खंगाल रही है। नई भर्ती पदों के हिसाब से सबसे बड़ी हो सकती है, स्कूलों में शिक्षकों के करीब 70 हजार से अधिक पद खाली हैं। कमेटी की रिपोर्ट सौंपने के बाद ऐलान किए जाने की तैयारी है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने 69000 शिक्षक भर्ती के दौरान शीर्ष कोर्ट में हलफनामा दिया था कि विभाग में 51,112 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। पिछले वर्षों में हुई शिक्षक भर्ती के खाली पदों को नई शिक्षक भर्ती में जोड़ा जा सकता है। 68500 भर्ती अब तक पूरी नहीं हो सकी है इसलिए रिक्त पदों को लेकर माथापच्ची की जा रही है। वहीं, 69000 शिक्षक भर्ती के सारे पद तीन चरण की काउंसिलिंग के बाद भी भरे नहीं जा सके हैं। हाल के वर्षों में सेवानिवृत्त होने वाले और कोरोना काल में कालकवलित हुए शिक्षकों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। संकेत हैं कि कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी, क्योंकि विलंब होने पर भर्ती विधानसभा चुनाव से पहले पूरी हो पाना मुश्किल होगा।


2018 व 2019 में कराया गया पद निर्धारण : उत्तर प्रदेश में निश्शुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू है। उसी की सिफारिशों के अनुरूप 2018 में शिक्षकों का पद निर्धारण करते हुए स्कूलों में बड़ी संख्या में प्रधानाध्यापक पद का अनुमोदन नहीं हुआ लेकिन, सरकार ने इन पदों को खत्म नहीं किया है। स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात दुरुस्त करने के लिए 2019 में भी पद निर्धारण प्रक्रिया चली।

खुशखबरी: नई शिक्षक भर्ती का इसी माह हो सकता है ऐलान, 70 हजार से अधिक पद खाली, रिपोर्ट तैयार कर रही कमेटी

नई शिक्षक भर्ती का इसी माह हो सकता है ऐलान, 70 हजार से अधिक पद खाली, रिपोर्ट तैयार कर रही कमेटी

लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों की नई शिक्षक भर्ती का ऐलान इसी माह होने के आसार हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजस्व परिषद अध्यक्ष मुकुल सिंघल की अगुवाई में बनी तीन सदस्यीय कमेटी 15 दिन से रिक्त पदों व विद्यालयों के पद निर्धारण प्रक्रिया को खंगाल रही है। नई भर्ती पदों के हिसाब से सबसे बड़ी हो सकती है। स्कूलों में शिक्षकों के 70 हजार से अधिक पद खाली हैं। कमेटी की रिपोर्ट सौंपने के बाद ऐलान किए जाने की तैयारी है।

परिषदीय विद्यालयों के लिए नई शिक्षक भर्ती की मांग लंबे समय से की जा रही है। बेसिक शिक्षा विभाग ने 69,000 शिक्षक भर्ती के दौरान शीर्ष कोर्ट में हलफनामा दिया था कि विभाग में 51,112 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। पिछले वर्षो में हुई शिक्षक भर्ती के खाली पदों को नई शिक्षक भर्ती में जोड़ा जा सकता है। 68,500 भर्ती अब तक पूरी नहीं हो सकी है, इसलिए रिक्त पदों को लेकर माथापच्ची की जा रही है।

वहीं, 69,000 शिक्षक भर्ती के सारे पद तीन चरणों की काउंसिलिंग के बाद भी भरे नहीं जा सके हैं। इधर के वर्षो में सेवानिवृत्त होने वाले व कोरोना काल में काल कवलित हुए शिक्षकों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। संकेत हैं कि कमेटी अपनी रिपोर्ट जल्द सौंपेगी, क्योंकि विलंब होने पर विधानसभा चुनाव से पहले भर्ती पूरी हो पाना मुश्किल होगा।

2018 व 2019 में कराया गया था पद निर्धारण :

 प्रदेश में निश्शुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू है। उसी की सिफारिशों के अनुरूप 2018 में शिक्षकों का पद निर्धारण करते हुए स्कूलों में बड़ी संख्या में प्रधानाध्यापक पद का अनुमोदन नहीं हुआ, लेकिन सरकार ने इन पदों को खत्म नहीं किया है। स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात दुरुस्त करने के लिए 2019 में भी पद निर्धारण प्रक्रिया चली।

नवंबर में यूपीटीईटी कराने की तैयारी : भर्ती की तैयारियों के तहत यूपीटीईटी नवंबर में कराने की तैयारी है। शासन ने परीक्षा संस्था से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा है।

70 हजार से अधिक पद खाली, रिपोर्ट तैयार कर रही कमेटी

यूपी : परिषदीय स्कूलों में नई शिक्षक भर्ती का रास्‍ता साफ, सीएम योगी जल्‍द करेंगे ऐलान

यूपी : परिषदीय स्कूलों में नई शिक्षक भर्ती का रास्‍ता साफ, सीएम योगी जल्‍द करेंगे ऐलान

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने की उम्मीद संजोए लाखों युवाओं को यह खुश करने वाली खबर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही नई शिक्षक भर्ती का ऐलान करेंगे। सीएम के निर्देश पर विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों का ब्योरा जुटाने व नए पद सृजन की जरूरतों की तलाश के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। चेयरमैन राजस्व परिषद मुकुल सिंघल की अध्यक्षता में सचिव बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह व सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सि‍ंह बघेल को सदस्य बनाया गया है। समिति की ओर से रिपोर्ट सौंपने के बाद भर्ती का ऐलान होगा।

शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कक्षा एक से पांच तक के विद्यालयों में एक सितंबर से शुरू हुए पठन-पाठन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्कूलों में तैनात नए शिक्षकों की प्रतिभा का सही इस्तेमाल करें। शिक्षक व छात्रों के अनुपात को आदर्श रूप में बनाए रखें।


योगी ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों को सुदृढ़ करने के लिए सरकार सतत कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में जरूरत के अनुसार शिक्षकों की रिक्त पदों पर नियुक्ति हो और नए पदों का सृजन भी किया जाना चाहिए। नियुक्तियों से पहले स्कूलवार रिक्तियों का परीक्षण करना जरूरी है, इसके लिए राजस्व परिषद के चेयरमैन की अध्यक्षता में विशेष समिति गठित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि समिति जल्द रिक्त पदों का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। समिति की अनुशंसा पर नई नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू होगी। बेसिक शिक्षा के अधिकारियों को स्कूलों के कायाकल्प अभियान के तहत अवशेष कार्यों को पूरा करने के निर्देश भी दिए।


दो शिक्षक भर्तियां लगभग पूरी : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों की 68,500 भर्ती के पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति मिलने वाली है। इसके बाद भर्ती पूरी होने का ऐलान हो सकता है। वहीं, 69,000 पदों की भर्ती तीन चरणों की काउंसिलि‍ंग के बाद लगभग पूरी हो गई है। चयनितों को स्कूल आवंटित होने का इंतजार है। दोनों भर्तियों में करीब 1.15 लाख से अधिक को नियुक्ति मिली है।


51,112 पद पहले से खाली, 23 हजार पदों पर चयन नहीं : बेसिक शिक्षा विभाग ने 69,000 शिक्षक भर्ती की शीर्ष कोर्ट में सुनवाई के दौरान हलफनामा दिया था कि विभाग में 51,112 शिक्षकों के पद खाली हैं। शिक्षामित्रों के पक्ष में फैसला आने पर भर्ती पूरी होने के बाद भी नियुक्ति दी जाएगी। हालांकि फैसला शिक्षामित्रों के हक में नहीं आया। 68,500 भर्ती में करीब 23 हजार पद खाली हैं। दोनों भर्ती के रिक्त पद जोड़कर योगी सरकार की सबसे अधिक पदों की भर्ती घोषित हो सकती है।


नई भर्ती की ये भी अहम वजह

शीर्ष कोर्ट ने 69,000 भर्ती में भले ही शिक्षामित्रों के हक में फैसला नहीं सुनाया, लेकिन उन्हें एक और मौका दिए जाने का आदेश किया है। यानी अगली भर्ती में शिक्षामित्रों को पहले की तरह वेटेज दिया जाएगा।

बड़ी संख्या में प्रतियोगी 68,500 शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों पर 69,000 भर्ती की लिखित परीक्षा में सफल होने वालों को नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग इससे साफ इन्कार कर चुका है।

69,000 शिक्षक भर्ती में एक वर्ग के अभ्यर्थी गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए आंदोलन कर रहे हैं। नई भर्ती घोषित होने से प्रतियोगियों का आंदोलन पीछे चला जाएगा।


भर्ती में बाधा बनेगी यूपीटीईटी

भर्ती में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी)-2020 बाधा बनेगी। परीक्षा संस्था ने दिसंबर में यह इम्तिहान कराने का प्रस्ताव दिया था। बेसिक शिक्षा मंत्री डा.सतीश द्विवेदी यह परीक्षा पहले कराने का निर्देश दे चुके हैं। अभी नए प्रस्ताव का इंतजार है। ज्ञात हो कि पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण ही शिक्षक भर्ती में शामिल हो सकते हैं। हालांकि प्रदेश में पहले ही बड़ी संख्या में पात्र प्रतियोगी उपलब्ध हैं।

69000 शिक्षक भर्ती पूरी होने पर नई भर्ती की आस, विभिन्न बैच के बीटीसी और डीएलएड प्रशिक्षु दबाव बनाने को एकजुट

69000 शिक्षक भर्ती पूरी होने पर नई भर्ती की आस, विभिन्न बैच के बीटीसी और डीएलएड प्रशिक्षु दबाव बनाने को एकजुट

🔴 प्रशिक्षुओं को उम्मीद
🔴 अगली शिक्षक भर्ती के लिए एकजुट होने लगे बेरोजगार
🔴 डीएलएड बेरोजगारों ने 14 दिसंबर को रखी है बैठक

प्रयागराज : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती पूरी होने के साथ ही बेरोजगारों में अगली भर्ती की उम्मीद जगी है । अगली शिक्षक भर्ती शुरू करने के लिए विभिन्न बैच के बीटीसी और डीएलएड प्रशिक्षु एकजुट होने लगे हैं । डीएलएड 2017 और बीटीसी 2014 व 2015 बैच के प्रदेशभर के बेरोजगार प्रशिक्षुओं ने 14 दिसंबर को प्रयागराज में बैठक रखी है।

इसके बाद 21 दिसंबरको लखनऊ में धरना देने की तैयारी है। बेरोजगारों का कहना है कि सरकारने 69000 शिक्षक भर्ती पूरी होने के बाद अगली भर्ती शुरू करने का आश्वासन दिया था। 69000 भर्ती के दौरान सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों के 51112 पद रिक्त होने की बात स्वीकार की है । दो लाख से अधिक डीएलएड प्रशिक्षु नौकरी की आस लगाए बैठे हैं।

डीएलएड प्रशिक्षु पंकज मिश्रा, रजत सिंह, राहुल यादव, विकास राजपूत आदि का कहना है कि शिक्षकों के एक लाख से अधिक पद खाली हैं। लेकिन प्रदेश सरकारका रवैया नई भर्ती के लिए निराशाजनक है । इसलिए धरने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

शिक्षामित्रों को भी अगली भर्ती का बेसब्री से इंतजारः शिक्षामित्रों को भी अगली भर्ती का बेसब्री से इंतजार है। सुप्रीम कोर्ट ने 18 नवंबर को शिक्षामित्रों को एक और भर्ती में अवसर देने के आदेश दिए हैं। 68500 और 69000 भर्ती में बमुश्किल 15 हजार शिक्षामित्रों को नौकरी मिल सकी है । जुलाई 2017 में 1.37 लाख शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त हुआ था। इस प्रकार पक्की नौकरी से हाथ धो चुके तकरीबन सवा लाख शिक्षामित्र नई भर्ती से उम्मीद लगाए बैठे हैं।

नई शिक्षक भर्ती में 12 लाख से अधिक आवेदन का अनुमान, 15 लाख से अधिक बीएड पास युवक बेरोजगार

नई शिक्षक भर्ती में 12 लाख से अधिक आवेदन का अनुमान, 15 लाख से अधिक बीएड पास युवक बेरोजगार

प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी ) के रिक्त 16 हजार से अधिक पदों पर शुरू होने जा रही भर्ती में 12 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन का अनुमान है। इससे पहले 2016 में टीजीटी के 7950 और पीजीटी के 1344 पदों पर भर्ती के लिए 10.71 लाख अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरे थे और फिलहाल यह भर्ती पूरी नहीं हो सकी है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जवाब के अनुसार टीजीटी के 13237 और पीजीटी के 2896 रिक्त पदों की सूचना मिलचुकी है। हालांकि यह संख्या घट- बढ़ सकती है। चयन बोर्ड ने इन पदों पर भर्ती की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। ऑनलाइन आवेदन के लिए सॉफ्टवेयर बनवाने के साथ ही उसकी सिक्‍योरिटी ऑडिट भी कराई जा चुकी है। वैसे तो चयन बोर्ड ने इसी महीने विज्ञापन निकालने की तैयारी कर ली थी लेकिन तदर्थ शिक्षकों के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अक्टूबर अंत तक भर्ती शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। क्योंकि तदर्थ शिक्षकों को भी नई भर्ती में सम्मिलित करना होगा। लिखित परीक्षा मई 2021 में कराई जा सकेगी। इस लिहाज से सर्वोच्च न्यायालय के जुलाई 2021 से पहले चयन एवं पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी करने के आदेश का अनुपालन थोड़ा मुश्किल दिख रहा है।


15 लाख से अधिक बीएड पास युवक बेरोजगार
एक अनुमान के मुताबिक वर्तमान में उत्तर प्रदेश में सिर्फ बीएड पास बेरोजगारों की
संख्या 15 लाख से अधिक है | प्रशिक्षित स्नातक के लिए बीएड अभ्यर्थी आवेदन
के योग्य हैं जबकि प्रवक्‍ता पद के लिए परास्नातक करने वाले फॉर्म भर सकते हैं।
बेरोजगारों की बड़ी संख्या के मद्देनजर चयन बोर्ड ने भी अपनी तैयारी की है।